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जब रूममेट ने सिंक से ब्राउनी खाई: बदले की एक मजेदार दास्तान

90 के दशक के एचआईवी/एड्स युग में ब्राउनीज़ और कलंक पर चर्चा करते एक चिंतित जोड़े की फिल्मी छवि।
इस फिल्मी क्षण में, एक युवा जोड़ा 90 के दशक में कलंक और गलतफहमी के बोझ से जूझ रहा है, जब वे अपने खाना पकाने के शौक और जीवन की जटिलताओं का सामना कर रहे हैं। क्या ब्राउनीज़ खुशी का स्रोत बनेंगी या चिंता का कारण? इस मजेदार और गहन कहानी में डूब जाइए।

हर किसी की जिंदगी में कभी न कभी ऐसा रूममेट जरूर आता है, जो बिना पूछे आपकी चीजें इस्तेमाल करता है या खाने-पीने पर हाथ साफ कर जाता है। आज मैं आपको एक ऐसी ही मजेदार और थोड़ा सा ‘जलेबी’ किस्म की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें एक पतली-दुबली काया वाले पति, एक शौकीन कुक बीवी और एक ‘केविन’ टाइप रूममेट की तिकड़ी है। और कहानी के केंद्र में है – एक ब्राउनी, जो सीधे सिंक से होकर पेट तक पहुंच गई!

दोस्ती, गरीबी और एक अजीब रूममेट

यह किस्सा 90 के दशक के अमेरिका का है, जब HIV/AIDS को लेकर समाज में बहुत डर और भ्रांतियाँ फैली थीं। हमारे मुख्य पात्र – एक नवविवाहित जोड़ा, जिनकी हालत ऐसी थी कि गाड़ी छोड़, एक पुराने विक्टोरियन घर के सर्वेंट क्वार्टर में एक सस्ता कमरा किराए पर लिया था। साथ में रहता था उनका रूममेट – जिसे अंग्रेज़ी इंटरनेट पर ‘Kevin’ के नाम से जाना जाता है, यानी वो इंसान जो हर बात में उल्टा-सीधा करता है, और दूसरों की चीजों को अपनी जागीर समझता है।

बीवी को खाना बनाने का बहुत शौक था। उसने बड़े मन से ब्राउनीज बनाई, पर वक्त के साथ वो थोड़ी बासी हो गईं। एक दिन पति ने भूख में आकर ब्राउनी काटने के लिए बड़ा सा चाकू उठाया, और गलती से उसका अंगूठा गहरे कट गया। खून बहता गया, ब्राउनी में भी गिर गया। आप सोचिए, ऐसे में कोई भी दंपती क्या करेगा? उन्होंने खून से सनी ब्राउनीज को उठाकर सिंक में फेंक दिया, और फौरन अस्पताल भागे।

जब लालच ने ली केविन की परीक्षा

अब कहानी में ट्विस्ट! जब दोनों घर लौटे, तो देखा – सिंक में पड़ी आधी ब्राउनीज गायब थीं। रूममेट केविन अपने कमरे में बंद था। किसी भारतीय घर में ऐसा होता तो माँ-बाप या दादी-नानी की डांट पड़ जाती – "बिना पूछे किसी का खाना मत छू!" मगर यहाँ तो सिंक में पड़ी, खून सनी ब्राउनीज पर भी रूममेट टूट पड़ा था।

लेखिका (बीवी) ने सोचा, चलो जाने दो, बोलने से क्या फायदा। लेकिन ‘केविन’ तो ‘केविन’ ही है – कुछ दिन बाद एक नई नॉन-स्टिक पैन, जो बड़ी मुश्किल से तीन तनख्वाहों से बचाकर खरीदी थी, वो भी उसने बिना पूछे इस्तेमाल कर ली, और खरोंच दी। अब तो गुस्सा सातवें आसमान पर!

