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होटल की रात की ड्यूटी और 'हबीबी' की नौटंकी: जब 'ना' कहना जरूरी हो गया

रात का समय, होटल की रिसेप्शन डेस्क और एक के बाद एक आते अतिथि – इनमें से कुछ तो बड़े शालीन, तो कुछ ऐसे कि सामने आ जाएं तो मन कहे, “हे भगवान, आज इनसे पाला पड़ गया!” हमारे देश में जैसे शादी-ब्याह के सीजन में होटल वालों की जान सांसत में रहती है, वैसे ही अमेरिका में भी रात्रि शिफ्ट पर तैनात रिसेप्शनिस्ट के सामने अजीबोगरीब मेहमानों की कतार लगी रहती है। आज की कहानी एक ऐसे ही ‘हबीबी’ की, जिसने अपनी चालबाजी से होटल स्टाफ को परेशान करने की ठानी – लेकिन इस बार रिसेप्शनिस्ट ने भी उसे दिखा दिया कि ‘ना’ कहना भी एक कला है!

जब 'हबीबी' की एंट्री हुई – स्टाइल के नाम पर बवाल

सोचिए, आप होटल रिसेप्शन पर बैठे हैं और अचानक एक साहब आते हैं, जिनकी पैंट टखनों से ऊपर, सफेद एडिडास के मोजे और ब्रांडेड जूते – लेकिन फिटिंग ऐसी कि दर्जी भी सोच में पड़ जाए! साथ में एक लड़की, और चेहरे पर वो एक्सप्रेशन कि जैसे पूरी दुनिया उनकी जेब में है। ‘हबीबी’ – जी, यही नाम दिया हमारे कहानीकार ने उस ग्राहक को, क्योंकि उसका अंदाज हूबहू सोशल मीडिया पर वायरल ‘अरब डैड’ टाइप था।

सबसे मज़ेदार बात – ये जनाब बार-बार आते हैं, थोड़ा अकड़ के, और हमेशा कोई न कोई बहाना लेकर! इस बार तो हद ही कर दी – कमरा भी चाहिए, पार्किंग भी फ्री चाहिए, और बहस भी करनी है।

'पार्किंग फ्री है' – भारतीय जुगाड़ का अमेरिकी वर्जन

हमारे यहाँ तो लोग होटल में चाय के साथ फ्री बिस्किट मांग लेते हैं, लेकिन अमेरिका में हबीबी जैसे लोग फ्री पार्किंग के लिए झगड़ते हैं! कहानीकार ने साफ़-साफ़ कहा, “कमरा 249 डॉलर, पार्किंग 22 डॉलर प्रति गाड़ी।” लेकिन हबीबी तो सुनने को तैयार ही नहीं – बोले, “मैं पहले भी रुका हूँ, पार्किंग फ्री मिलती है, यही नियम है!”

अब यहाँ एक कमेंट याद आता है – “जैसे ही कोई कोर्ट या वकील की धमकी देता है, समझ लीजिए मामला खत्म!” (ठीक वैसे जैसे हमारे यहाँ कोई कह दे, 'मैं जानता हूँ ऊपर तक पहुंच वाले लोगों को!') होटल रिसेप्शनिस्ट ने भी वही किया – बड़े प्यार से बोला, “भैया, जब सौदा पसंद नहीं तो मत लीजिए, कोई जबरदस्ती नहीं है। और अब तो सौदा ही कैंसल!”

'ना' कहने की ताकत – होटल स्टाफ की असली परीक्षा

जैसे ही रिसेप्शनिस्ट ने ‘ना’ कहा, हबीबी का चेहरा देखने लायक था – बिलकुल पिकाचू के हैरान चेहरे जैसा! “नहीं, आप कमरा दीजिए”, “नहीं भैया, अब नहीं”, “क्यों नहीं?”, “क्योंकि आपने खुद ही बोला आप होटल का सत्यानाश कर देंगे!”

यहाँ एक मजेदार कमेंट था – “ऐसे लोगों को ‘ना’ सुनना ज़्यादा जरूरी है, वरना ये हर जगह सिर चढ़ जाते हैं।” और सच पूछिए तो यही बात सही भी है – कुछ मेहमान अपनी जिद में होटल स्टाफ को इतना तंग कर देते हैं कि दिन भर की थकान एक झटके में दोगुनी हो जाती है।

एक और कमेंट ने खूब बात कही – “ऐसे लोगों को आते ही पहचान लिया जाए तो बाकी मेहमानों की शांति बची रहती है। एक को मना करना, सौ परेशानियों से बचाता है।” यही वजह है कि अनुभवी रिसेप्शनिस्ट अक्सर ऐसे मेहमानों की चाल-ढाल देखकर समझ जाते हैं कि आज की रात कैसी बीतेगी!

'हबीबी' की हार और सबक – आत्मसम्मान के साथ 'ना' कहना

आखिरकार, हबीबी को अपनी लड़की के साथ वापस लौटना पड़ा – इस बार बिना कमरा लिए। और होटल के रिसेप्शनिस्ट ने न सिर्फ अपनी इज्जत बचाई, बल्कि होटल की भी शांति बनाए रखी।

यहाँ एक बड़ी प्यारी सीख छुपी है – चाहे कोई कितना भी बड़ा ग्राहक हो, अगर वो नियम तोड़ने पर आमादा है या स्टाफ को धमका रहा है, तो ‘ना’ कहना जरूरी है। जैसे हमारे यहाँ दुकानदार कभी-कभी 'बिक गया, माल नहीं है' बोलकर अपनी इज्जत और बाकी ग्राहकों की शांति बचा लेता है, वैसे ही होटल के लोग भी अपनी सीमाएं तय करें तो सबका भला है।

क्या कहती है Reddit की जनता?

कई कमेंट्स में लोगों ने खुलकर समर्थन किया – “जब कोई कोर्ट की धमकी दे, तो साफ बोलो – अब वकील से ही बात होगी, होटल कुछ नहीं बेचेगा!” कुछ ने हबीबी के अतरंगी पहनावे पर भी चुटकी ली – “इतना पैसा है, लेकिन लड़की से डेबिट कार्ड से पेमेंट करवा रहा है? यह तो गजब है!”

कुछ लोगों ने यह भी कहा – “शायद हबीबी शादीशुदा है, और इसीलिए लड़की को पेमेंट करवा रहा है, ताकि घरवालों को पता न चले!” ऐसे मज़ेदार तंज़ तो हमारे देसी कमेंट सेक्शन में भी खूब देखने को मिलते हैं।

निष्कर्ष – ‘ना’ कहना भी एक हुनर है

तो दोस्तों, चाहे होटल हो, दुकान हो या ऑफिस – कभी-कभी ‘ना’ कहना ही सबसे अच्छा रास्ता है। इससे न सिर्फ आपकी इज्जत बनी रहती है, बल्कि बाकी सबकी शांति भी। अगली बार जब कोई ‘हबीबी’ टाइप ग्राहक आपको नियम तोड़ने को कहे, तो मुस्कुराते हुए कहिए – “भैया, आज सौदा नहीं होगा!”

आपका इस कहानी के बारे में क्या ख्याल है? क्या आपके साथ भी कभी किसी ग्राहक ने ऐसी नौटंकी की है? अपने अनुभव कमेंट में जरूर साझा करें – और हां, अगली बार होटल में रुकें तो रिसेप्शनिस्ट की मेहनत का भी सम्मान करें!


मूल रेडिट पोस्ट: You gotta say 'No' sometimes.