स्वीडन के सुपरमार्केट में अजीब बदला: ट्रॉली वाले को मिली मज़ेदार सज़ा!

भीड़-भाड़ वाली सुपरमार्केट की गली में खरीदारों और टोकरे के साथ 3D कार्टून चित्रण।
इस जीवंत 3D कार्टून चित्रण में, हम एक व्यस्त सुपरमार्केट की गली देखते हैं जहां खरीदारों को हलचल के बीच navigate करना है। यह मजेदार दृश्य एक हास्यपूर्ण कहानी का आधार बनाता है, जो मेरे सौतेले बेटे ने स्वीडन से साझा की है।

कभी-कभी छोटी-छोटी बातें भी दिल पर लग जाती हैं। जैसे जब आप सुपरमार्केट में शॉपिंग कर रहे हों और कोई अपनी ट्रॉली बीच रास्ते में छोड़कर आराम से कहीं और निकल जाए। है ना, बड़ा चिढ़ पैदा करने वाला पल! भारत में तो लोग ऐसे ट्रॉली को खुद ही साइड कर देते हैं, पर स्वीडन में मामला कुछ अलग है। आज की कहानी है एक ऐसे अनोखे बदले की, जिसे पढ़कर आप भी मुस्कुरा उठेंगे।

तो हुआ यूं कि स्वीडन में रहने वाले एक युवक (जो इस कहानी के मुख्य किरदार हैं) सुपरमार्केट में खरीदारी कर रहे थे। जैसे ही वे एक खास आइल में पहुंचे, देखा कि एक सज्जन अपनी ट्रॉली सामान से भरी हुई छोड़कर, पता नहीं क्या ढूंढने दूसरी आइल में चले गए। उनकी ट्रॉली ने पूरा रास्ता जाम कर रखा था। अब, स्वीडन में तो लोग बहुत शिष्ट होते हैं, इसलिए हमारे नायक ने भी पूरी तहज़ीब से कुछ मिनट तक इंतजार किया कि शायद वह व्यक्ति लौट आए और ट्रॉली हटा दे। लेकिन जब कोई आता ही नहीं, तो क्या किया जाए?

अब यहां भारतीय पाठकों को एक बात समझनी होगी — स्वीडन जैसे देशों में सुपरमार्केट में सेल्फ-स्कैनर मिलते हैं। ग्राहक खरीदारी करते वक्त हर चीज़ को खुद स्कैन करते चलते हैं। अंत में बिल बनता है और भुगतान कर दिया जाता है। यानी, पूरा हिसाब-किताब ग्राहक के हाथ में!

तो, कुछ देर इंतजार के बाद हमारे नायक का सब्र टूट गया। उन्होंने उस लावारिस ट्रॉली में रखा स्कैनर उठाया और आसपास की शेल्फ से आधा दर्जन रैंडम सामान (जो उस सज्जन ने खरीदा ही नहीं था) स्कैन कर डाले! और फिर शान से अपने रास्ते निकल लिए। सोचिए, जब वह ट्रॉली वाला व्यक्ति लौटा होगा और देखा होगा कि बिल में ऐसी चीज़ें भी जुड़ गई हैं, जो उसने कभी उठाई ही नहीं थीं—तो उसके चेहरे का रंग उड़ जाना तय है!

इस किस्से को Reddit पर किसी ने शेयर किया तो देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग गई। 1800 से ज़्यादा लोगों ने पोस्ट को पसंद किया और सैकड़ों ने मज़ेदार कमेंट्स किए।

एक अमेरिकी पाठक ने हैरानी जताई कि आखिर ये स्कैनर होते क्या हैं? भारत में भी ऐसे स्कैनर अभी आम नहीं हैं, लेकिन स्वीडन-नीदरलैंड-क्रोएशिया जैसे देशों में ग्राहक खुद अपनी खरीदारी स्कैन करते चलते हैं। एक कमेंट में किसी ने बताया, "हमारे यहां तो कभी-कभी चेकआउट पर बस सामान का वजन मिलाया जाता है, जिससे चोरी न हो।" वैसे भारत में ऐसा सिस्टम हो तो शायद लोग इसे भी जुगाड़ से निकाल लें!

कई पाठकों ने लिखा कि वे ऐसे में ट्रॉली को साइड कर देते, बदला लेने की जरूरत नहीं समझते। एक स्वीडिश कमेंटर ने मज़ाक में कहा, "यहां तो लोग पहले इंतजार करते हैं, फिर छोटी-मोटी शरारत कर देते हैं!" अमेरिका-यूरोप के कई पाठकों ने अपने-अपने इलाकों के सुपरमार्केट अनुभव बांटे—कहीं बच्चों ने स्कैनर से मस्ती कर दी, तो कहीं किसी ने ट्रॉली को सीधे वॉशरूम में बंद कर दिया!

एक पाठक ने भारतीय अंदाज में सलाह दी—"अगर हमारे यहां ऐसा होता, तो लोग ट्रॉली को उठाकर दूसरी गली में पटक आते, या फालतू सामान डाल आते।" एक ने तो लिखा, "मैं तो ट्रॉली में अपने मन का सामान डाल देता, फिर देखता मज़ा!"

लेकिन हर किसी को ये बदला सही नहीं लगा। एक सज्जन ने लिखा, "भई, इतना वक्त स्कैनिंग में लगाने के बजाए ट्रॉली को धक्का दे देते, काम खत्म।" किसी ने इसे शरारती हरकत कहा तो किसी ने बड़ा हीरो बताया।

सोचिए, अगर भारत में ऐसी सेल्फ-स्कैनिंग वाली शॉपिंग शुरू हो जाए तो क्या-क्या जुगाड़ देखने को मिलेंगे! यहां तो लोग सेल्फ-चेकआउट में भी चुपचाप एक-आध प्याज या टमाटर छुपा लेते हैं कि सिस्टम न पकड़ ले। और अगर किसी ने ट्रॉली रास्ता रोका, तो लोग उसे खुद ही घसीटकर किनारे कर देते हैं—इतना सब्र किसी के पास नहीं कि मिनटों तक खड़े रहें।

इस पूरे किस्से में सबसे मज़ेदार सीख यह है—कभी भी अपनी ट्रॉली या सामान लावारिस छोड़कर न जाएं, न स्वीडन में, न भारत में। क्योंकि कभी-कभी सामने वाला इंतजार नहीं, बल्कि शरारत कर सकता है!

तो अगली बार जब आप सुपरमार्केट जाएं, तो दूसरों का रास्ता न रोकें, और अगर किसी ने आपकी राह में ट्रॉली अड़ा दी हो, तो सोचिए—सीधा रास्ता चुनेंगे या कोई ऐसा प्यारा बदला निकालेंगे कि सामने वाला ज़िंदगी भर याद रखे!

आपकी क्या राय है? अगर आपके साथ ऐसा कुछ हुआ हो, तो कमेंट में जरूर बताएं—क्या आप ट्रॉली घसीटेंगे, फालतू सामान डालेंगे, या सीधा मैनेजर को बुलाएंगे? या फिर कोई नया जुगाड़ ट्राय करेंगे?

कहानी पढ़कर मज़ा आया हो तो दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। और याद रखें—सुपरमार्केट में सब्र भी जरूरी है, लेकिन कभी-कभी शरारत भी!


मूल रेडिट पोस्ट: Blocking that aisle is going to cost you!