होटल के वॉशरूम में घुसपैठ – जब डिलीवरी ड्राइवर ने सारी हदें पार कर दीं!
अगर आप कभी होटल में काम कर चुके हैं या कहीं रिसेप्शन पर बैठे हैं, तो आप जानते होंगे कि “गेस्ट” नाम की प्रजाति कितनी रंग-बिरंगी हो सकती है। लेकिन क्या हो अगर आप वॉशरूम में अपना सुकून ढूंढ रहे हों और कोई अनजान, जरूरत से ज्यादा उत्साही इंसान, आपके पीछे-पीछे वॉशरूम तक आ जाए? ऐसा ही कुछ हुआ एक होटल के रिसेप्शनिस्ट के साथ, और आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं ये किस्सा, जिसे पढ़कर आप हैरान भी होंगे और हँसी भी रोक नहीं पाएंगे।
होटल में रिसेप्शन की ड्यूटी और ‘गेस्ट’ की बेसब्री
हमारे नायक होटल के रिसेप्शन पर ड्यूटी कर रहे थे और रात के आठ बज चुके थे। होटल अब लगभग शांत था, तो उन्होंने सोचा – चलो अब वॉशरूम जाकर थोड़ा चैन लिया जाए। लेकिन किस्मत देखिए, जैसे ही वो वॉशरूम में घुसे, बाहर से किसी महिला की आवाज़ गूंजने लगी – “हेल्ल्लोओओओ? कोई है? मुझे मदद चाहिए!” ऐसा लग रहा था जैसे कोई बिल्ला गरमी के मौसम में म्याऊँ-म्याऊँ कर रहा हो।
अब बेचारे रिसेप्शनिस्ट सोच में पड़ गए – क्या मैं यहीं छुपा रहूं जब तक ये महिला 'इमरजेंसी नंबर' वाले बोर्ड को नहीं देख लेती? या फिर बाहर जाकर इनकी मदद करूं? इतने में वो महिला वॉशरूम के करीब आ गई और जोर-जोर से दरवाज़ा पीटने लगी – “मुझे पता है आप यहीं हैं! हेल्ल्लोओओओ?”
जब 'सीमा' पार हो गई: वॉशरूम में घुस आई 'डिलीवरी दीदी'
सुनने में तो ये मज़ाक सा लगता है, लेकिन महिला ने अगले कदम में वॉशरूम का दरवाज़ा खोल लिया और सीधे स्टॉल के बाहर आ गई! रिसेप्शनिस्ट ने बड़ी शांति से कहा, “मैडम, कृपया बाहर जाइए, मैं अभी बाहर आकर आपकी सहायता करूंगा।” लेकिन महिला जिद पर अड़ गई – “मुझे अभी मदद चाहिए!” अब हमारे नायक ने भी पूछ लिया, “क्या कोई मर रहा है?” जवाब में महिला और बिफर गई – “आपकी ये हरकत बहुत ही अनप्रोफेशनल है!”
इतना ही नहीं, उस महिला ने वॉशरूम स्टॉल का दरवाज़ा खोलने और नीचे से घुसने की भी कोशिश की – हाथ में एक डिलीवरी का पैकेट और मोबाइल फोन! वो दरवाज़े के नीचे से फूड ऑर्डर और फोन अंदर डालने लगी ताकि फोटो खींच सके कि “फूड सेफ प्लेस पर छोड़ा गया है”। भाई साहब, ऐसा नज़ारा तो बॉलीवुड के कॉमेडी सीन में भी कम ही देखने को मिलता है!
एक कमेंट ने तो खूब लिखा – “अगर कोई आपके वॉशरूम में घुस आए और फोटो लेने लगे, तो ये कानूनन भी गलत है, और नैतिक रूप से भी। ऐसे लोगों को बैन ही कर देना चाहिए!” (u/Relatents)
डिलीवरी की जिद और होटल वालों की परेशानी
ये महिला दरअसल डिलीवरी ऐप की डिलीवरी वर्कर थी, जिसे किसी 'जमाल' नामक व्यक्ति के लिए चिकन विंग्स देने थे। लेकिन रिसेप्शनिस्ट को तो ऐसे किसी गेस्ट का नाम ही नहीं मिला। महिला ने डिलीवरी का फोटो लेने के लिए हदें पार कर दीं, रिसेप्शनिस्ट ने मजबूरी में उसके फोन और फूड को बाहर फेंक दिया। इसके बाद महिला ने धमकी दी – “मैं तुम पर केस कर दूंगी!”
