होटल में तौलिए का झमेला: एक रात में दस तौलिए! आखिर कितना ज्यादा है “ज्यादा”?
होटल में काम करने वालों की ज़िंदगी बड़ी दिलचस्प होती है—हर दिन नए चेहरे, नए सवाल, और कभी-कभी ऐसे मेहमान जिनकी फरमाइशें सुनकर माथा ठनक जाए। सोचिए, अगर आपके होटल में कोई अकेला मेहमान एक ही रात के लिए 10 तौलिए और 2 एक्स्ट्रा बेडशीट्स मांग ले, तो क्या होगा? यही हुआ अमेरिका के एक होटल में, और इस अजीबो-गरीब घटना ने पूरी इंटरनेट दुनिया को हंसा-हंसा कर लोटपोट कर दिया।
अरे भैया, इतने तौलिए किस काम के?
सोचिए, आप होटल के रिसेप्शन पर बैठे हैं, शाम की शिफ्ट है, और एक साहब आते हैं—अपने साथ एक छोटी सी गाड़ी में सामान लादे हुए। वो आते ही तौलिए, बेडशीट, तकिए और कवर की लंबी लिस्ट थमा देते हैं। अब तक उन्हें पहले ही 5 एक्स्ट्रा तौलिए और 2 एक्स्ट्रा बेडशीट्स मिल चुके हैं, लेकिन अब फिर 3 और तौलिए मांगे जा रहे हैं!
आखिरकार, रिसेप्शनिस्ट साहब से रहा नहीं गया और पूछ ही बैठे, “सर, माफ़ कीजिए, लेकिन आपको इतने तौलिए किसलिए चाहिए?” अब ये सवाल पूछना अमेरिका में थोड़ा अजीब माना जाता है, जैसे हमारे यहां कोई पूछ ले, “इतनी चाय क्यों पीते हो?”
मेहमान साहब बुरा मान गए। बोले, “ये आपका काम नहीं! मैंने कभी किसी होटल में नहीं सुना कि तौलिए क्यों चाहिए, ये पूछा जाए!” फिर बहाना बना दिया—“मेरी पत्नी रात को आ रही है, हम दोनों जर्माफोब (यानि कीटाणु से डरने वाले) हैं। हमें होटल के फर्नीचर, फर्श वगैरह पर अपनी स्किन नहीं लगनी चाहिए, इसलिए सब जगह तौलिए बिछाने हैं।”
होटल वालों की उलझन: तौलिए की लिमिट होनी चाहिए या नहीं?
अब जरा सोचिए, अगर आपके घर में कोई मेहमान आकर हर जगह तौलिया बिछाए, तो मांजी क्या कहेंगी? “बेटा, तौलिए तो पहनने-ओढ़ने के हैं, बिछाने के नहीं!” लेकिन होटल का मामला अलग है, वहां हर चीज़ गिनती में आती है—तौलिया, चादर, तकिया, सबकी लिमिट होती है।
रेडिट पर इस किस्से के बाद होटल इंडस्ट्री के कई कर्मचारियों ने अपने अनुभव बांटे। एक कमेंट में किसी ने लिखा, “हमारे यहां कोई तीन से ज्यादा तौलिए मांगे, तो पुराने वाले वापस लाने पड़ते हैं। एक बार एक साहब हर शिफ्ट में तौलिया मांगते रहे, बाद में पता चला सौ से ज्यादा तौलिए ले उड़े!”
कईयों ने कहा, “एक दो एक्स्ट्रा तौलिया समझ में आता है, लेकिन दस तौलिए? फिर तो शक होना लाज़िमी है—या तो कमरे में कुछ गड़बड़ है, या फिर सामान गायब करने की तैयारी है।”
एक मजेदार कमेंट में लिखा था, “मेरे ख्याल से साहब गुप्त क्लब बना रहे थे, तकियों का किला बना रहे होंगे!” किसी ने कहा, “इतने तौलिए, कहीं फिल्म शूटिंग का प्लान तो नहीं है?”
“जर्माफोब” की दुनिया: फर्श पर तौलिया, कुर्सी पर चादर!
हमारे यहां दादी-नानी अक्सर कहती हैं, “बेटा, होटल के बिस्तर में सीधा मत लेटना, कोई क्या जाने किसने क्या किया होगा!” लेकिन अमरीका में कुछ लोग होटल के कमरे को मिनी हॉस्पिटल बना देते हैं—हर फर्नीचर पर तौलिया, फर्श पर चादर, बाथरूम में अलग तौलिया!
एक यूज़र ने लिखा, “हमारे होटल में भी जर्माफोब आते हैं, लेकिन वो तौलिया मांगते हैं तो हम भी पूछ लेते हैं—कहीं नली लीक तो नहीं, या कोई एमरजेंसी तो नहीं?”
किसी ने लिखा, “भैया, तौलिए तो बार-बार धुलते हैं, और पता नहीं किसने कहां लगाया था। अगर इतना डर है, तो अपना तौलिया और चादर लेकर आओ!”
होटल का सच: मेहमान भी, तौलिए भी—सबकी गिनती जरूरी!
होटल में काम करने वालों की जिम्मेदारी होती है कि हर चीज़ का हिसाब रखें। एक कमेंट में लिखा था, “आपने ठीक किया, इतना ज्यादा तौलिया मांगना नॉर्मल नहीं। अगर कमरा गीला होता, लीक होती, तो उसकी रिपोर्ट बनती।”
कई होटल्स में लिमिट होती है—“तीन एक्स्ट्रा तौलिए तक चलेगा, उसके बाद वापस लाओ, तभी नया मिलेगा।” और अगर कोई ज्यादा जिद करता है, तो मैनेजमेंट को बताना पड़ता है।
हमारे यहां भी अगर कोई मेहमान बार-बार एक्स्ट्रा सामान मांगे, तो मैनेजर या होमस्टे मालिक पूछ ही लेता है, “कोई दिक्कत है क्या?” आखिर, होटल का सामान सबका है, और चोरी की आशंका भी बनी रहती है।
निष्कर्ष: आखिर “ज्यादा” की हद क्या है?
तो भैया, होटल में तौलिए की लिमिट सिर्फ गिनती की बात नहीं है, ये आपसी समझदारी की बात है। अगर कोई मेहमान अजीब सी डिमांड करे, तो कर्मचारियों का पूछना भी बनता है।
क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि होटल में आपको कुछ ज्यादा चाहिए था, या किसी ने आपसे अजीब सवाल किया? नीचे कमेंट में बताइए—आपकी राय में एक रात के लिए तौलियों की “उचित” संख्या क्या होनी चाहिए?
होटल की दुनिया में हर दिन नया ड्रामा है—कभी तकियों का किला, कभी तौलियों की बारात! अगली बार होटल जाएं, तो याद रखिए—तौलिया मांगना हक है, मगर लिमिट में रहना शराफत है!
मूल रेडिट पोस्ट: What is an 'unreasonable' amount of extra towels for a single guest?