विषय पर बढ़ें

जब रूममेट ने इंटरनेट काटा और मछलीघर दरवाज़े पर छोड़ना पड़ा: एक मज़ेदार बदला

एक युवा व्यक्ति नए कमरे में शिफ्ट हो रहा है, जो ब्रेकअप के बाद रूममेट लेने की चुनौतियों को दर्शाता है।
एक युवा व्यक्ति को उसके नए कमरे में बसते हुए दिखाते हुए एक फोटो-यथार्थवादी चित्रण, जो ब्रेकअप के बाद रूममेट लेने की जटिलताओं और संभावित समस्याओं को उजागर करता है। यह चित्र अप्रत्याशित रहने की व्यवस्था और उसके साथ आने वाले भावनात्मक सफर की भावना को पकड़ता है।

क्या आपने कभी सोचा है कि किसी दोस्त की मदद करना आपके लिए सिरदर्द बन सकता है? अक्सर हम रिश्तों में भावुक होकर किसी को आसरा दे देते हैं, लेकिन जब वही मेहमान रूममेट बनकर घर का चैन छीन ले, तो समझ आता है – "घर का भेदी लंका ढाए"! आज की कहानी ऐसी ही एक रूममेट की है, जिसने न सिर्फ घर की शांति बिगाड़ी, बल्कि जाते-जाते इंटरनेट भी काट गया और अपनी मछलियों को छोड़ने की भी जुगाड़ करने लगा!

दोस्ती-रिश्तेदारी में रूममेट बनाना – एक बड़ा जुआ!

हम भारतीयों में सहानुभूति और मेहमाननवाज़ी कूट-कूटकर भरी होती है। चाहे कोई रिश्तेदार अचानक आ जाए या दोस्त को रहने की जगह चाहिए हो, हम ‘अतिथि देवो भव’ मानते हैं। Reddit यूज़र की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उनकी दोस्त ने अपने से छोटे लड़के से रिश्ता जोड़ा, उसे अपने घर पनाह दी। जब रिश्ता टूटा, तो अपराधबोध में आकर उस लड़के को उन्होंने अपने घर बुला लिया। सोचिए, जिस इलाके में एक कमरा 1800 डॉलर (यानि लगभग 1.5 लाख रुपये!) में मिल रहा हो, वहाँ $750 (करीब 62,000 रुपये) में कमरा देना, भला कौन मना करेगा?

लेकिन ‘सस्ता रोये बार-बार’ वाली कहावत यहां बिल्कुल सही साबित हुई। नया रूममेट न सिर्फ सफाई से कोसों दूर था, बल्कि "सिस्टम के खिलाफ" होने का ढोंग भी करता था। गेस्ट बाथरूम उसका अड्डा था, लेकिन साफ-सफाई? जैसे उसे कोई मतलब ही न हो! बार-बार समझाने पर भी न सुधरा, तो मालिक ने कह दिया – "अगर मुझे सफाई के लिए बाई लगानी पड़ी, तो पैसे तेरे से ही कटेंगे।"

"सिस्टम के खिलाफ" – लेकिन नौकरी भी उसी ‘सिस्टम’ में!

हमारे यहाँ भी कई युवा खुद को ‘व्यवस्था विरोधी’ समझते हैं, लेकिन जब पैसा कमाने की बारी आती है, तो वही मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी करनी पड़ती है। Reddit वाली कहानी में रूममेट भी आखिरकार ‘सिस्टम’ से हार गया और एक अच्छी नौकरी पकड़ ली।

इंटरनेट का बिल वही देता था, और बाकी खर्चे घरवाले उठाते थे। अब सोचिए, जब मेजबान ने मास्टर डिग्री के लिए एडमिशन लिया हो और उसकी पढ़ाई का सारा दारोमदार इंटरनेट पर टिका हो, तभी रूममेट ने क्या शरारत की? उसने जाते-जाते शुक्रवार रात को इंटरनेट की सेवा बंद कर दी! अब शनिवार-रविवार तक न इंटरनेट चालू हो सकता, न पढ़ाई हो सकती।

एक मज़ेदार कमेंट Reddit पर आया: "भाई, ऐसा रूममेट तो अपने दुश्मन को भी न मिले!" (u/CoderJoe1)
दूसरे ने अपने ही अंदाज़ में कहा, "टाइटल पढ़ते-पढ़ते तो मेरा पैर मुड़ गया!" (u/Slow-Escape-1985)
यहाँ तक कि किराए की बात पर भी बहस छिड़ गई – "कहाँ है ऐसी जगह जहाँ एक रूम का किराया 1800 डॉलर होता है?" किसी ने जवाब दिया, "मुंबई-गुड़गाँव में भी तो एक-एक कमरे के फ्लैट्स का यही हाल है!"

बदला – मछलीघर वाला किस्सा

अब असली मज़ा तो तब आया, जब रविवार की रात रूममेट ने बेशर्मी से कहा, "क्या मैं अपना महंगा मछलीघर सोमवार तक यहीं छोड़ दूँ?" अब भारतीयों को तो पता है, ऐसे मौकों पर क्या कहना चाहिए – "न नौ मन तेल होगा, न राधा नाचेगी!"

मेजबान ने भी दो टूक कह दिया – "नहीं, अगर कुछ छोड़ गया तो तेरा मछलीघर दरवाज़े पर मिलेगा!" यानी, न कोई एहसान, न कोई मिन्नत। जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा! यह वही ‘चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है’ वाला सीन था, जब पोस्टमैन खत दरवाज़े पर छोड़ जाता है।

सीख – रिश्तों में रहकर भी सीमाएँ ज़रूरी

इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है? सबसे पहली बात – दोस्ती या रिश्तेदारी चाहे जितनी गहरी हो, जब बात घर और निजी स्पेस की आती है, तो साफ़-साफ़ शर्तें और सीमाएँ तय करना जरूरी है।
कई बार हम भावुक होकर किसी की मदद कर देते हैं, लेकिन बाद में वही मदद हमारे लिए सिरदर्द बन जाती है। Reddit के एक यूज़र ने सही लिखा: "ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखना ही अच्छा है, नहीं तो घर की शांति गई काम से!"

इंटरनेट, बाथरूम, सफाई – ये सब छोटी-छोटी बातें लगती हैं, लेकिन जब रोज़मर्रा की जिंदगी में ये बिगड़ जाएं, तो पूरा माहौल खराब हो जाता है। अगली बार किसी को रूममेट बनाने से पहले सोच-समझकर कदम उठाएँ, वरना आप भी मछलीघर दरवाज़े पर छोड़ते हुए पाए जा सकते हैं!

आपकी राय क्या है?

क्या आपके साथ भी ऐसा कोई मज़ेदार या परेशान करने वाला रूममेट रहा है? क्या आपने कभी किसी दोस्त या रिश्तेदार को रहने दिया और बाद में पछताए? आपकी राय और अनुभव नीचे कमेंट में ज़रूर लिखें – आपकी कहानी पढ़कर शायद किसी नए मेज़बान की आँखें खुल जाएँ!


मूल रेडिट पोस्ट: User roommate and why not to take someone in being kicked out.