जब सौतेले पिता को मिली उनकी गंदी आदतों की असली सजा – एक अनोखी 'पेटी रिवेंज' की कहानी
हम भारतीयों के घरों में सफाई को लेकर कई बार बहस होती है, लेकिन सोचिए अगर घर का ही कोई सदस्य बार-बार गंदगी फैलाए और टोकने पर भी न सुधरे, तो क्या किया जाए? आज हम आपके लिए लाए हैं Reddit की एक वायरल कहानी, जिसमें एक युवक ने अपने सौतेले पिता को उनकी गंदी आदतों की ऐसी सजा दी, कि आप पढ़कर हैरान रह जाएंगे और शायद हँसी भी रोक नहीं पाएंगे!
घर की सफाई बनाम सौतेले पिता की 'गंदगी की गंगा'
इस कहानी के नायक Reddit यूज़र u/ShotPersonality9402 (आसान भाषा में कहें, तो हमारे 'हीरो') हैं, जो अपनी माँ और सौतेले पिता के साथ रहते थे। आप समझ ही सकते हैं, भारतीय घरों में एक ही बाथरूम हो तो कैसी जंग छिड़ी रहती है! लेकिन यहाँ समस्या कुछ और थी – उनके सौतेले पिता सफाई के जानी दुश्मन निकले।
सुबह-सुबह बाथरूम में घुसे नहीं कि बालों के गुच्छे, टॉयलेट सीट पर पेशाब के छींटे, ज़मीन पर दाग, और कई बार तो 'मूत्रालय' में फ्लश करना तक भूल जाते थे! हमारे देश में तो ऐसे लोगों को 'गंदगी का राजा' कहा जाता है। अब बेचारे हीरो को हर रोज़ बाथरूम साफ़ करके ही अपना काम चलाना पड़ता था।
जब बोलने से नहीं बनी बात, चालाकी से मिला जवाब
कहते हैं, 'सीधी उंगली से घी न निकले तो उंगली टेढ़ी करनी पड़ती है'। हीरो ने पहले माँ को बताया, माँ ने सीधा जवाब दिया – "अपने पापा से खुद बात करो!" अब पापा जी तो सुधरने वाले नहीं थे, और माँ भी शायद शांति बनाए रखने के लिए चुप थीं (जैसा कई भारतीय घरों में होता है)। Reddit पर एक कमेंट में किसी ने लिखा – "माँ को ही कहना चाहिए था, क्योंकि ये उनकी जिम्मेदारी है, न कि बेटे की।"
हीरो ने ठान लिया कि अब 'पेटी रिवेंज' यानी छोटी-छोटी, लेकिन चुभने वाली बदला लेने की रणनीति अपनानी है। अब देखिए, बदला भी ऐसा कि पढ़कर मज़ा आ जाए – जब भी सौतेले पिता फ्लश करना भूलते, हीरो उनकी 'कृति' की तस्वीर माँ को भेज देते। बालों की सफाई? पिता जी के टूथब्रश से! और टॉयलेट सीट की सफाई? उन्हीं के फेसक्लॉथ से, जो बाद में बिना धोए वापस लटका दी जाती।
पिता जी रोज़ शिकायत करते – "मेरा फेसक्लॉथ अजीब सा महकता है, ब्रश में बाल आ जाते हैं!" घरवाले बेफिक्री से बात टाल देते। दो हफ्ते बाद गजब हुआ – पिता जी सुधर गए! बाथरूम चमचमाने लगा!
Reddit पर चर्चा – मज़ेदार प्रतिक्रियाओं और भारतीय संदर्भ में समझना
Reddit पर इस कहानी ने हंगामा मचा दिया। एक यूज़र ने लिखा, "लगता है घर के मर्द होने का घमंड है – महिलाएँ साफ़ करेंगी ही!" (कितना भारतीय सा विचार है न!) दूसरा बोला, "ऐसा लगता है जैसे बाथरूम में कोई सफाई की परी आती हो और जादू से सब साफ कर देती हो।" किसी ने तो ये भी पूछ लिया – "माँ आखिर ऐसे आदमी के साथ कैसे रह लेती हैं?" ऐसे कई घरों में महिलाओं पर सफाई का बोझ डाल दिया जाता है, और मर्द अपनी आदतें नहीं बदलते।
कुछ ने तो हीरो की रणनीति की तारीफ की – "वाह, क्या चालाकी है! ऐसे ही बदला लेते रहो!" एक यूज़र ने तो पुराने जमाने का किस्सा भी सुनाया – "कभी-कभी तो हमें भी अपने रूममेट की गंदी आदतों से तंग आकर उसकी टूथब्रश से टॉयलेट साफ करनी पड़ी थी।"
एक और कमेंट पढ़कर हँसी छूट गई – "अब अगली बार पिता जी का अंडरवियर इस्तेमाल करो सफाई के लिए!" लेकिन साथ में एक चेतावनी भी आई – "ऐसी हरकतों से खुद की सेहत का ध्यान रखना जरूरी है।"
क्या ये सिखाने का सही तरीका है? भारतीय नजरिए से सोचें
भारतीय संस्कृति में अक्सर घर की बहू-बेटियाँ सफाई में लगी रहती हैं, और कई घरों में मर्दों को इसकी चिंता ही नहीं होती। Reddit की इस कहानी में यही गुस्सा और मजाक दोनों देखने को मिला। कई महिलाओं ने लिखा – "ऐसे आदमियों के साथ रहना ही क्यों?" किसी ने कहा – "माँ को ही सख्ती दिखानी चाहिए थी!"
लेकिन कहानी का मजा ये है कि कभी-कभी 'पेटी रिवेंज' (छोटी बदला लेने की तरकीबें) बड़े असरदार साबित होती हैं। जब समझाने-बुझाने से कुछ न हो, तो हल्की-फुल्की चालाकी से सामने वाले को उसकी गलती का अहसास कराना भी जरूरी है।
अंत में – क्या आपने भी ऐसा कुछ किया है?
तो भाइयों-बहनों, क्या आपके घर में भी कोई 'गंदगी का सिरमौर' है? क्या आपने भी कभी किसी को उनकी गंदी आदतों की ऐसी अनोखी सजा दी है? या फिर आप मानते हैं कि बातों-बातों में ही सुधार लाना चाहिए?
नीचे कमेंट में ज़रूर बताइए! और हाँ, अगर आपके घर में भी सफाई को लेकर रोज़ महाभारत छिड़ती है, तो इस कहानी को अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें – क्या पता आपके घर का 'गंदगी का राजा' भी सुधर जाए!
मूल रेडिट पोस्ट: A year ago, I got to give my mother's husband a taste of his own actions.