जब होटल का कंप्यूटर सिस्टम बैठ गया: कागज-कलम का ज़माना लौट आया
सोचिए, आप रात के दो बजे होटल के रिसेप्शन पर अकेले खड़े हैं। सब कुछ रोज़ जैसा शांत है, मेहमान आने वाले हैं, और तभी – धड़ाम! – होटल का सारा कंप्यूटर सिस्टम बंद हो जाता है। न बुकिंग दिख रही, न कमरा पता, न पैसे लेने का कोई साधन। और ऊपर से अगले छह घंटे में 35 मेहमान आने वाले हैं! ये कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि एक होटल की रात की हकीकत है।