स्कूल में 'केविन' जैसे मास्टरजी: जब नौकरी टैलेंट से नहीं, सिस्टम से मिल जाए
हमारे देसी स्कूलों में अक्सर आपने सुना होगा—“कहीं भी जाओ, मास्टरजी तो ऐसे ही मिलेंगे!” लेकिन आज जो कहानी है, वो अमेरिका के एक स्कूल की है, जहां ‘स्पेशल एजुकेशन’ के नाम पर एक ऐसे गुरुजी को नौकरी मिल गई, जो खुद ही सबसे ज़्यादा ‘स्पेशल’ निकले! मज़ेदार बात ये है कि अब तो साहब को ‘टेन्योर’ भी मिल गया है, यानी कोई हाथ भी नहीं लगा सकता। सोचिए, अगर हमारे सरकारी स्कूलों में ऐसे लोग घुस जाएं, तो क्या हाल हो?