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जब सेल्स टीम ने केविन को उसकी ही चाल में मात दी!

केविन, एक आत्मविश्वासी बिक्री प्रबंधक, ऑफिस में एंट्री करते हैं, जैसे वॉल स्ट्रीट का भेड़िया पर बिना आकर्षण के।
इस सिनेमाई चित्रण में, हम केविन को बिक्री टीम में अपनी भव्य एंट्री करते हुए देखते हैं, जो अतिविश्वास से भरे हैं, जिसे कोई नहीं सराहता। जानिए कैसे इस अविस्मरणीय पात्र ने ऑफिस की गतिशीलता को उलट-पुलट कर दिया!

ऑफिस की दुनिया में हर किसी ने कभी न कभी ऐसे बॉस का सामना किया है, जो खुद को सबसे बड़ा समझता है। लेकिन क्या हो जब ऐसे "महान" बॉस की पोल खुद उसकी टीम ही खोल दे? आज मैं आपको ऐसी ही एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ, जहाँ एक घमंडी मैनेजर केविन ने अपनी टीम को नीचा दिखाने की कोशिश की, लेकिन नतीजा कुछ ऐसा निकला कि पूरी टीम ने मिलकर इतिहास रच दिया!

केविन की धमाकेदार एंट्री – ‘मैं ही सब कुछ हूँ!’

करीब 15 साल पहले, एक सेल्स टीम में केविन नाम का नया मैनेजर आया। ऑफिस में उसकी एंट्री किसी बॉलीवुड विलेन जैसी थी – आत्मविश्वास से लबरेज, लेकिन व्यक्तित्व में ज़रा भी अपनापन नहीं। आते ही उसने अपनी तारीफों के पुल बांधने शुरू कर दिए – "पिछली कंपनी में मैंने कमाल कर दिया, रिकॉर्ड तोड़ दिए, सबको पीछे छोड़ दिया..." वगैरह-वगैरह।

अगर उसके मुँह में फिटबिट होता, तो दोपहर से पहले ही 10 हज़ार घमंड के कदम गिन लेता! मज़े की बात ये थी कि टीम पहले से ही अपना टार्गेट पार कर रही थी, लेकिन केविन का कहना था – "तुम लोग ऊँचा सोच ही नहीं सकते। मैं अकेले ये टार्गेट पार कर सकता हूँ!"

'केविन बनाम टीम' – मुकाबले की शुरुआत

टीम में एक साहसी साथी ने तुरंत कह दिया – "वाह! क्या बढ़िया आइडिया है। चलो, इस बार मुकाबला हो जाए – केविन बनाम पूरी टीम!" ऑफिस में जैसे पटाखे फूट गए – सब ताली बजाने लगे। तभी कंपनी के डाइरेक्टर भी आ गए और बोले – "बहुत अच्छा, यही सही रहेगा!"

अब 'केविन बनाम टीम' का मुकाबला शुरू हुआ। सोमवार को केविन ऐसे आया मानो कोई मास्टरक्लास देने वाला हो। लेकिन हकीकत में वह एक भी डील फाइनल नहीं कर पाया – ना उस दिन, ना अगले कई दिनों तक। दूसरी तरफ, टीम ने एकजुट होकर ऐसा धमाल मचाया कि नए-नए जॉइन हुए जोनाथन तक ने केविन को पछाड़ दिया! हर बार जोनाथन की सेल्स होती, पूरा ऑफिस स्टेडियम की तरह गूंज उठता।

केविन की 'नखरेबाज़ी' और टीम की जीत

तीसरे हफ्ते में केविन का गुस्सा सातवें आसमान पर था – फोन पटकना, हेडसेट फेंकना, और यहां तक कि कहना – "ये सिस्टम ही फिक्स है!" लेकिन सच्चाई ये थी कि टीम ने अपनी एकजुटता और केविन से खीझ के चलते, पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।

एक कमेंट में किसी ने मज़ेदार बात कही, "अरे, ये तो वही बात हो गई – दुश्मन एक हो तो सब अपनी-अपनी दुश्मनी भूलकर एक हो जाते हैं।" कई लोग बोले, केविन ने अनजाने में टीम को गज़ब की प्रेरणा दे दी – कंपनी को फायदा, टीम को आत्मविश्वास!

कुछ पाठकों ने ये भी मज़ाक किया कि शायद केविन की नौकरी ही ऐसी हो – अलग-अलग कंपनियों में जाकर टीम को चिड़ाने का, ताकि सब झक मार के रिकॉर्ड तोड़ दें! कोई बोले, "शायद उसे इसके लिए ही पैसे मिलते हों, वरना एक भी सेल ना करना नामुमकिन है!"

मज़ेदार सबक – कभी-कभी 'खलनायक' भी नायक बन जाता है!

इस घटना ने एक शानदार सबक दिया – जब टीम एकजुट होती है, तो सबसे बड़ा घमंडी भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। केविन तो कुछ ही दिनों में "नई संभावनाएँ तलाशने" के बहाने निकल लिया, लेकिन टीम ने अपने इतिहास का सबसे बड़ा सेल्स रिकॉर्ड बना लिया।

इस कहानी में वो बात है, जो हिंदी फिल्मों में अक्सर देखने को मिलती है – जब तकरीबन पूरा गाँव, मोहल्ला या टीम किसी एक विलेन के खिलाफ खड़ी हो जाती है, तो जीत पक्की होती है!

कमेंट्स में एक पाठक ने लिखा, "कभी-कभी बुरा बॉस भी टीम को अच्छा करने के लिए मजबूर कर देता है।" किसी और ने जोनाथन की तारीफ की, "अरे, नया लड़का और इतनी धमाकेदार परफॉर्मेंस – शाबाश!"

निष्कर्ष – ऐसे अनुभव से क्या सीखें?

दोस्तों, इस कहानी से एक बात तो साफ है – ऑफिस में अगर कोई केविन जैसा घमंडी आ भी जाए, तो घबराने की नहीं, बल्कि एकजुट होकर काम करने की ज़रूरत है। टीम वर्क में जो ताकत है, वो किसी एक इंसान के घमंड से कहीं ऊपर है। और हाँ, कभी-कभी नकारात्मकता भी सकारात्मक नतीजे दे जाती है, बस उसे सही दिशा देने की ज़रूरत है।

अब आप बताइए – क्या आपके ऑफिस में भी कभी ऐसा कोई 'केविन' आया है? या फिर आपको भी कभी टीम बनाम बॉस वाला अनुभव हुआ है? अपने किस्से नीचे कॉमेंट में ज़रूर साझा करें! और हाँ, अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो दोस्तों के साथ भी शेयर करें – क्या पता, किसी के ऑफिस में भी कोई 'केविन' छुपा बैठा हो!


मूल रेडिट पोस्ट: Kevin Vs The Team