होटल की दीवारें पतली थीं, लेकिन फ्रंट डेस्क की गलती भारी पड़ गई!
कभी सोचा है कि होटल में रुकना कितना रोमांचक और कभी-कभी कितना डरावना भी हो सकता है? जब आप सफर पर निकलते हैं, तो आराम, सुरक्षा और शांति की उम्मीद करते हैं। लेकिन क्या हो जब अगला कमरा रातभर 'हॉरर मूवी' की तरह चीखों से गूंजता रहे और होटल स्टाफ भी आपकी मुश्किलें बढ़ा दे? आज की कहानी कुछ ऐसी ही है, जिसमें एक माँ-बेटी का सफर उनकी ज़िंदगी की सबसे यादगार (और डरावनी) होटल घटना बन गया।