जब ऑफिस का 'शैतान सहकर्मी' मुझे सवारी समझ बैठा – और मैंने उसकी हवा निकाल दी!
ऑफिस में काम करना वैसे ही कभी-कभी माथापच्ची जैसा लगता है, लेकिन अगर वहाँ कोई ऐसा सहकर्मी हो, जो हर जगह बवाल मचाए, महिलाओं को तंग करे और अपने आपको कंपनी का राजा समझे, तो सोचिए कितना मुश्किल हो जाता है! आज की कहानी बिलकुल ऐसे ही एक 'कलेक्टर साहब' की है, जिसने ऑफिस के माहौल को नर्क बना रखा था – लेकिन अंत में उसे ऐसी पटखनी मिली कि सबकी बांछें खिल गईं।