जब होटल रिसेप्शनिस्ट ने नशे में धुत मेहमान को घुमा दिया
होटल की नौकरी वैसे तो बहुत ही जिम्मेदारी भरी होती है, लेकिन कभी-कभी उसमें कुछ ऐसे मजेदार किस्से भी हो जाते हैं, जो ज़िंदगी भर याद रहते हैं। सोचिए, अगर आप नाइट शिफ्ट में होटल की रिसेप्शन पर बैठे हों, सामने नशे में टल्ली मेहमान आ जाए, और आपके पास उसके साथ खेलने के लिए थोड़ा वक्त और थोड़ी तकनीक हो—तब क्या हो सकता है? आज की कहानी कुछ ऐसी ही है, जिसमें होटल के रिसेप्शनिस्ट ने एक नशे में धुत मेहमान को ऐसे घुमा दिया कि सबकी हंसी छूट गई।
जब रिसेप्शन बन गया 'छुपन-छुपाई' का अड्डा
अक्सर हमारे यहां शादी-ब्याह या किसी पार्टी के बाद लोग होटल लौटते समय थोड़े रंगीन मूड में रहते हैं। अब सोचिए, अगर रिसेप्शनिस्ट के पास एक पुराना बेबी मॉनिटर हो—जिससे वो वीडियो और ऑडियो दोनों देख-सुन सके—तो उसकी शरारतों का क्या कहना! Reddit पर u/SuperboyKonEl नाम के यूज़र की कहानी बिल्कुल इसी तरह की है।
वो नाइट ऑडिट पर थे और खाली समय में लॉन्ड्री कर रहे थे। रिसेप्शन की निगरानी के लिए उनके पास उल्लू के आकार का एक बेबी मॉनिटर था, जिसमें दो-तरफ़ा बातचीत की सुविधा थी। एक दिन, एक साहब जो या तो नशे में थे या किसी और दुनिया में, रिसेप्शन पर आए। इधर-उधर देखकर ज़ोर से बोले—"हैलो!" रिसेप्शनिस्ट ने मॉनिटर में से जवाब दिया, "हैलो!"
अब शुरू हुआ असली तमाशा। मेहमान इधर-उधर रिसेप्शनिस्ट को ढूंढने लगे। रिसेप्शनिस्ट ने कहा, "मैं तुम्हारे बाईं तरफ हूँ।" मेहमान बाईं तरफ मुड़े। फिर बोले, "नहीं, तुम्हारी दूसरी बाईं तरफ!" बेचारे मेहमान कभी दाईं, कभी बाईं घूमते रहे। रिसेप्शनिस्ट बोलते रहे, "और घूमो, और घूमो!" जब तक मेहमान की पीठ पूरी तरह घूमकर सामने नहीं आ गई।
फिर रिसेप्शनिस्ट ने कहा, "अब बंद आंखें करो और दस तक गिनो।" जैसे ही गिनती पूरी हुई, रिसेप्शनिस्ट अचानक सामने प्रकट हुए और बोले, "अब देखो, मैं यहीं था!" मेहमान की हालत देख हर कोई ठहाके लगा बैठा।
होटल स्टाफ की शरारतें: मस्ती या मुरव्वत?
अब बात आती है—क्या ये सही है? Reddit पर कई लोगों ने अपनी राय रखी। एक यूज़र ने लिखा, "भाई, ये तो हद है! लेकिन मैं डरता हूँ कि कहीं ऐसा करने पर कोई मेहमान बुरा न मान जाए और ग़लत रिव्यू न दे दे।" (भैया, हमारे यहां तो मेहमान भगवान होते हैं, लेकिन थोड़ा मज़ाक चल जाता है, है ना?)
एक और कमेंट में कहा गया, "मैं तो चाहता हूँ कि ऐसे नशे में धुत मेहमान जल्दी-से-जल्दी कमरे में चले जाएं। ज़्यादा देर तक लॉबी में रहना पसंद नहीं।" भारत में भी, होटल वाले अक्सर यही सोचते हैं—"भैया, जल्दी सो जाओ, हमें भी चैन दो!"
कुछ लोगों ने तो मस्ती की हद पार कर दी। किसी ने लिखा, "अगर हमारे पास ऐसा मॉनिटर होता, तो मैं भी कहता—'मैं तुम्हें देख रहा हूँ...'" (ज़रा सोचिए, हॉरर फिल्म स्टाइल में, रात के अंधेरे में!) एक और ने कहा, "काश हमारे यहां इंटरकॉम होता, तो मैं भी कहता—'मैं आत्माएँ देख सकता हूँ!'"
क्या ये मस्ती वाकई नुकसानदेह है?
इसी कहानी पर एक कमेंट में किसी ने चिंता जताई—"अगर सामने वाला मानसिक परेशानी से जूझ रहा हो, तो उसके साथ मज़ाक करना ठीक नहीं।" बिल्कुल सही! भारतीय संस्कृति में भी यह सिखाया जाता है कि हर किसी के साथ संवेदनशीलता से पेश आएं। मस्ती-मजाक अपनी जगह, लेकिन दूसरों की हालत और भावना का ध्यान रखना ज़रूरी है।
एक यूज़र ने लिखा, "कई बार ऐसे नशे में लोग सुबह सब भूल जाते हैं, तो उनके साथ थोड़ा हल्का-फुल्का मज़ाक चल जाता है।" होटल की दुनिया में, ये बात झूठ भी नहीं है। कितनी बार आपने देखा है, शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन के दोस्त उन्हें चुपके से परेशान करते हैं, और सुबह सब हँस कर भूल जाते हैं!
हमारे यहां की होटल कहानियाँ
अगर अपने देश की बात करें, तो यहां भी होटल वालों की मस्ती के किस्से कम नहीं हैं। कभी-कभी रिसेप्शन वाले आपकी चाय में चीनी ज़्यादा डाल देंगे, या किसी को बिना बताए रूम सर्विस भेज देंगे—सब मस्ती-मजाक के मूड में। लेकिन हाँ, यहाँ का 'अतिथि देवो भव:' का संस्कार हमेशा याद रखा जाता है।
निष्कर्ष: मेहमान और रिसेप्शनिस्ट—दोनों के लिए हंसी का मौका
आखिर में, ये कहानी हमें यही सिखाती है कि काम के बीच थोड़ी मस्ती ज़रूरी है, मगर मर्यादा के साथ। रिसेप्शनिस्ट ने न सिर्फ एक बोरिंग रात को मजेदार बना दिया, बल्कि बाकी स्टाफ और ऑनलाइन कम्युनिटी को भी हँसी का मौका दे दिया।
दोस्तों, अगर आपके साथ भी कभी होटल में कोई ऐसी मजेदार घटना हुई हो, तो हमें कमेंट करके ज़रूर बताइएगा। आखिर, हँसी और किस्से बांटने से ही तो दिल का बोझ हल्का होता है!
अब बताइए—अगर आप उस नशे में मेहमान की जगह होते, तो आपकी क्या हालत होती?
मूल रेडिट पोस्ट: Messing with guests when they're either drunk and/or high.