ब्रेकअप के बाद एक्स ने दी तकलीफ, तो लड़की ने उसकी असलियत सबको बता दी!
कहते हैं, प्यार में धोखा मिले तो दिल में जो चुभन होती है, उसका इलाज कभी-कभी थोड़ा सा 'पेटी रिवेंज' (छोटी-मोटी बदला) भी हो सकता है! आज हम आपको ऐसी ही एक लड़की की कहानी सुनाने जा रहे हैं, जिसने अपने एक्स बॉयफ्रेंड की चालाकियों का ऐसा पर्दाफाश किया, कि बेचारे को अपना शहर छोड़कर भागना पड़ा। तो चाय की प्याली साथ रखिए, क्योंकि ये किस्सा है मसालेदार भी, मजेदार भी!
जब 'फेमिनिस्ट' नकली निकला: रिश्तों की असली तस्वीर
हमारी कहानी की हीरोइन (25 वर्ष) और उसका एक्स बॉयफ्रेंड (26 वर्ष) का रिश्ता टूट चुका था। लेकिन ब्रेकअप के बाद लड़के ने जैसे कसम ही खा ली थी कि लड़की की जिंदगी नर्क बना देनी है! पहले तो दोस्त और बहन को उल्टा-सीधा बोलना, फिर Reddit पर अपने 'मासूम' होने की कहानियाँ लिखना और उनकी लिंक भेजना – मतलब पूरी तरह से नाटकबाज़ी का तड़का।
लड़का अपने दोस्तों के बीच बड़ा 'जागृत', 'फेमिनिस्ट', 'सबका हमदर्द' बनता था। लेकिन असल में, जैसा एक पाठक ने मज़ाकिया अंदाज़ में लिखा – "देखने में नेक, दिल से शैतान!" असलियत ये थी कि वह सबकी बुराई करता, और लड़कियों के हक में बोलना सिर्फ दिखावा था।
'बिल्ली' के बहाने पार्टी और असली खेल
कहते हैं, मौका मिले तो पेटी रिवेंज भी मजेदार हो जाता है। एक दिन एक्स के रूममेट (जो लड़की की भी दोस्त थी) ने उसे बर्थडे पार्टी में बुलाया। असली मकसद था प्यारी बिल्ली से मिलना, लेकिन मौका हाथ आया तो लड़की ने सोचा – अब तो सच्चाई सबके सामने रखनी ही पड़ेगी!
पार्टी में जब एक्स ने ज्यादा पी ली, लड़की ने उसकी सबसे करीबी महिला दोस्त, रूममेट की गर्लफ्रेंड और एक और लड़की को साइड में ले जाकर सब कुछ खोलकर रख दिया। उसने बताया कि कैसे एक्स ने मानसिक और भावनात्मक रूप से उसे तकलीफ दी, दूसरी लड़कियों को रात में बुलाया, गैसलाइटिंग की, ब्रेकअप के बाद भी परेशान किया, और असल में महिलाओं के लिए गलत सोच रखता था। इतना ही नहीं, उसने ये भी जोड़ा कि वह अपने दोस्तों के रिश्तों की भी बुराई करता है, खासकर रूममेट की गर्लफ्रेंड को नहीं पसंद करता।
यहाँ लड़की ने थोड़ा 'मिर्च-मसाला' भी डाला – "मैं तो हमेशा तुम्हारा साथ देती थी।" और फिर केक खाकर पार्टी से निकल ली!
जब सच सामने आया: एक्स की 'दोस्ती मंडली' में भूचाल
अब असली मजा तो बाद में आया! कुछ महीनों बाद एक दोस्त से पता चला कि पार्टी के बाद एक्स के दोस्तों ने उसे आमने-सामने बुलाकर जमकर सवाल-जवाब किए। नतीजा ये हुआ कि 10 साल पुराना दोस्ती का 'गिरोह' टूट गया। एक्स को ग्रुप से बाहर कर दिया गया – न कोई पार्टी, न बुलावा, बस अकेला। और अब तो वह बेचारा शहर भी छोड़कर जाने की तैयारी कर रहा है!
एक कमेंट में किसी ने मजे लेते हुए लिखा – "भई, लड़की ने तो ऐसा 'कराटे चॉप' मारा कि लड़का शहर छोड़कर भाग रहा है!" वहीं, एक और पाठक ने कहा – "ऐसे लोगों का सच सामने लाना कोई छोटी बात नहीं। हिम्मती लड़की को सलाम!"
पाठकों की राय: 'पेटी रिवेंज' या कर्मा का खेल?
रेडिट पर इस कहानी को हजारों लोगों ने सराहा। एक पाठक ने लिखा, "बहादुरी है! मैं तो चाहता काश उस लड़के का चेहरा देख पाता जब उसके दोस्तों ने असली चेहरा देखा!" वहीं, किसी ने मजाक में कहा – "असली ताकत लड़कियों के पास होती है, ऐसे एक्स को धो डालना कोई आसान काम नहीं!"
कई पाठकों ने ये भी कहा कि ऐसे 'नरसीसिस्ट' (आत्ममुग्ध) लोग अक्सर अपने दोस्तों को पहले ही भड़काकर रखते हैं, इसलिए सच बोलने के बाद भी लोग पीड़ित की बात कम ही मानते हैं। लेकिन यहाँ तो उल्टा ही हो गया – पूरी मंडली ने लड़की की बातों पर भरोसा कर लिया। शायद इसलिए क्योंकि उसने जो रिश्तों की बातें बताईं, वो सबके अनुभव से मेल खा रही थीं।
एक पाठक ने सही लिखा – "सच का सामना कभी-कभी देर से होता है, लेकिन जब होता है तो सब बदल जाता है।"
निष्कर्ष: अपने लिए आवाज उठाना जरूरी है
इस कहानी में सबसे बड़ी सीख ये है कि रिश्ते में अगर कोई आपको बार-बार नीचा दिखाए, तो चुप मत रहिए। हां, बदला लेने के लिए 'पेटी' तरीके जरूरी नहीं, लेकिन कभी-कभी सच बोलना ही सबसे बड़ा बदला बन जाता है। जैसा हमारी हीरोइन ने कहा – "काश पहले ही छोड़ देती, लेकिन अब तो आज़ाद हूँ, यही जीत है।"
तो अगली बार अगर कोई आपको 'महान' बनने का झांसा दे, तो उसकी असलियत पहचानने में देर मत कीजिए। और हां, कभी-कभी केक खाना और बिल्ली से मिलना भी बहुत जरूरी होता है!
आपका क्या मानना है? क्या आप भी कभी ऐसे 'पेटी रिवेंज' का हिस्सा बने हैं? अपने अनुभव नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
रिश्तों में सच्चाई और आत्मसम्मान – यही सबसे बड़ा 'पार्टी गेम' है!
मूल रेडिट पोस्ट: Want to make my life difficult after the break-up, let's make sure everyone knows what kinda person you really are.