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होटल के रिसेप्शन पर जब मेहमान बने सीरियल अपराधी और एक 'कुत्ते' ने मचा दी हलचल

होटल के फ्रंट डेस्क का कार्टून-3D चित्र जिसमें अनोखे मेहमान और अप्रत्याशित घटनाएँ हैं।
मेरे मजेदार फ्रंट डेस्क के अनुभवों में डुबकी लगाइए! यह मजेदार कार्टून-3D छवि आतिथ्य के काम की रोमांचकता को दर्शाती है—हर दिन कुछ नया और चौंकाने वाला लाता है!

होटल की रिसेप्शन डेस्क यानी फ्रंट डेस्क पर ड्यूटी करना आमतौर पर लोगों को बहुत सीधा-सादा काम लग सकता है। लेकिन सच्चाई तो ये है कि यहां हर दिन ड्रामा, थ्रिलर और कॉमेडी की फिल्म जैसी कहानियाँ बनती-बिगड़ती हैं। एक नए रिसेप्शनिस्ट ने अपनी पहली नौकरी के कुछ महीनों में ही ऐसी-ऐसी घटनाएँ देखीं कि मानो किस्मत ने उसे CID या क्राइम पेट्रोल का हिस्सा बना दिया हो!

आज मैं आपको सुनाने जा रहा हूँ दो कहानियाँ—एक सस्पेंस से भरपूर और दूसरी, आप हंसी रोक नहीं पाएंगे।

जब होटल बना क्राइम थ्रिलर का सेट—मेहमान या माफिया?

सब कुछ बिल्कुल आम दिनों की तरह चल रहा था। एक सज्जन अपने कुछ दोस्तों के साथ होटल में एक हफ्ते के लिए चेक-इन करते हैं। रिसेप्शनिस्ट को वे बिल्कुल आम ग्राहक लगे। अगले ही दिन, होटल के जीएम (जनरल मैनेजर) और फ्रंट डेस्क मैनेजर ने सबको बुलाया और बताया—"एफबीआई यहाँ गुप्त रूप से निगरानी कर रही है, और वो हमारे इन्हीं मेहमानों को देख रही है।"

अब सोचिए, हमारी फिल्मों में जब पुलिसवाले सादा कपड़ों में आते हैं, तो पूरा मोहल्ला खबर फैला देता है। यहां भी कुछ ऐसा ही हुआ। कमेंट सेक्शन में एक यूज़र ने बड़ा मजेदार सवाल उठाया—"अरे, एफबीआई की इतनी गुप्तता थी तो रिसेप्शनिस्ट को कैसे बता दिया?" दूसरे ने हँसते हुए कहा, "अगर उन्हें इतनी जल्दी बता दिया, तो शायद सच में एफबीआई नहीं थी, बस अफवाह थी!"

मगर मामला सच था, क्योंकि होटल के पार्किंग में एक चोरी की गाड़ी मिली थी—जो कि हाल ही में एक कत्ल की वारदात से जुड़ी थी। अब रिसेप्शनिस्ट की हालत सोचिए—हर बार जब वो मेहमान नीचे आते, उनसे कुछ पूछते, तो मन में चलता रहता, "भैया, इन्होंने अभी हाल ही में किसी का कत्ल किया है!" लेकिन चेहरे पर हँसी, आवाज़ में मिठास—"सर, आपके लिए क्या कर सकता हूँ?"

तीन दिन बाद वारंट आया, पुलिस ने कमरे की तलाशी ली, और पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया। होटल वाले चैन की सांस ली, लेकिन रिसेप्शनिस्ट के लिए ये तजुर्बा जिंदगी भर का किस्सा बन गया।

जब 'कुत्ते' का झूठ भारी पड़ गया

अगर आपको लगे कि होटल में सबसे बड़ा सिरदर्द सिर्फ अपराधी ही होते हैं, तो जनाब, होटल की असली परेशानी तो 'प्यारे' पालतू जानवर भी पैदा कर सकते हैं! हुआ यूँ कि एक मेहमान ने खुद ही अपनी बुकिंग में 'पेट फी' जोड़ दी—यानी उसके साथ कुत्ता भी है। चेक-इन पर कुत्ता दिखा नहीं, लेकिन धीरे-धीरे रिसेप्शनिस्ट और हाउसकीपिंग स्टाफ को उसकी मौजूदगी का अहसास हो गया।

अब असली मजा आया चेकआउट के दिन। हाउसकीपिंग स्टाफ ने जानकारी दी—"साहब, पूरे कमरे में कुत्ते ने गंदगी फैला रखी है!" होटल ने डीप क्लीनिंग चार्ज लगाया, तो मेहमान अड़ गया, "मेरे साथ तो कोई कुत्ता था ही नहीं, पैसे वापस करो!"

यहाँ कमेंट सेक्शन में एक यूज़र ने अपने देसी अंदाज में लिखा—"साहब, अगर ये कुत्ते की गंदगी नहीं है, तो फिर आपकी है क्या?" रिसेप्शनिस्ट भी सोच में पड़ गया—"अगर कुत्ता नहीं था, तो फिर ये सब किसका है?"

एक और कमेंट ने कहानी को और मजेदार बना दिया—"कुत्ता हो या ना हो, कमरे में गंदगी छोड़ी है, तो किसी को तो सफाई के पैसे देने पड़ेंगे। अगर खुद करना है, तो आइए और सफाई कर जाइए!"

होटल में हर दिन है एक नई कहानी

इन दोनों किस्सों से एक बात तो साफ है—होटल का रिसेप्शन सिर्फ मुस्कान और नमस्ते तक सीमित नहीं है। कभी जिंदगी में थ्रिलर मूवी वाला सस्पेंस, तो कभी देसी हास्य का डोज। और हाँ, अफवाहें भी खूब उड़ती हैं—एफबीआई आई थी या नहीं, इसका सच तो सिर्फ होटल स्टाफ और असली मेहमान ही जानते हैं!

हमारे देश के होटल में भी ऐसे किस्से कम नहीं होते—कभी कोई मेहमान अपना परिचय छुपाता है, तो कभी कोई 'प्यारा' जानवर घरवाले से ज्यादा सिरदर्द बन जाता है। होटल स्टाफ को हर हाल में प्रोफेशनल रहना पड़ता है, चाहे सामने अपराधी बैठा हो या कोई 'कुत्ते' वाला गेस्ट।

क्या कभी आपके साथ भी हुआ है ऐसा?

अगर आप होटल इंडस्ट्री में हैं या कभी ऐसी कोई मजेदार घटना आपके साथ हुई है, तो कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं। आपके किस्से शायद अगली बार की कहानी बन जाएं! और अगर होटल में डिनर करने जाएँ, तो रिसेप्शनिस्ट को सलाम करना न भूलें—कौन जाने, वो किस तरह की कहानी के बीच फँसा हो!

तो दोस्तों, कैसी लगी आपको होटल की ये 'रियल लाइफ' थ्रिलर और कॉमेडी? आप भी अपनी राय और मजेदार अनुभव शेयर करें!


मूल रेडिट पोस्ट: Been working Front Desk since May