होटल का बवाल: जब बैडशीट से ज्यादा उल्टी में उलझ गई पार्टी

एक अराजक रेस्तरां दृश्य का एनिमे चित्रण, जहां वयस्क डिनर कार्यक्रम के दौरान संयम खो रहे हैं।
इस जीवंत एनिमे दृश्य में, होटल में डिनर कार्यक्रम के दौरान वयस्कों के हास्यपूर्ण अराजकता को देखें। आतिथ्य में ऐसे क्षण अक्सर बेहतरीन कहानियों का कारण बनते हैं!

होटल की डिनर पार्टियों का अपना ही मजा है—रौनक, शोर-शराबा, और कभी-कभी ऐसी घटनाएं, जिनके किस्से बाद में चाय के साथ सुनाए जाते हैं। लेकिन कुछ रातें ऐसी होती हैं, जब मेहमानों की मस्ती बेकाबू हो जाती है और होटल स्टाफ के लिए असली ‘एक्शन’ शुरू होता है। ऐसी ही एक रात की कहानी है, जब लोगों की मस्ती उनके पेट पर भारी पड़ गई, और होटल के फ्रंट डेस्क पर जैसे बॉलीवुड का ड्रामा उतर आया।

अब जरा सोचिए—शादी-ब्याह के फंक्शन, ऑफिस पार्टी, या फिर दोस्तों का जमावड़ा—हमारे यहां तो ये आम बात है। सबको लगता है, "आज खुलकर जी लेंगे!" लेकिन क्या हो जब 'खुलकर जीना' पेट पर भारी पड़ जाए? पश्चिमी देशों में भी यही हाल है, जैसा कि एक होटल कर्मचारी ने Reddit पर शेयर किया अपना अनुभव।

कहानी शुरू होती है एक आम सी डिनर पार्टी से। पार्टी में खाने-पीने की भरमार, लेकिन कुछ साहबान शायद लिमिट भूल गए। नतीजा—कुछ लोगों का पेट बगावत पर उतर आया। हमारे यहां कहते हैं न, "जितनी चादर हो, उतना ही पैर फैलाओ!" मगर इधर तो उल्टा हो गया—चादर छोटी पड़ गई और उल्टी बड़ी!

सबसे बड़ा 'स्टार' था मिस्टर रॉकस्टार। पार्टी खत्म होते-होते, साहब का पेट गड़बड़ा गया। वो अपने कमरे पहुंचे, लेकिन वहां भी 'पार्टी' जारी रही—इस बार बिस्तर पर! उनकी पत्नी ने फ्रंट डेस्क पर आकर शिकायत की—"साफ चादर चाहिए!" हाउसकीपिंग सुपरवाइज़र को भेजा गया, लेकिन वहां का नज़ारा देख वो भी हैरान—मिस्टर रॉकस्टार अब भी बिस्तर पर लेटे थे, और वही… उल्टी के साथ! सुपरवाइज़र ने आवाज़ लगाई, पर साहब ने कोई जवाब न दिया। जान तो सही सलामत थी, लेकिन इज्ज़त और बिस्तर दोनों खतरे में।

इधर, पत्नी जी दोबारा नहीं आईं, लेकिन उनकी एक दोस्त बड़बड़ाती हुई पहुंची—"चादर दे दो, हम खुद बदल लेंगे!" मैंने भी सोचा, "लो, ये लो चादर, खुद ही हीरोइन बन जाओ!" लेकिन जैसे ही वो अपनी सहेलियों को बुलाने लगी, उसकी 'बहादुरी' भी दो मिनट में फुस्स हो गई।

उधर, बारटेंडर हड़बड़ाते हुए आया—"लिफ्ट के पास एक महिला को उल्टी हो रही है!" देखा तो वही, मिसेज रॉकस्टार! लगता है, पति के 'कारनामे' की बदबू ने उन्हें भी हरा दिया। वो तो भला हो, डस्टबिन पास ही थी, वरना होटल की शोभा तो और बढ़ जाती।

यहां एक Reddit कमेंट की बात याद आई—"कितनी अजीब बात है, उल्टी की बदबू तो जैसे कपड़ों में बस जाती है, चाहे खुद उल्टी की हो या बस पास खड़े रहे हों।" हमारे यहां भी तो यही होता है, एक ने उल्टी की तो बाकी भी नाक-मुँह सिकोड़ने लगते हैं। किसी ने तो मजाक में लिखा था—"सबने जैसे एक साथ 'बाथरूम की पूजा' शुरू कर दी हो।" और सच कहूं, यह एक बुरी चीज की सामूहिक प्रतिक्रिया है, जिससे सब बचना चाहते हैं।

वैज्ञानिकों की मानें, तो यह इंसानी दिमाग की सुरक्षा व्यवस्था है—अगर किसी ने उल्टी की, तो बाकी भी सतर्क हो जाते हैं कि कहीं कुछ जहरीला न खा लिया हो। हमारे देसी समाज में भी यही होता है, कोई बीमार हो जाए तो सबको चिंता होने लगती है—"कहीं खाना खराब तो नहीं था?"

अब वापस कहानी पर—हाउसकीपिंग सुपरवाइज़र फिर कमरे में गया, तो मिस्टर रॉकस्टार अब जाग चुके थे। मगर शुक्रिया या शर्मिंदगी जताने की जगह, वो उखड़ गए—"ये अजनबी मेरे कमरे में क्या कर रहा है?" सुपरवाइज़र चुपचाप बाहर आ गया, और हमने तय किया—अब इनकी 'गृहयुद्ध' में दखल न देना ही सही।

इस पूरे किस्से में सबसे बड़ी बात ये थी कि होटल स्टाफ ने धैर्य और समझदारी से सारा मामला संभाला। कोई और होता, तो शायद अपना आपा खो बैठता। लेकिन यही तो होटल इंडस्ट्री की खासियत है—हर दिन, हर मेहमान, एक नई चुनौती! एक कमेंट में किसी ने लिखा था—"हाउसकीपिंग वाले तो जैसे संत होते हैं, जो हर रोज़ इंसानी 'कृत्यों' से दो-दो हाथ करते हैं।"

सोचिए, हमारे यहां शादी-ब्याह में भी कभी-कभी ऐसे किस्से हो जाते हैं—कोई फूफा जी ओवरडोज़ कर जाते हैं, कोई मामा जी नाचते-नाचते उल्टी कर देते हैं, और घरवाले सिर पकड़ लेते हैं। फर्क बस इतना है कि होटल में ये सब मैनेज करना पड़ता है, और घर में सब हँसी में टाल देते हैं।

आखिर में यही कहूंगा—बड़े लोग, बड़ी बातें, और कभी-कभी बड़ी उल्टियाँ! होटल स्टाफ की मेहनत और सहनशीलता को सलाम, और मेहमानों को एक ही सलाह—मस्ती में होश मत खोओ, वरना चादर तो बदली जाएगी, पर किस्से सालों तक सुनाए जाएंगे!

क्या आपके साथ भी कभी ऐसे अजीबोगरीब होटल या पार्टी अनुभव हुए हैं? नीचे कमेंट में जरूर बताइए, और मज़ा लें इस कहानी का अपनी चाय के साथ!


मूल रेडिट पोस्ट: Couldn't keep it down