विषय पर बढ़ें

रिटेल स्टोर्स के वो किस्से: जब क्रिसमस के गाने बन गए सिरदर्द!

रिटेल कर्मचारियों की कहानियाँ और अनुभव साझा करते हुए एक जीवंत दुकान का कार्टून-शैली चित्रण।
हमारे कार्टून-3D चित्रण के साथ रिटेल की जीवंत दुनिया में डूब जाइए! एक्सप्रेस लेन में अपने छोटे अनुभव और किस्से साझा करें, क्योंकि हर कहानी मायने रखती है।

क्या आपने कभी सोचा है कि दुकानों में काम करने वाले लोग हर दिन किन-किन अजीबोगरीब हालातों का सामना करते हैं? हम जब भी किसी शॉपिंग मॉल या सुपरमार्केट में घुसते हैं, तो वहां की सजावट, म्यूज़िक और माहौल का मज़ा लेते हैं। लेकिन, इन सब के पीछे जो लोग खड़े हैं, उनके लिए ये सब हमेशा उतना मज़ेदार नहीं होता। आज हम आपको ले चलेंगे एक ऐसी दुनिया में, जहां क्रिसमस के गाने किसी उत्सव से ज्यादा सिरदर्द बन गए!

जब "विंटर वंडरलैंड" बना बला का बवंडर

सोचिए, दीवाली हो या क्रिसमस – त्योहारों पर बाजारों में अलग ही रौनक होती है। वैसे ही, पश्चिमी देशों में क्रिसमस के दौरान दुकानों में 'क्रिसमस कैरोल्स' यानी त्योहार के गाने लगातार बजे जाते हैं। एक Reddit यूजर u/LadyNorbert ने अपने स्टोर का किस्सा सुनाया, जिसे सुनकर हर कोई हँसी भी रोक नहीं पाया और सहानुभूति भी दिखी।

उनका कहना था, "1 नवंबर से ही दुकान में क्रिसमस के गाने बजने शुरू हो जाते हैं और नए साल तक बिना रुके चलते रहते हैं। लेकिन सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब 'विंटर वंडरलैंड' गाना एक ही दिन में 11 बार लगातार बजा! पूरे आधे घंटे तक सिर्फ वही गाना – न कोई ब्रेक, न कोई और गाना। यहां तक कि ग्राहक भी परेशान हो गए।"

अब हमारे देश में सोचिए, अगर किसी दुकान में 'मुन्नी बदनाम' या 'लुंगी डांस' लगातार आधा घंटा चले, तो बेचारे दुकानदार और ग्राहक दोनों का क्या हाल होगा!

संगीत का अत्याचार और कर्मचारियों की मजबूरी

u/LadyNorbert का दर्द यहीं खत्म नहीं हुआ। उन्होंने आगे लिखा, "हमारे शॉप का म्यूज़िक हेड ऑफिस से कंट्रोल होता है, जो दूसरी टाइम ज़ोन में है। वहां किसी को 'विंटर वंडरलैंड' से कुछ ज्यादा ही प्यार है, वरना कोई इतनी बेरहमी से एक ही गाना बार-बार क्यों चलाएगा!"

यह बात भारत के रिटेल स्टाफ को भी खूब समझ आती है। यहां भी त्योहारों के समय, चाहे वह गणपति हो या होली, एक ही डीजे ट्रैक बार-बार सुनकर कान पक जाते हैं। कई बार तो सेल्समैन अपने कानों में रूई डालकर काम करते मिल जाएंगे!

एक कमेंट करने वाले u/Jaderosegrey ने तो और भी मजेदार बात कही – "यहां तो 2020 से वही 20-25 गाने हर दिन, सालों से बज रहे हैं, बस क्रिसमस पर उनमें 1-2 नए गाने जुड़ जाते हैं।" अब सोचिए, अगर आपके मोहल्ले के मंदिर में रोज़ वही भजन बजे, तो आप क्या करेंगे?

ग्राहक आए, पार्टी स्पीकर लाए – दुकानदारों की शामत आई!

जहां एक ओर क्रिसमस के गाने सिरदर्द बनते जा रहे थे, वहीं एक और Reddit यूजर u/TRD4Life ने और भी मजेदार किस्सा शेयर किया। उनके स्टोर में एक दिन कुछ टीनेजर ग्राहक एक बड़ा सा Bluetooth पार्टी स्पीकर लेकर आ गए और दुकान के अंदर ही डिस्को शुरू कर दिया। दुकानदार बार-बार समझाते रहे कि भाई, ऐसे मत करो, लेकिन वे तो और अंदर जाकर नाचने लगे। जब वे काउंटर पर आए, तो सेल्फ-चेकआउट पर खड़े कर्मचारी को बोले – "भैया, कोई गाना रिक्वेस्ट कर सकते हैं?"

ऐसे सीन को देखकर भारतीय दुकानदारों की भी याद आ जाती है, जब कुछ दोस्त ग्रुप बनाकर दुकान में घुसते हैं और मस्ती करने लगते हैं। अक्सर दुकानदार हँसकर टाल देते हैं, लेकिन मन ही मन सोचते हैं – "हे भगवान, जल्दी इनका बिल बन जाए!"

त्योहारों की धुन और कर्मचारियों की व्यथा

इन सारे किस्सों में एक बात सामान्य है – त्योहारों की धुन, दुकान का माहौल और कर्मचारियों का धैर्य। एक और कमेंट u/eric_ts का था, "मैंने क्रिसमस ट्री स्टॉल में दो महीने तक एक ही गानों की 8-ट्रैक टेप सुनी, जिसमें 'जिंगल बेल रॉक' हर आधे घंटे में बजता था। मैं म्यूज़िक को ब्लॉक नहीं कर सकता, मेरे लिए ये टॉर्चर था।"

हमारे यहां भी दुकानों में 'बॉबी देओल' के गाने या 'गोविंदा' का डांस नंबर बार-बार बजता है, तो कर्मचारी सोचते हैं – "काश, ये गाना फाइनली बंद हो जाए!"

दुकानदारों के अनुभव – हर त्योहार पर वही ढोल, वही तान

कुल मिलाकर, चाहे वह अमेरिका का रिटेल स्टोर हो या भारत की किराना दुकान, कर्मचारियों की कहानी लगभग एक जैसी है। त्योहार आते ही म्यूज़िक की मार शुरू, ग्राहक आते ही अलग-अलग फरमाइशें, और बीच में बेचारे दुकानवाले – न कुछ बोल सकते, न भाग सकते!

इन कहानियों में हंसी भी है, दर्द भी, और बहुत सारा अनुभव भी। कभी-कभी तो ऐसा लगता है जैसे दुकान के अंदर की असली कहानी बाहर किसी को पता ही नहीं चलती। अगली बार जब आप किसी दुकान में जाएँ, और कोई गाना बार-बार बजे, तो दुकानदार की तरफ मुस्कुरा कर देखिए – हो सकता है, वह भी आपके जैसे ही बोर हो रहा हो!

समापन – आपकी दुकान की सबसे मजेदार कहानी कौन-सी है?

दोस्तों, आपके साथ भी कभी ऐसी कोई मजेदार या सिरदर्द वाली शॉपिंग स्टोरी हुई है? त्योहारों के मौसम में दुकान का माहौल कैसा रहता है? हमें कमेंट में जरूर बताएं! और हाँ, अगली बार दुकान में बजते गानों पर ध्यान दें, हो सकता है वहां भी कोई 'विंटर वंडरलैंड' बार-बार बज रहा हो!


मूल रेडिट पोस्ट: Monthly TFR Express Lane - Post your short retail anecdotes and experiences here!