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जब लैपटॉप की ढेर ने बना दिया टेक एक्सपर्ट को 'शापित': एक मजेदार टेक सपोर्ट कहानी

भैया, अगर आप कभी ऑफिस में IT सपोर्ट वाले भाईसाहब को सिर खुजाते हुए देख लें, तो समझ जाइए कि मामला गड़बड़ है! वैसे तो कंप्यूटर और लैपटॉप की दुनिया में रोज़ नयी-नयी परेशानियाँ आती रहती हैं, पर कभी-कभी तो ऐसी अजीब चीज़ें हो जाती हैं कि बंदा खुद को ही ‘शापित’ मानने लगता है।

आज की यह असली कहानी एक ऐसे ही IT एक्सपर्ट की है, जिसने लैपटॉप की ढेर के सामने हार मान ली... पर असली वजह जानकर हँसी छूट गई! तो चलिए, जानिए कैसे कुछ छोटी-छोटी आदतें, जादू-टोने से कम नहीं होतीं, और टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी ‘नज़र लगना’ संभव है।

शुरुआत: जब सब गड़बड़ हो गया

सोचिए, आपके पास ऑफिस में Dell के Latitude लैपटॉप्स की एक पूरी ढेर सजी है। नया कर्मचारी आने वाला है, तो आपको एक लैपटॉप तैयार करना है। जैसे ही सबसे ऊपर वाला लैपटॉप उठाकर इमेजिंग शुरू की, अचानक की-बोर्ड और माउसपैड ने काम करना बंद कर दिया। मन में आया – चलो कोई बात नहीं, शायद ड्राइवर की समस्या होगी। ड्राइवर अपडेट किया, पर स्क्रीन तो कभी आती-कभी जाती! फिर भी IT वाले का आत्मविश्वास नहीं डगमगाता, सोचा – “कोई बात नहीं, ड्राइवर अपडेट के बाद ऐसा हो जाता है।”

लेकिन जब दोबारा शुरू किया, तो वही ढाक के तीन पात – कीबोर्ड-माउस गायब, स्क्रीन कभी है, कभी नहीं। अब दिमाग में हल्की-सी चिंगारी – “क्या चल रहा है?” झल्लाहट में दूसरा लैपटॉप निकाल लिया। पर यहाँ भी वही समस्या! तीसरा उठाया, फिर वही हाल! अब तो साब सोचने लगे – “मुझ पर कोई आईटी का शाप है क्या?”

रहस्योद्घाटन: असली वजह का खुलासा

हार मानकर वह लैपटॉप लेकर अपनी डेस्क पर आ गए, जैसे बच्चा खेल का सामान लेकर मुँह फुला बैठ जाता है। लेकिन, जैसे ही डेस्क पर लैपटॉप खोलते हैं, सब कुछ एकदम बढ़िया! चमत्कार! फिर से वर्कबेंच पर ले जाकर रखते हैं – एक पल में फिर गड़बड़। उठाओ, सब ठीक; रखो, फिर गायब!

अब यह दृश्य देखिए – एक टेक एक्सपर्ट, जोश में बार-बार लैपटॉप उठाता-रखता, मानो कोई आदिवासी पहली बार आग जलाना सीख रहा हो! आखिरकार असली वजह पता चली – ये लैपटॉप एक-दूसरे के ऊपर रखने की वजह से, उनमें लगे मैग्नेट्स आपस में खेल कर रहे थे! लैपटॉप का “लिड क्लोज़्ड सेंसर” (यानि ढक्कन बंद है या नहीं, ये देखने वाला सेंसर) पास के दूसरी मशीन के मैग्नेट से ट्रिगर हो जाता था, और सिस्टम समझता – ‘ढक्कन बंद है, बंद हो जाओ!’

