होटल के मैनेजरों की चालाकी पर जब कर्मचारियों ने पलटवार किया: एक मजेदार ऑफिस किस्सा
कहते हैं न, "ऊपर वाले की मर्जी और बॉस की फजीहत – दोनों का कोई भरोसा नहीं!" ऑफिस की राजनीति और रोज़मर्रा की जुगाड़ का किस्सा हर दफ्तर में चलता है, लेकिन होटल की दुनिया में तो हर दिन नई कहानी बनती है। आज की कहानी है एक होटल के असिस्टेंट फ्रंट डेस्क मैनेजर की, जिसने अपने सीनियर मैनेजर के साथ मिलकर ऊपरी मैनेजमेंट को उन्हीं के खेल में मात दे दी।
आप भी ऑफिस में कभी-न-कभी ऐसी स्थिति में फँसे होंगे, जब गलती ऊपर से हुई हो और डांट नीचे वालों की लगे। तो सुनिए, कैसे इस होटल के कर्मचारियों ने "बड़ा साहब" टाइप मैनेजमेंट को हल्के-फुल्के अंदाज में आईना दिखा दिया।
सुबह का झटका: मीटिंग, मैनेजर और मन-मसोसना
सुबह-सुबह होटल के असिस्टेंट फ्रंट डेस्क मैनेजर (AFDM) ऑफिस पहुँचे। सोचा था कि आज तो बस रिज़र्वेशन देखनी है और दिन आराम से कट जाएगा। लेकिन तभी फ्रंट डेस्क मैनेजर (FDM) ने आकर कहा – "चलो, एक मीटिंग अटेंड करनी है।" मीटिंग रूम में पहुँचे तो वहाँ जनरल मैनेजर, एरिया मैनेजर, नए फाइनेंस मैनेजर और एरिया रेवेन्यू एंड एनालिसिस मैनेजर पहले से जमे हुए थे।
कल ही रेवेन्यू मैनेजर ने AFDM को तीन-तीन ईमेल भेजकर डांट लगाई थी कि "गेस्ट को टाइम से चेकआउट क्यों नहीं किया?" और वो भी पाँच अलग-अलग डिपार्टमेंट हेड्स को CC करते हुए! ऊपर से खुद कभी आकर हाथ नहीं मिलाया, बस ईमेल पर 'हुक्म' चलाते रहे।
मीटिंग में सवाल उठा – "हम ओवरबुक कैसे हो गए? कल तक तो सब ठीक था!" AFDM को लगा, कहीं गलती से 'डू नॉट यूज़' वाले कमरे खुले तो नहीं छोड़ दिए? लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। असल में, उन्हें और FDM को इस ओवरबुकिंग की खबर उसी वक्त मिली थी।
ऊपरी मैनेजमेंट की चूक, नीचे वालों पर ठीकरा
अब कहानी में ट्विस्ट आया। एरिया फाइनेंस मैनेजर ने बताया – "कल रात एक ग्रुप बुकिंग आई थी, हमने बहुत हाई रेट्स कोट किए थे, सोचा नहीं था कि ग्राहक मान जाएगा!" अब भई, शहर के सारे होटल फुल थे, ग्राहक को कहीं तो रुकना था – चाहे जितना भी रेट हो।
फिर सवाल – "आपने इसकी प्लानिंग क्यों नहीं की?" अब AFDM और FDM ने साफ कह दिया – "हमें तो आज सुबह ही पता चला, कोई ईमेल या मैसेज नहीं मिला।" फाइनेंस मैनेजर ने मुंह छुपाते हुए माफी मांग ली, लेकिन अपनी गलती मानने में भी कंजूसी कर रहे थे।
जुगाड़ू भारतीय स्टाइल: समस्या का देसी हल
अब शुरू हुआ असली 'जुगाड़'। AFDM और FDM ने पूरा दिन लगा दिया – किसी गेस्ट ने कैंसिल किया क्या, डू नॉट यूज़ रूम्स किसी तरह इस्तेमाल हो सकते हैं क्या, जिन लोगों ने छोटा कमरा बुक किया था उन्हें बड़ा कमरा दे दिया।
मज़े की बात – जिनकी वजह से यह झंझट हुई (फाइनेंस मैनेजर साहब), वो खुद होटल में ही ठहरे हुए थे, लेकिन जब उनसे कहा गया कि एक रात के लिए 'डू नॉट यूज़' रूम में शिफ्ट हो जाएँ (जहाँ बस टीवी नहीं था), तो उन्होंने साफ मना कर दिया! भारतीय दफ्तरों में ऐसे लोग खूब मिलते हैं – "गलती मेरी, भुगतना तुम्हें पड़ेगा!"
एक कमेंट करने वाले u/Severe-Hope-9151 ने तो बड़ी मजेदार सलाह दी: "अगर मैं होता तो जिस रूम में फाइनेंस मैनेजर ठहरे हैं, वहाँ से टीवी निकालकर उस कमरे में रख देता, जिससे उनका पूरा मजा किरकिरा हो जाता!"
जीत छोटी सही, पर दिल से बड़ी
दिन के आखिर में AFDM और FDM को एक हल मिल ही गया – एक ग्रुप बुकिंग में एक एक्स्ट्रा रूम गलती से रखा गया था, जो असल में जरूरत ही नहीं था। अब सवाल था – इस रूम को बिना शोर-शराबे के अलॉट करें, या फिर सबको ईमेल कर दें कि हमने समस्या सुलझा दी है।
यहाँ AFDM और FDM ने भी "ईंट का जवाब पत्थर से" देने का फैसला किया। जैसा उनके साथ हुआ, वैसा ही उन्होंने भी किया – पूरे एरिया जीएम, जीएम, रेवेन्यू मैनेजर, रिज़र्वेशन मैनेजर और बाकी सबको ईमेल भेजकर अपनी जीत का डंका बजा दिया।
कमेंट्स में कई लोगों ने कहा – "ऐसे कर्मचारियों को तो नई नौकरी ढूँढ लेनी चाहिए जो दूसरों की गलती सुधारने में खुद को परेशानी नहीं देना चाहते।" एक और ने लिखा – "होटल में ओवररीच? इस महँगाई में? हाहाहा!"
ऑफिस पॉलिटिक्स हो या होटल का फ्रंट डेस्क – जब तक ऊपर वाले की गलती को नीचे वाला संभाल ना ले, काम चलता ही नहीं। लेकिन कभी-कभी छोटी जीत भी बड़ी राहत दे जाती है।
निष्कर्ष: ऑफिस की राजनीति में जीत की मिठास
इस किस्से से सीख मिलती है – चाहे मुश्किल कितनी भी बड़ी हो, अगर टीम में एकता है और जुगाड़ की शक्ति है, तो ऊपरी मैनेजमेंट को भी सबक सिखाया जा सकता है। और हाँ, कभी-कभी 'ईमेल गेम' खेलना भी जरूरी हो जाता है, ताकि सबको पता चले – असली हीरो कौन है!
क्या आपके साथ भी ऐसा कोई मजेदार ऑफिस किस्सा हुआ है? नीचे कमेंट में जरूर लिखिए! साथ ही, अपने ऑफिस के 'बड़ा साहब' के कारनामे भी हमारे साथ साझा करें।
आखिर में, याद रखिए – "छोटी जीत भी जीत होती है!"
मूल रेडिट पोस्ट: That time me and the FDM got one up on higher management for screwing us over