जल्दी चेक-इन की जिद: होटल फ़्रंट डेस्क वालों की असली कहानी
होटल में रुकना किसे पसंद नहीं! लेकिन होटल वालों की भी अपनी एक दुनिया है, खासकर फ़्रंट डेस्क पर बैठे कर्मचारियों की। जहाँ एक तरफ़ मेहमान अपनी छुट्टियों या काम के सिलसिले में थके-हारे पहुँचते हैं, वहीं दूसरी ओर फ़्रंट डेस्क वाले हर रोज़ एक ही सवाल से दो-चार होते हैं – "भैया, जल्दी चेक-इन करवा दीजिए ना!" अब असली किस्सा सुनिए, अंदर की बात ये है कि जल्दी चेक-इन सिर्फ़ 'सम्भावना' (availability) पर ही होता है, जादू से नहीं!