डेटिंग की दुनिया में 'घोस्टिंग' का बदला : एक छोटी सी शरारत, बड़े सबक
आजकल के युवाओं की ज़िंदगी में ऑनलाइन डेटिंग किसी रोलरकोस्टर राइड से कम नहीं है। कभी दिल की घंटी बजती है, तो कभी ‘सीन’ हो जाने के बाद घंटों तक कोई जवाब नहीं आता। ऐसे में अगर कोई शरारती बदला ले ले, तो कहानी और भी दिलचस्प हो जाती है! आज हम Reddit पर वायरल हुई एक ऐसी ही कहानी लेकर आए हैं, जिसमें एक लड़के ने 'घोस्टिंग' का जवाब उसी अंदाज में दिया, और सबको एक नई सीख दे डाली।
डेटिंग का जाल: जब उम्मीदें टूटती हैं
कहानी के नायक हैं 24 वर्षीय युवक, जिन्होंने 19-20 की उम्र में ऑनलाइन डेटिंग ऐप Tinder पर एक लड़की से बातचीत शुरू की। बातचीत इतनी शानदार चल रही थी कि दोनों ने मिलने की योजना बना ली। सोचिए, दिल्ली से आगरा जितनी दूरी – एक-डेढ़ घंटे का सफर, दोनों ने दिन और समय भी तय कर लिया। लड़के ने अपनी गाड़ी चमका दी, कपड़े बढ़िया पहन लिए, और लड़की ने भी पूरा दिन खाली कर दिया। बातचीत में बस मिलने की बातें, उत्साह और बेसब्री।
लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब डेट वाले दिन लड़की ने अचानक जवाब देना बंद कर दिया। लड़का घंटों इंतजार करता रहा, मैसेज करता रहा, लेकिन उधर सन्नाटा! दो दिन बाद लड़की ने मैसेज करके कहा – "माफ करना, मन नहीं था इसलिए डेट पर नहीं आ पाई।" अब बताइए, भला ये भी कोई तरीका हुआ?
'घोस्टिंग' का बदला: जब शरारत में शरारत मिली
हमारे देश में भी 'घोस्टिंग' यानी बिना बताए गायब हो जाना, आजकल आम बात हो गई है। लेकिन यहाँ लड़के ने भी ‘जैसे को तैसा’ करने की ठान ली। एक हफ्ते बाद फिर से डेट तय हुई, पर इस बार लड़के का दिल पहले जैसा नहीं था। उसने लड़की को मैसेज किया – "मैं निकलने वाला हूँ, तैयार रहना।" लड़की भी तैयार थी, लेकिन असली मजा तो तब आया जब लड़का गया ही नहीं!
दो घंटे तक लड़की इंतजार करती रही, मैसेज करती रही – "कहाँ हो भाई?" लेकिन इधर से कोई जवाब नहीं। दो दिन बाद लड़के ने जवाब दिया – "सो गया था यार।" अब सोचिए, लड़की भी हँसी में सब कुछ टाल गई और बोली – "अब तो हम बराबर हो गए, चलो अब सच में डेट पर चलते हैं।" पर लड़के ने कभी मिलने में दिलचस्पी ही नहीं दिखाई। दोनों दोस्त बने रहे, पर उससे ज़्यादा कुछ नहीं।
कम्युनिटी की राय: प्यार का मैदान या धैर्य की परीक्षा?
Reddit की कम्युनिटी ने इस किस्से पर खूब मजेदार और गहरे कमेंट्स किए। एक यूज़र ने लिखा, "भगवान का शुक्र है, मैं अब डेटिंग की दुनिया में नहीं हूँ!" आजकल के रिश्तों में जिस तरह भावनाओं के साथ खेला जाता है, उस पर कई लोगों ने नाराजगी जताई। एक और पाठक बोले, "घोस्टिंग बहुत दुखद है, कम से कम सामने वाले को बता तो सकते हैं कि अब कोई दिलचस्पी नहीं।"
कुछ लोग इस 'पेटी रिवेंज' यानी छोटी बदले की भावना को बचकाना मानते हैं, लेकिन जैसा कि खुद कहानी के लेखक ने कहा – "कभी-कभी सामने वाले को उसकी ही दवा चखाना जरूरी हो जाता है।" वैसे भी, भारत में तो 'जैसे को तैसा' वाली कहावत बचपन से ही सुनते आए हैं!
एक और मजेदार कमेंट था – "अगली बार लड़की बोले, चलो अब सच में डेट पर चलते हैं, तो हर बार ऐसे ही घुमाते रहो!" अब भला, ये तो हद हो जाती!
रिश्तों में ईमानदारी: डिजिटल युग की सबसे बड़ी चुनौती
इस किस्से से एक और बात सामने आती है – आज के डिजिटल जमाने में रिश्तों की ईमानदारी खतरे में है। फोन पर घंटों बातें, चैट पर इमोजी, लेकिन सामने मिलने की बात आते ही 'घोस्टिंग' या बहानेबाजी! एक यूज़र ने बिलकुल सही कहा, "जब तक असली में मिल न लो, दिल से न जुड़ो।"
हमारे देश में भी, चाहे अरेंज्ड मैरिज हो या लव मैरिज – माता-पिता, दोस्त, पड़ोसी – सबका रोल होता है। वहाँ इतनी आसानी से 'घोस्टिंग' नहीं हो पाती! लेकिन ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया अलग है – यहाँ हर कोई अपनी पहचान छुपाकर, कभी भी गायब हो सकता है।
निष्कर्ष: सीखें, मुस्कुराएँ, और आगे बढ़ें
यह कहानी न सिर्फ हँसाती है, बल्कि सोचने पर भी मजबूर करती है। रिश्ते बनाने से पहले थोड़ी सावधानी, और अगर कोई खेल करता है तो खुद को मजबूत रखना जरूरी है। प्यार, दोस्ती या डेटिंग – सब जगह ईमानदारी और आदर सबसे ज़रूरी है।
अब आप बताइए, आपके साथ कभी ऐसा कुछ हुआ है? या आपने कभी किसी को 'घोस्ट' किया है? नीचे कमेंट में अपनी कहानी शेयर करें – किस्सा चाहे मीठा हो या कड़वा, सबका स्वागत है! और हाँ, अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया हो, तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें – ताकि सबको पता चले, डेटिंग की दुनिया में भी 'पेटी रिवेंज' का मजा ही कुछ और है!
मूल रेडिट पोस्ट: Ghosting a date.