शादी के मेहमानों का होटल में हंगामा: एक रिसेप्शनिस्ट की जुबानी
शादी... हमारे देश में तो शादी एक त्यौहार की तरह मनाई जाती है। बैंड-बाजा, बड़ी-बड़ी बारातें, रिश्तेदारों की रेलमपेल और दूल्हे-दुल्हन की मुस्कान के साथ-साथ, मेहमानों की फरमाइशों और शिकायतों की भी कोई कमी नहीं रहती। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन सबके बीच होटल के कर्मचारी क्या झेलते हैं? आज की कहानी एक ऐसे ही होटल के फ्रंट डेस्क स्टाफ की है, जिसने शादी के मेहमानों के तानों और झल्लाहटों का सामना किया... और वो भी सिर्फ तीस साल की उम्र से पहले ही रिटायर होने का मन बना बैठा!
शादी और होटल: दो नाव में सवार मेहमान
अक्सर देखा गया है, जब शादी बड़े होटल में होती है, तो दूल्हा-दुल्हन अपने मेहमानों के लिए कमरे बुक करवा देते हैं। वैसे तो दो-तीन दिन पहले से मेहमान आकर रुक जाते हैं, लेकिन कुछ लोग सोचते हैं कि ‘हम तो शादी के दिन ही आ जाएंगे, होटल वाले तो हमारे लिए सबकुछ रेडी रखेंगे!’ अब भला, होटल स्टाफ कोई जादूगर थोड़े ही है! इस बार भी ऐसा ही हुआ – तीन शादी के ग्रुप थे, दो तो बड़े समझदार निकले, तीसरे वाले ने तो होटल वालों की नाक में दम कर दिया।
‘जल्दी चेक-इन चाहिए!’
बुधवार की सुबह, रिसेप्शनिस्ट की ड्यूटी शुरू हुई। देखा, लॉबी में एक महिला नाइट ऑडिटर से ज़ोर-ज़ोर से बहस कर रही हैं – “मैं दो घंटे गाड़ी चलाकर आई हूं, मुझे कमरे में जल्दी चेक-इन चाहिए, वरना मैं शादी के लिए कैसे तैयार होऊंगी?” होटल के नियम साफ़ थे – चेक-आउट 11 बजे, चेक-इन दोपहर 3 बजे के बाद ही मिलेगा। महिला से कहा गया – “मैम, हम आपका बैग रख सकते हैं, आप चाहें तो गेट के पास वाले बाथरूम में तैयार हो जाइए।”
अब उस महिला का गुस्सा सातवें आसमान पर! “दुल्हन ने वादा किया था कि जल्दी चेक-इन मिलेगा!” लेकिन होटल के कॉन्ट्रैक्ट में ऐसा कुछ नहीं था। उन्हें समझाया गया – “अगर आप किसी जान-पहचान वाले को जानती हैं, जो पहले से रुके हुए हैं, तो उनके कमरे में रेडी हो लीजिए, हम आपका सामान रख देंगे।” मगर मैडम को कोई भी विकल्प पसंद नहीं आया और उन्होंने फिर से होटल वालों की क्लास लगा दी।
‘प्लानिंग की कमी, परेशानी हमारी!’
सबसे मजेदार बात तो ये रही कि इसी शादी वाले ग्रुप में एक महिला थीं, जिन्होंने पहले ही एक रात पहले से कमरा बुक कर लिया था। वो आराम से उठीं, नाश्ता किया, तैयार हुईं और शादी के लिए निकल पड़ीं। बाकी सब मेहमान, जो ‘आखिरी समय’ पर आए, सबको जल्दी-जल्दी तैयार होना, सामान रखवाना, बाथरूम में मेकअप करना पड़ा। होटल स्टाफ सोच रहा था – “किसी और की प्लानिंग की कमी, हमारे लिए इमरजेंसी बन जाती है!”
रेडिट पर इस किस्से को पढ़ने के बाद, एक कमेंट करने वाले ने तो सीधा-सीधा कह दिया, “इन लोगों को बुकिंग लिंक पर बड़ा-बड़ा लिख देना चाहिए कि समय पर शादी में पहुंचना है, तो एक दिन पहले कमरा बुक करें, जल्दी चेक-इन की कोई गारंटी नहीं।” कई लोग बोले – “जब तक लोग लॉबी तक पहुंचते हैं, तब तक देर हो चुकी होती है!” किसी ने तो ये तक सुझाया, “बुकिंग के समय एक बॉक्स टिक करवाओ – ‘मैं समझता हूं कि मुझे चेक-इन 3 बजे के बाद ही मिलेगा’। कम से कम बाद में बहस तो न हो।”
मेहमानों की ‘VIP’ सोच और होटल कर्मचारियों की असली हालत
हमारे यहां भी मेहमान सोचते हैं – ‘हम शादी में आए हैं, हमारे लिए तो कमरा पहले से रेडी होगा ही!’ लेकिन होटल स्टाफ के लिए तो हर मेहमान बराबर होता है – चाहे वो शादी का हो या आम घूमने वाला। एक फनी कमेंट था – “जैसे ही कोई शादी वाला मेहमान चिल्लाता है, तुरंत उसके नाम के आगे DNR (Do Not Rent) लिख देना चाहिए!” एक और जनाब बोले – “किसी और की ग़लत प्लानिंग, मेरे लिए इमरजेंसी नहीं बनती।” होटल का स्टाफ तो बस यही सोचता रह जाता है कि काश, हम भी ऐसा मुंहफट जवाब दे सकते!
और सबसे दिलचस्प बात – कई बार होटल मैनेजर, ऐसे हाई-फाई मेहमानों को चुप कराने के लिए मुफ्त में पॉइंट्स या छूट दे देते हैं। इससे मेहमान और भी हिम्मत पकड़ लेते हैं, अगली बार और बड़ी फरमाइश लेकर आ जाते हैं। एक कमेंट में किसी ने कहा, “अगर किसी के साथ अच्छा व्यवहार करना है, तो उसे नियम भी सिखाने चाहिए, वरना होटल स्टाफ की इज्जत मिट्टी में मिल जाती है।”
शादी में होटल बुकिंग – सीखने लायक बातें
आखिर में, इस मजेदार किस्से से हम सबके लिए कुछ सिखने लायक बातें –
- शादी के दिन पहुंचकर जल्दी चेक-इन की उम्मीद मत कीजिए, एक रात पहले से बुकिंग करें।
- होटल वाले भी इंसान हैं, उनके पास जादू की छड़ी नहीं।
- अगर दोस्त या रिश्तेदार पहले से रुके हैं, तो उनसे मदद मांग लें।
- होटल के नियम पढ़ें, और अगर नहीं समझ आए तो बुकिंग के समय ही पूछ लें।
- शादी का मजा लेना है, तो मस्त प्लानिंग करिए, होटल वालों की नींद मत उड़ाइए!
अंत में, जैसा कि हमारे यहां कहा जाता है – “सोच समझकर कदम उठाओ, वरना लेने के देने पड़ सकते हैं!” तो अगली बार जब आप शादी या किसी फंक्शन में होटल जाएं, होटल स्टाफ की मेहनत को याद रखना, और समय से पहले बुकिंग कर लेना!
क्या आपको भी कभी होटल में ऐसा कोई अनुभव हुआ है? नीचे कमेंट करके जरूर बताइए। और हां, अगली बार शादी में जाइए, तो होटल वालों को मुस्कान दीजिए – हो सकता है, आपकी वजह से किसी का दिन अच्छा बन जाए!
मूल रेडिट पोस्ट: Weddings are just the worst.