होटल मैनेजर की एक दिन की जंग: कभी हंसी, कभी सिरदर्द
सुबह की नींद में डूबे किसी भी इंसान को अगर अलार्म से पहले फोन की घंटी जगा दे, तो दिन की शुरुआत ही तिरछी हो जाती है। यही हाल हुआ हमारे आज के नायक, एक होटल मैनेजर के साथ। सोचिए, जिस दिन का आग़ाज़ आधी नींद, बिना प्रेस की कमीज़ और पुराने जूतों के साथ हो, उस दिन क्या-क्या गुल खिल सकते हैं!
होटल मैनेजर की जिंदगी वैसे ही आम इंसान की तुलना में फिल्मी होती है—हर रोज़ नई स्क्रिप्ट, नए किरदार, और गज़ब की घटनाएं। Reddit की r/TalesFromTheFrontDesk पर u/SockpuppetEnjoyer ने अपनी कहानी साझा की, जिसे पढ़कर आपको लगेगा कि होटल मैनेजर होना, असल में, किसी बॉलीवुड ड्रामे के हीरो होने से कम नहीं!