होटल का बाथरूम बना गुपचुप मुलाकातों का अड्डा! सुरक्षा गार्ड की आंखों देखी
शहर के बीचों-बीच एक आलीशान होटल, चमचमाती लाइटें, आने-जाने वालों की भीड़ और उसके पीछे चलती एक ऐसी कहानी, जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। होटल का बाथरूम, जहां लोग आमतौर पर तसल्ली से अपना काम निपटाते हैं, वहां कुछ ऐसा हो रहा था जिसे जानकर होटल का स्टाफ भी हैरान रह गया।
भाई साहब, होटल में सिक्योरिटी संभालना कोई बच्चों का खेल नहीं। रोज़ नई परेशानियाँ, रोज़ नई कहानियाँ। पर इस बार जो मामला सामने आया, उसने तो सबकी आंखें खोल दीं!
बाथरूम या गुप्त अड्डा? सच्चाई जानकर उड़ जाएंगे होश
कहानी की शुरुआत होती है होटल के बॉलरूम (Ballroom) के पुरुषों के शौचालय से। वहां काम करने वाले एक हाउसमैन रोज़ शिकायत करता कि बाथरूम में कुछ "चिपचिपा मामला" है, खासकर विकलांगों वाले स्टॉल में। होटल स्टाफ तो उसकी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था, पर एक दिन उसने जो बताया, उसने सबकी बोलती बंद कर दी।
भाईसाहब खुद 'Sniffies' नाम की एक ऐप पर हैं — ये एक ऐसी ऑनलाइन जगह है, जहां लोग गुपचुप मुलाकातों के लिए ठिकाना ढूंढते हैं। और हमारे होटल का बाथरूम वहां रोज़ाना अपडेट होता है, जैसे कोई नया "हॉटस्पॉट" हो!
अब होटल वालों को इन सब चीज़ों से कोई खास लेना-देना नहीं, पर कम से कम कमरा तो बुक कर लेते! कौन चाहेगा कि उसके होटल की इज्जत का कबाड़ा हो जाए, वो भी बाथरूम में?
'छह का झुंड', और सिक्योरिटी की चौकसी
अब होटल स्टाफ ने बाथरूम पर नजर रखना शुरू किया। एक दिन बॉलरूम में कोई इवेंट नहीं था, यानि वहां किसी को जाने की जरूरत ही नहीं थी। लेकिन लंच टाइम में एक-एक कर छह आदमी अंदर जाते दिखे। अब शक तो होना ही था!
सिक्योरिटी गार्ड और उसके बॉस ने अंदर जाकर देखा तो सब सुनसान। फिर ध्यान गया विकलांगों वाले स्टॉल की ओर—और वहां छह-छह मर्द घुसे हुए, एक गोल घेरे में, एक जनाब बीच में। दरवाजा खुलते ही सब ऐसे भागे जैसे मुर्गी के दड़बे में बिल्ली घुस गई हो। होटल से ऐसे निकले, मानो जान आफत में पड़ गई हो!
होटल की जनता, सुझावों की बरसात और देसी तड़का
अब इस किस्से का चर्चा Reddit पर हुआ तो लोग भी कमाल के सुझाव देने लगे। किसी ने कहा—"बाथरूम को लॉक कर दो, जब तक बॉलरूम में कोई इवेंट न हो।" हमारे देश में भी तो ऐसा होता है—जहां भीड़-भाड़ कम, वहां गुप्त काम ज्यादा! एक और साहब बोले—"बाथरूम के बाहर ऊंची आवाज में भजन या क्लासिकल म्यूजिक बजाओ, सब भाग जाएंगे।" सोचिए, 'बेबी शार्क' गाना बजा दिया जाए, तो क्या हाल होगा!
एक मजेदार टिप्पणी आई—"नाम ही बॉलरूम है, अब लोग गेंदों (Ball) की तलाश में आ गए तो क्या करें?" किसी ने चुटकी ली—"छह लोग एक साथ... ये कोई कुश्ती का अखाड़ा तो नहीं!"
कुछ ने सुरक्षा पर सवाल उठाए—"अगर लोग बाथरूम में गुपचुप घुस सकते हैं, तो होटल के बाकी हिस्सों में भी जा सकते हैं।" ये बात तो सही है, भाई। सुरक्षा का मामला हल्के में लेना ठीक नहीं।
DL, Sniffies और समाज का आईना
अब बहुत से पाठकों को 'DL' का मतलब समझ नहीं आया। DL यानी 'डाउन लो'—वो लोग जो समाज के डर से अपनी पहचान छुपाकर, गुपचुप तरीके से संबंध बनाते हैं। भारत में भी ऐसे मामलों के किस्से कम नहीं। शादीशुदा लोग, समाज की नजरों से बचकर, चोरी-छिपे अपनी मर्जी के काम करते हैं। Sniffies जैसी ऐप्स तो हमारे यहां शायद इतनी मशहूर न हों, पर 'गुप्त मुलाकातों' के लिए नए-नए बहाने जरूर निकल आते हैं।
एक टिप्पणी में लिखा था—"अगर होटल के मेहमानों ने छह लोगों को एक साथ बाथरूम में देख लिया, तो होटल की रेटिंग का क्या होगा?" किसी ने तो यहां तक सलाह दे डाली—"फर्जी कैमरे लगा दो, नोटिस लगा दो, कि हर गड़बड़ी रिकॉर्ड की जा रही है। डर के मारे सब भाग जाएंगे!"
भारतीय नजरिए से—होटल, इज्जत और सामाजिक सोच
हमारे यहां भी होटल की इज्जत बहुत मायने रखती है। कोई होटलवाला नहीं चाहेगा कि उसके होटल का नाम किसी गंदे काम से जुड़ जाए। यही वजह है कि सिक्योरिटी वाले ने पुलिस बुलाने की बजाय, डराकर भगा दिया—ताकि खबर फैल जाए और लोग खुद ही सुधर जाएं।
सोचिए, अगर आपके मोहल्ले के होटल में ऐसा कुछ हो जाए, तो कितना हल्ला मच जाएगा! सोशल मीडिया पर मीम्स बनेंगे, पड़ोसी ताने देंगे, और होटल वाले की तो नींद उड़ जाएगी।
निष्कर्ष—क्या आपने भी देखी है ऐसी कोई 'गुप्त' कहानी?
तो भैया, ये थी होटल के बाथरूम की गुप्त कहानी—थोड़ा हास्य, थोड़ा हैरानी, और ढेर सारा सीखने जैसा। अगली बार जब आप किसी होटल में जाएं, तो बाथरूम की ओर जाते वक्त एक बार जरूर देख लें, कहीं कोई 'गोल घेरे' में मीटिंग तो नहीं चल रही!
अगर आपके साथ भी किसी होटल, ऑफिस या पब्लिक जगह पर कोई ऐसी मजेदार या चौंकाने वाली घटना हुई हो, तो नीचे कमेंट में जरूर बताएं। कौन जाने, अगली कहानी आपकी हो!
मूल रेडिट पोस्ट: My hotel is a DL hot spot.