फोन पर आया अजीब सवाल: 'आखिरी चार अंक बताइए!' — कहीं ये नया स्कैम तो नहीं?
व्यस्त होटल के रिसेप्शन पर काम करना वैसे ही आसान नहीं होता। ऊपर से कभी-कभी ऐसे फोन कॉल आ जाते हैं, जो आपको कंफ्यूज ही नहीं, बल्कि परेशान भी कर देते हैं। सोचिए, किसी अजनबी का फोन आए और वो आपसे सीधे-सीधे पूछ बैठे, "आपके नंबर के आखिरी चार अंक क्या हैं?" अब बताइए, कोई क्यों पूछेगा ऐसा सवाल?
कौन है ये 'गुप्त कॉलर', और आखिर चाहता क्या है?
रेडिट पर r/TalesFromTheFrontDesk नाम के फोरम में एक यूज़र ने ऐसा ही वाकया शेयर किया। हमारे देश में भी कॉल सेंटर या होटल रिसेप्शन पर काम करने वालों को अजीबोगरीब कॉल्स आती रहती हैं, लेकिन ये मामला कुछ अलग ही था। कॉलर की आवाज़ एकदम नार्मल थी—ना कोई अलग लहजा, ना ही कोई हड़बड़ी। उसने बस आखिरी चार अंक पूछे, धन्यवाद कहा और फोन काट दिया।
अब सवाल उठता है—कोई क्यों पूछेगा ऐसा? कुछ यूज़र्स ने अंदाज़ा लगाया कि शायद सामने वाली महिला ने गलत नंबर डायल कर दिया हो और कन्फर्म करना चाहती हो कि सही जगह फोन गया या नहीं। लेकिन इतना फॉर्मल तरीका? और सीधे-सीधे आखिरी चार अंक पूछना? ज़रा अजीब नहीं लगता?
स्कैम, प्रैंक या बस गलतफहमी?
हमारे यहाँ कॉलर आईडी का खेल बड़ा पुराना है। कई बार लोग अपनी पहचान छुपाकर, या नंबर बदलकर फोन करते हैं—जिसे अंग्रेज़ी में 'स्पूफिंग' कहते हैं। एक कमेंट में किसी ने लिखा, "मुझे लगता है किसी स्कैमर ने आपका नंबर स्पूफ किया, और असली व्यक्ति ने आपको ही कॉल बैक कर दिया।" यानी हो सकता है किसी ने आपके होटल की लाइंडलाइन का नंबर इस्तेमाल कर किसी और को परेशान किया, और वो बंदा गुस्से में आपको ही फोन करके डाँट रहा हो!
कुछ लोगों ने इसे पुराने ज़माने की मजनूगिरी या शक करने वाली पत्नी की हरकत भी बताया। जैसे बॉलीवुड फिल्मों में हीरोइन अपने बॉयफ्रेंड के नंबरों की लिस्ट चेक करती है, और फिर कॉल करके पूछती है—"कौन बोल रहा है?" वैसे ही कोई शक करती बीवी, या गर्लफ्रेंड, अपने पति/बॉयफ्रेंड की कॉल डिटेल्स चेक कर रही हो!
एक मजेदार कमेंट था, "अगर कोई फोन करके पूछे—'कौन बोल रहा है?' तो जवाब दो—'किससे बात करनी है?' कभी भी अपनी जानकारी मत दो।" यह बात हमारे बुजुर्ग भी हमेशा सिखाते हैं—'बिना जाने-समझे, अजनबी को जानकारी मत दो!'
नया स्कैम चल रहा है क्या? या फिर अब ये भी 'नॉर्मल' है?
अब सबसे बड़ा सवाल—क्या ये वाकई कोई नया स्कैम है? कुछ लोगों का मानना है कि ये 'वॉयस सैंपलिंग' का तरीका हो सकता है। मतलब, कॉलर आपके मुँह से सारे नंबर अलग-अलग सुनना चाहता है, ताकि भविष्य में किसी बैंक या टेलिफोन बैंकिंग में आपकी आवाज़ का इस्तेमाल कर सके। हालाँकि एक कमेंट में किसी ने साफ लिखा—"कोई भी बैंक सिर्फ वॉयस प्रिंट से आपकी पहचान नहीं करता।"
एक और दिलचस्प कमेंट आया, "ये जो 'yes' बोलवाने वाला स्कैम है, जिसमें आपसे 'क्या आप सुन सकते हैं?' पूछकर हाँ बुलवाया जाता है, वो तो असल में बस एक मिथ है। इसका कोई सीधा नुकसान नहीं होता, बस आपकी नंबर पर ज्यादा स्कैम कॉल्स आने लगती हैं।" यानी असली खतरा तभी है जब आप ज्यादा बातचीत में पड़ जाते हैं, वरना ज़्यादातर ये कॉल्स सिर्फ़ आपकी प्रतिक्रिया जानने के लिए होती हैं।
कुछ लोगों का सुझाव था कि ऐसी स्थिति में सामने वाले से पूछना चाहिए—"आप किससे बात करना चाह रहे हैं?" या "आपको किस नंबर पर कॉल करनी थी?" इससे आप खुद को और होटल की सुरक्षा को भी सुरक्षित रख सकते हैं।
हमारे यहाँ ऐसे कॉल्स का क्या हल?
भारत में भी फर्जी कॉल्स और फ्रॉड्स का सिलसिला खूब चल रहा है—कभी केवाईसी अपडेट के नाम पर, कभी बैंक अधिकारी बनकर, तो कभी लॉटरी लगने की झूठी खबर देकर। कई बार तो लोग 'शरारती कॉल' (prank call) के नाम पर भी परेशान करते हैं। लेकिन ऐसी कोई अजीब सी रिक्वेस्ट आए, तो सतर्क रहना सबसे अच्छा है।
हमारे यहाँ बड़े-बुजुर्ग हमेशा कहते हैं—"सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।" इसलिए अगली बार अगर कोई अजनबी आपको फोन करे और उल्टे-सीधे सवाल पूछे, तो बिना सोचे-समझे जवाब न दें। हो सकता है वो सामने वाला असली हो, लेकिन ज़्यादातर मामलों में सतर्क रहना ही समझदारी है। और हाँ, ऑफिस या होटल में अगर ऐसी कोई घटना हो, तो अपने सीनियर या आईटी टीम को जरूर बताएं।
निष्कर्ष: आप क्या करते ऐसी स्थिति में?
तो, आपके साथ कभी ऐसा हुआ है? क्या आपको भी कभी किसी अजनबी ने बेवजह फोन किया, या अजीब सवाल पूछे? कमेंट में जरूर बताइए—आपका अनुभव क्या कहता है? और अगर कोई नया किस्सा सुनने को मिले, तो हमारे साथ भी साझा कीजिए। आखिर, आज के ज़माने में सतर्क रहना ही सबसे बड़ी समझदारी है!
आखिर में, जैसे हमारे दादी-नानी कहती हैं—"अजनबी से बात में मीठा बनो, पर जानकारी देने में कड़क रहो!"
सुरक्षित रहें, सतर्क रहें, और ऐसे फोन कॉल्स से खुद को और अपने ऑफिस को बचाएं।
मूल रेडिट पोस्ट: new scam?