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पांच साल बाद भी सोशल मीडिया पर ‘इशारे’: क्या ये बदला है या बस हमारी कल्पना?

एक युवा आदमी अपने फोन को देखते हुए, अतीत के रिश्तों पर विचार कर रहा है, गंभीर मुद्रा में।
इस फोटोरियलिस्टिक दृश्य में, एक युवा आदमी अपने अतीत के रोमांटिक अनुभवों, खासकर एक मीठे-खट्टे किशोर क्रश पर विचार करता है। जब वह सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करता है, तो उसे उन जटिल भावनाओं की याद आती है जो क्षणिक मुलाकातों के बाद भी linger करती हैं। यह छवि नॉस्टेल्जिया और उन अप्रत्याशित संबंधों का सार प्रस्तुत करती है जो हमारे जीवन को आकार देते हैं।

कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसी अजीबोगरीब कहानियाँ घट जाती हैं, जो न तो प्यार होती हैं, न ही बदला – बस एक अजीब सी ‘साइड स्टोरी’। आज हम एक ऐसी ही कहानी सुनाने जा रहे हैं जिसमें नायक और नायिका तो हैं, पर न प्यार का मिलन हुआ, न ही कोई फिल्मी बदला। हाँ, सोशल मीडिया की जासूसी जरूर हुई!

जब ‘क्रश’ ने किया इग्नोर, पर कहानी यहीं खत्म नहीं हुई

ये किस्सा है एक लड़की का, जिसे किशोरावस्था में एक लड़के पर क्रश था। दोनों की मुलाकात बस दो-तीन दिन के लिए हुई थी – वो भी काफी फिल्मी अंदाज़ में। लड़की को लड़का पसंद आ गया, लड़के ने भी इशारे दिए, लेकिन दिक्कत ये थी कि लड़के की पहले से गर्लफ्रेंड थी। लड़के ने रिश्ते की इज्ज़त रखी और लड़की से सारे रिश्ते तोड़ लिए। लड़की थोड़ी दुखी हुई, पर 'आगे बढ़ो' की नीति अपनाई।

दो महीने बाद ही लड़के का ब्रेकअप हो गया, लेकिन उसने फिर भी लड़की से संपर्क नहीं किया। दोनों अपनी-अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ गए। लड़की ने भी सोचा – “चलो, ये कहानी तो खत्म हो गई, अब कौन पुराने पन्ने पलटे!”

सोशल मीडिया के इशारे – ये इत्तेफाक है या कुछ और?

समय बीता, दोनों अलग-अलग शहरों में जा बसे। लेकिन सोशल मीडिया का जमाना था – जहाँ LinkedIn और Instagram पर ‘Status Update’ किसी को भी देखने का बहाना बन सकता है। लड़की ने देखा – जब भी वो LinkedIn पर अपनी प्रोफाइल अपडेट करती, दो-तीन दिन में लड़के की भी कोई नई फोटो या अपडेट आ जाती!

इतना ही नहीं, जब दोनों की मुलाकात के वक्त लड़की ने Virgin Mary की माला पहनी थी, तो अचानक लड़के ने भी वही माला पहनना शुरू कर दिया। दो साल बाद Spotify पर लड़के की प्लेलिस्ट में ऐसे गाने थे, जिनका लिंक लड़की के शहर से जुड़ा था। अब भाई, कोई भी होता तो सोचेगा – ये इत्तेफाक है या कोई राज छुपा है?

कमेंट सेक्शन – हकीकत की ज़मीन पर वापसी

अब Reddit की दुनिया में लोग सीधे बात करने से हिचकते नहीं। एक यूज़र ने तो साफ कह दिया – “दोस्त, तुम्हें थेरेपी की ज़रूरत है।” दूसरे ने जोड़ा, “इतने सालों बाद अगर तुम LinkedIn चेक कर रही हो, तो असली ‘स्टॉकर’ तो तुम ही हो।”

एक और मजेदार कमेंट था – “भाई, ये बदला कहाँ है? बदला तो तब होता जब तुम कोई चाल चलते।” किसी और ने तो ये तक कह दिया, “अगर लड़का LinkedIn का प्रीमियम लेता है, तो उसे पता चल रहा होगा कि तुम उसकी प्रोफाइल बार-बार देख रही हो।”

किसी ने चुटकी ली – “ये तो दोनों तरफ़ से स्टॉकिंग हो रही है, सच्चा मैच वही है जिसमें दोनों एक-दूसरे की प्रोफाइल घूरते रहें!”

‘बदला’ या ‘भ्रम’ – असली कहानी क्या है?

अब सवाल ये है – क्या ये सच में बदला है? या फिर दिमाग का खेल? लड़की का मानना है कि पांच साल पहले जिसने उसे रिजेक्ट किया, वो अब उसी के आसपास मंडरा रहा है। पर Reddit वालों का कहना है – “ये सब तुम्हारे दिमाग की उपज है। जिंदगी में आगे बढ़ो, पुरानी बातों को भूलो।”

हमारे देश में भी ऐसे कई किस्से होते हैं – जब पुरानी मोहब्बतें अचानक Facebook या WhatsApp पर स्टोरी अपडेट करने लगती हैं, तो दिल में हलचल मच जाती है। पर क्या हर बार ये इत्तेफाक नहीं हो सकता? कभी-कभी हम अपने पुराने रिश्तों की अहमियत खुद ही बढ़ा लेते हैं।

एक यूज़र ने बढ़िया कहा – “जैसे गांव में कोई गॉसिप चलती है, वैसे ही सोशल मीडिया पर भी बात का बतंगड़ बन जाता है। असली मज़ा तो तभी है जब दोनों आगे बढ़ जाएं और पुराने पन्ने बंद कर दें।”

अंत में – आपकी क्या राय है?

कहानी का नतीजा यही है – सोशल मीडिया की दुनिया में कई बार हमें वो दिखता है, जो असल में है ही नहीं। ज़रूरी नहीं कि हर स्टेटस अपडेट हमारे लिए ही हो। कभी-कभी ‘इत्तेफाक’ भी बस इत्तेफाक होता है, और पुरानी यादें बस यादें।

आखिर में आपसे एक सवाल – क्या आपने कभी किसी पुराने दोस्त या क्रश की प्रोफाइल चुपके से देखी है? या फिर आपको कभी लगा हो कि कोई आपको ‘स्टॉक’ कर रहा है? अपने मजेदार तजुर्बे नीचे कमेंट में जरूर बताइए!

जैसा हमारे बॉलीवुड में कहते हैं – “कहानी अभी बाकी है मेरे दोस्त…”


मूल रेडिट पोस्ट: A guy I liked as a teenager rejected me. But five years later, he seems to update his social media (particularly his LinkedIn) whenever I do