इस पर एक पाठक ने लिखा, “डिलीवरी कंपनियां ऐसे मामलों में अक्सर कुछ नहीं करतीं। ग्राहक को तो शायद रिफंड मिल जाए, लेकिन होटल स्टाफ को झेलना पड़ता है।” (u/Livid-Passion9672)
होटल स्टाफ की दुनिया में ये कोई नई बात नहीं है। एक और कमेंट में शेयर किया गया – “मेरे साथ भी कई बार ऐसा हुआ कि गेस्ट दो मिनट इंतजार करता है, लेकिन शिकायत करता है कि पंद्रह मिनट से खड़ा हूं! लोग टाइम को रबड़ की तरह खींच लेते हैं जब उन्हें फायदा चाहिए।” (u/LOUDCO-HD)
‘जमाल’ के विंग्स और होटल का सिरदर्द
रात दस बजे असली जमाल प्रकट हुआ, वो भी पास के होटल से! उसने वही फोटो दिखाया और बोला – “मुझे बताया गया कि मेरा खाना यहीं है।” रिसेप्शनिस्ट ने पूरी घटना बताई, कि खाना तो वॉशरूम में मिला था और अब उसे फेंक दिया गया है। जमाल साहब बोले – “अब मैं क्या करूं?” भाई, विंग्स के लिए तो कोई इस कदर जद्दोजहद करेगा, ये तो पहली बार सुना!
यहां हमारे हिंदी पाठकों के लिए एक मजेदार बात – सोचिए, अगर हमारे देश में किसी होटल के रिसेप्शनिस्ट के पीछे-पीछे डिलीवरी वाला वॉशरूम तक घुस जाए, तो क्या होगा? या तो रिसेप्शनिस्ट का गुस्सा सातवें आसमान पर, या फिर किसी ‘चाय-पानी’ वाले अंदाज में मामला निपटा दिया जाता।
क्या ये सही है? होटल स्टाफ की सीमाएं और हमारी जिम्मेदारी
ये कहानी सिर्फ एक मजाकिया वाकया नहीं, बल्कि एक सीख भी देती है – होटल, दुकान या ऑफिस का स्टाफ भी इंसान है, उन्हें भी निजता और आराम का हक़ है। डिलीवरी ऐप्स के ज़माने में ग्राहक और ड्राइवर दोनों में धैर्य की कमी आ गई है, और “मुझे अभी चाहिए” वाली सोच ने अजीब-अजीब हालात खड़े कर दिए हैं।
एक टिप्पणीकार ने बहुत सही कहा – “अगर किसी को होटल में खाना चाहिए, तो खुद रिसीव करने आना चाहिए। होटल वाले आपकी डिलीवरी के चौकीदार नहीं हैं।” (u/Kybran777)
तो अगली बार जब आप होटल या किसी ऑफिस में इंतजार करें, तो याद रखें कि सामने वाला भी इंसान है, रोबोट नहीं। और हां, वॉशरूम की दहलीज लांघने से पहले दो बार सोचें – कहीं आप भी किसी की कहानी का हिस्सा तो नहीं बन जाएंगे?
निष्कर्ष: क्या आपके साथ भी हुआ है ऐसा?
तो दोस्तों, इस कहानी से हमने सीखा कि धैर्य, मर्यादा और दूसरों की निजता का सम्मान करना कितना जरूरी है – वरना आप भी किसी वायरल पोस्ट का हिस्सा बन सकते हैं! आपके साथ भी कभी ऐसा कोई अजीब-सा अनुभव हुआ हो, तो कमेंट में जरूर बताएं। और अगर आपको ये किस्सा पसंद आया हो, तो शेयर करें, ताकि और लोग भी रिसेप्शन की ‘छुपी हुई’ कहानियों का मजा ले सकें!
मूल रेडिट पोस्ट: Why are you in my stall?