‘शापित’ नहीं, बस ‘मैग्नेटिक’ माया है

इस कहानी पर Reddit कम्युनिटी भी खूब हँसी। एक यूजर ने मज़ेदार अंदाज़ में लिखा – “भाई, लैपटॉप की ढेर पर काम मत करो, वरना मशीन समझेगी कि उसका ढक्कन बंद है।” दूसरे ने चुटकी ली – “अगर कोई शिकायत करे कि लैपटॉप छूते ही बंद हो जाता है, तो देखना कहीं उसने चुंबकीय कड़ा या घड़ी तो नहीं पहन रखी!”

और तो और, एक कमेंट में बताया गया – “हमारे दफ्तर में एक महिला ने अपने घुटनों के दर्द के लिए मैग्नेट वाला ब्रेसलेट पहन रखा था, और जैसे ही हाथ लैपटॉप के पास लाती, स्क्रीन ब्लैक!” देखिए, भारत में भी लोग दर्द मिटाने के लिए तांबे की चूड़ी, कड़ा, या नीम की लकड़ी पहनते हैं, वैसे ही अब विदेशों में मैग्नेटिक ब्रेसलेट का जलवा है – पर लैपटॉप को इससे सख्त ऐतराज है!

एक और मज़ेदार किस्सा, एक कर्मचारी ने अपने लैपटॉप पर काइंडल (जिसमें मैग्नेट लगा था) रख दिया, और स्क्रीन चली गई! कोई एयरबड्स का केस रख दे, तो वही हाल! पुराने ज़माने की बात करें, तो CRT मॉनिटर के पास पंखा रख दिया, तो स्क्रीन डांस करने लगती थी – मामला वही है, टेक्नोलॉजी का अपना ‘डायनासोर’ युग!

सीख: हर समस्या में जादू नहीं, लॉजिक है

अक्सर हम ऑफिस में छोटी-छोटी गड़बड़ियों को बहुत बड़ा मान लेते हैं – “लैपटॉप खराब है”, “कंपनी का माल बेकार है”, या फिर “मुझसे ही गड़बड़ हो रही है!” पर असल में, कभी-कभी तो इतनी छोटी वजह होती है कि जानकर खुद पर ही हँसी आ जाए।

इस कहानी से हमें दो सिख मिलती हैं – पहली, कभी भी लैपटॉप्स को एक-दूसरे के ऊपर रखकर काम मत करो, खासकर जब वे मैग्नेट वाले हों! दूसरी, अगर लैपटॉप अजीब हरकत करे, तो खुद को शापित मत समझो, बल्कि आस-पास देखो – कहीं कोई ‘मैग्नेट’ तो अपनी माया नहीं दिखा रहा!

एक Reddit यूजर ने बढ़िया सलाह दी – “अगर किसी का लैपटॉप टाईप करते ही बंद हो जाए, तो पहले उसके कड़े, घड़ी, या फोन में चुंबक तो नहीं, यह देख लो। इससे आप आईटी के जादूगर भी कहलाओगे!”

निष्कर्ष: हँसी, सीख और टेक्नोलॉजी की मस्ती

तो प्यारे पाठको, अगली बार जब ऑफिस में कोई तकनीकी समस्या आपको परेशान करे, तो थोड़ा हँस लें, गहराई से सोचें, और आसपास की छोटी-छोटी चीजों पर भी ध्यान दें। कभी-कभी समाधान आपकी नाक के नीचे ही छुपा होता है!

क्या आपके साथ भी ऐसा कोई मजेदार वाकया हुआ है? नीचे कमेंट में जरूर बताइए। और हाँ, इसे अपने ऑफिस के IT पंडितों के साथ शेयर करना मत भूलिए – शायद उनकी ‘शाप’ वाली फीलिंग भी दूर हो जाए!

टेक्नोलॉजी की माया का यही तो असली मजा है – कभी-कभी सारा लॉजिक धरा रह जाता है, और एक छोटा सा मैग्नेट सब पर भारी पड़ जाता है!


मूल रेडिट पोस्ट: I thought I was cursed