बदले की ब्राउनी: डर का मजा कुछ और ही है

एक हफ्ते बाद, जब केविन घर आया, तो बीवी ने रसोई के दरवाजे पर खड़े होकर पूछा – “केविन, वो सिंक में पड़ी ब्राउनीज खाई थीं तुमने?” केविन बोला, “हाँ, अच्छी थीं! सोचा सिंक में पड़ी हैं, तो तुम्हें फर्क नहीं पड़ेगा।”

अब असली खेल शुरू हुआ। बीवी ने विस्तार से बताया कि कैसे ब्राउनीज में खून गिरा, कैसे वो खून पति का था, और कैसे वह HIV/AIDS के ज़माने में हुआ। केविन का चेहरा एकदम हरा-पीला पड़ गया। डर के मारे उसने पूछा, “क्या खून खाने से AIDS हो सकता है?” बीवी ने भी चिंता वाला चेहरा बनाकर कहा, “पता नहीं... शायद हो सकता है।”

अब तो केविन ऐसे भागा जैसे भूत देख लिया हो! सीधे बाथरूम में जाकर उल्टियाँ करने लगा। और शायद उसी दिन से उसने कसम खा ली – अब कभी किसी के खाने को बिना पूछे नहीं छुएगा।

रूममेट कल्चर और ‘केविन’ का सबक

यह किस्सा जितना मजेदार है, उतना ही सिखाने वाला भी। सोशल मीडिया पर एक कमेंट था – “भई, जो सिंक में पड़ी, खून सनी ब्राउनीज भी खा जाए, उसे जो डर लगे, वो तो बनता ही है!” (u/forgetregret1day) कोई और बोला – “केविन को नॉन-स्टिक पैन के केमिकल्स से ज्यादा चिंता AIDS की थी।” (u/CoderJoe1) एक अन्य ने व्यंग्य किया – “अब तो केविन को पैन से निकला टेफ्लॉन भी पचाना है, ऊपर से AIDS का डर भी!” (u/MikeSchwab63)

किसी ने सलाह दी कि खून खाने से HIV फैलने की संभावना बहुत कम है, मगर डर का असर तो अलग ही होता है। एक कमेंट ने कहा – “जो रूममेट बिना पूछे खाना खाता है, उसके लिए यही सबक काफी है।” (u/Cute_Recognition_880)

हमारे यहाँ भी, जब हॉस्टल या शेयरिंग फ्लैट में रहते हैं, तो हर किसी ने एक न एक ‘केविन’ जरूर देखा है – जो आपकी दाल-चावल, मैगी, या दूध बिना पूछे पी जाता है। और फिर जब उनकी चोरी पकड़ी जाती है, तो ऐसे बहाने बनाते हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं!

क्या निकला नतीजा?

इस छोटी सी हरकत ने केविन को तगड़ा सबक सिखाया। वो फिर कभी उनकी चीजें नहीं छूता था, बात तक कम करता था। बीवी ने भी सोचा – चलो, जो नॉन-स्टिक पैन का नुकसान हुआ, उसका बदला डर से तो चुका ही लिया!

कहानी का मजा यही है – कभी-कभी छोटी-छोटी चालाकियाँ ही सबसे बड़े सबक सिखा देती हैं। और हाँ, अगली बार अगर आपकी कोई चीज कोई बिना पूछे इस्तेमाल करे, तो यह किस्सा जरूर याद कीजिएगा!

आपके अनुभव?

क्या आपके साथ भी कभी ऐसा अजीबोगरीब रूममेट रहा है? या आपकी कोई चीज किसी ने बिना पूछे इस्तेमाल की? अपने मजेदार किस्से और सुझाव नीचे कमेंट में जरूर शेयर करें। और हाँ, किसी भी खाने की चीज को सिंक में देखने के बाद सोच-समझकर ही उठाइए – क्या पता उसमें भी कोई ‘छुपा हुआ बदला’ मिल जाए!


मूल रेडिट पोस्ट: Oh no! Did my brownies give you AIDS?