रूममेट की बदतमीज़ी का बदला: 'शौच' से लवरेज रिवेंज की अनोखी दास्तान!
कॉलेज लाइफ में दोस्ती और रूममेट के साथ रहना जितना मज़ेदार लगता है, उतना ही कभी-कभी सिरदर्द भी बन जाता है। जब तक सब ठीक चलता है, तब तक तो गप्प, मस्ती, और देर रात तक चाय-समोसे का मज़ा है, लेकिन अगर रूममेट निकले 'खुराफ़ाती', तो गुस्से का पारा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। ऐसे ही एक किस्से ने इंटरनेट पर धमाल मचा दिया, जिसमें एक लड़की ने अपने रूममेट को ऐसा सबक सिखाया कि आज 14 साल बाद भी उसे याद करके हँसी आ जाती है।
कहानी की शुरुआत: दोस्ती के नाम पर धोखा
हमारी कहानी की नायिका (चलो, उसे 'स्नेहा' कह लेते हैं) कॉलेज के दिनों में काफी मददगार और दिल की साफ़ थी। एक दोस्त, जो समलैंगिक था और अपने पिता से परेशान होकर घर से निकाला गया था, स्नेहा ने उसे अपनापन दिया और अपने घर में जगह दी। सोचिए, अपने घर में किसी को पनाह देना, एक बहुत बड़ा दिलचस्प फ़ैसला होता है, खासकर जब आप खुद भी आर्थिक तौर पर संघर्ष कर रहे हों।
पर कहते हैं न, "अतिथि देवो भवः" सिर्फ़ समझदार अतिथियों पर लागू होता है, "नासमझ" मेहमान तो घर का हाल बुरा कर ही देते हैं। स्नेहा के रूममेट ने घर को कूड़े के ढेर में तब्दील कर दिया, गेम खेलना, सफाई न करना, बिल का पैसा न देना — और ऊपर से मुंहफटई! जब स्नेहा ने नियम बनाए कि घर में अजनबी लड़के न लाए, तो उस रूममेट ने साफ कह दिया, "मैं अपनी मर्जी करूंगा, तुम्हें जो करना है कर लो।"
उफ्फ, रूममेट की बदतमीज़ी और गुस्से का आलम
अब सोचिए, एक ओर तो घर में दुश्मन जैसा रूममेट, दूसरी ओर बिल और किराए का बोझ। हद तो तब हुई जब रूममेट ने घर खाली करने से इनकार कर दिया। स्नेहा मजबूरी में अपनी मां के घर चली गई, लेकिन बिल उसके नाम पर ही चलता रहा। दो महीने तक सिरदर्द और जेब पर वार — "ऊपर से साला, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे!"
इसी दौरान Reddit पर लोगों ने खूब कमेंट्स किए। एक यूज़र ने तो मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, "अरे भई, शौच तो पंखे पर भी लगा देती तो मज़ा आ जाता!" वहीं किसी ने पुराने बॉलीवुड डायलॉग को ट्विस्ट देकर लिखा, "घर के दरवाज़े से लेकर दीवारों तक, हर जगह बदबू ही बदबू!"
बदले की बारी: शौच से बनी 'रेड चिली' रिवेंज
अब आती है कहानी की असली मज़ेदार क्लाइमेक्स! स्नेहा की मां के घर एक बड़ा, मोटा लैब्राडोर कुत्ता था, जिसकी 'डिलीवरी' सच में पहाड़ जैसी होती थी। स्नेहा ने पूरी तैयारी के साथ एक टपरवेयर में कुत्ते का शौच भरा और सोचा — "अब आएगा मज़ा!"
रूममेट जब घर पर नहीं था, स्नेहा ने दस्ताने पहनकर उस शौच को ऐसे-ऐसे जगहों पर पोता, जिनके बारे में रूममेट ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा — दीवार, दरवाज़े, लाइट स्विच, किचन टेबल, टॉयलेट, शावर, फ्रिज, यहां तक कि उसके गेमिंग एक्सबॉक्स और कंट्रोलर पर भी! और सबसे मास्टरस्ट्रोक — वॉशबेसिन के हैंडल और साबुन की डिब्बी पर, ताकि साफ़ होने के चक्कर में भी हाथ गंदे ही रहें!
एक कमेंट ने बड़े ही देसी अंदाज में कहा, "जिसने जितनी बदतमीज़ी की, उसको उतनी ही 'शौच' की घूंटी मिलनी चाहिए थी।" एक और ने हंसी में लिखा, "उसकी शक्ल देखने लायक रही होगी, काश वीडियो बना लेती!"
पाठक प्रतिक्रियाएं: हँसी, हैरानी और थोड़ी चिंता
Reddit पर कुछ लोग तो इस कहानी को पढ़कर लोटपोट हो गए। किसी ने पुराने गाने की लाइन को बदलते हुए लिखा — "दीवारों से लेकर दरवाजों तक, सब जगह शौच ही शौच!" एक ने कहा, "भई, 14 साल बाद भी जो बदला याद आए, वो तो वाकई लाजवाब है!"
हालांकि कुछ लोगों ने चिंता भी जताई, "ये तो जैविक खतरा (बायोहैज़र्ड) है, कहीं कोई केस-वेस हो जाता तो?" लेकिन खुद स्नेहा ने जवाब में लिखा — "उस रूममेट को गंदगी से इतनी नफरत थी कि शायद आज भी वो हादसा याद करके कांप जाता होगा। और वैसे भी, उसकी हरकतों ने मुझे मजबूर कर दिया।"
सबक और आपकी राय?
इस किस्से से एक सीधा-सपाट सबक तो निकलता है: "कभी भी जरूरत से ज्यादा भलाई में खुद का नुकसान मत करिए।" रिश्ते, चाहे दोस्ती के हों या रूममेटी के, तभी तक सही हैं जब तक दोनों एक-दूसरे की इज्ज़त करें और जिम्मेदारियां निभाएं। वरना, कभी-कभी 'शौच' वाला बदला भी लेना पड़ सकता है!
तो पाठकों, अगर आप भी कभी ऐसे रूममेट के शिकार हुए हैं, या आपके पास कोई देसी बदले की कहानी है, तो नीचे कमेंट में ज़रूर शेयर कीजिए। कौन जाने, आपकी कहानी अगली वायरल स्टोरी बन जाए!
आखिर में, जैसा कि Reddit पर किसी ने कहा — "कर्मा का इलाज, शौच से खास!"
मूल रेडिट पोस्ट: Roommate gave me so much shit, I gave it back... literally