होटल की रसीद, ग्राहक की उलझन और कैश डिपॉजिट का चक्कर
होटल में रात के 12:34 बजे जब फ़ोन की घंटी बजी तो रिसेप्शनिस्ट को उम्मीद थी कि शायद कोई रूम सर्विस या वाई-फाई का पासवर्ड पूछेगा। पर इस बार मामला कुछ अलग ही था। "मेरा नाम डिक रिचर्ड है, मैंने आज सुबह चेकआउट किया था, अभी तक मेरी डिपॉजिट की रकम क्यों नहीं मिली?" — सामने से गुस्से में आवाज़ आई।
कितनी बार आपने होटल में चेकआउट करते वक्त सोचा होगा कि डिपॉजिट वापिस कब मिलेगा? पर इस बार मामला इतना सीधा नहीं है। कहानी आगे और भी मजेदार है!