जब मेहमान ने मांगा 'दीवारों के बिना कमरा' – होटल स्टाफ की हैरान कर देने वाली दास्तान!
होटल में काम करने वाले लोग अक्सर अजीबो-गरीब फरमाइशों के आदी हो जाते हैं – कोई अलग तकिए की मांग करता है, कोई खाने में खास स्वाद चाहता है। मगर हाल ही में अमेरिका के एक होटल में जो हुआ, उसने तो होटल स्टाफ की सोच ही हिला दी! सोचिए, अगर कोई आपसे कहे कि उसे "बिना दीवारों वाला कमरा" चाहिए, तो आप क्या जवाब देंगे? ऐसे में तो अपने यहाँ के चौपाल या खेत की याद आ जाए!
आज की कहानी Reddit के प्रसिद्ध फोरम r/TalesFromTheFrontDesk से ली गई है, जहाँ होटल स्टाफ अपनी सबसे मजेदार और हैरान कर देने वाली घटनाएँ साझा करते हैं।
मेहमान की अजीब मांग: "मुझे दीवारों के बिना कमरा चाहिए!"
कहानी की शुरुआत होती है एक नाराज़ मेहमान से, जो होटल के रिसेप्शन पर सुबह-सुबह पहुँचीं। उनका चेहरा देखकर ही लग रहा था कि कुछ बड़ा मुद्दा है। उन्होंने गुस्से में कहा—"मैंने ऑनलाइन बुकिंग में साफ-साफ लिखा था कि मुझे बिना दीवारों वाला कमरा चाहिए!"
अब भला होटल का कमरा, वो भी बिना दीवार के? रिसेप्शनिस्ट ने समझाने की कोशिश की – "मैडम, हमारे यहाँ सारे कमरे बिल्डिंग कोड के हिसाब से बने हैं, दीवारें तो ज़रूरी हैं।" मगर मैडम को तो मानो विश्वास ही नहीं हुआ! उनका कहना था कि दूसरे होटलों में दीवारें ऑप्शनल होती हैं और यहाँ 'झूठा प्रचार' हो रहा है!
रिसेप्शनिस्ट ने उनकी बुकिंग चेक की, तो उसमें बस ऊँची मंज़िल और अच्छा व्यू मांगा गया था, दीवारों का कोई ज़िक्र नहीं। जब यह बताया गया, तो मैडम ने होटल पर रिजर्वेशन बदलने का आरोप लगा दिया और हर्जाने की मांग करने लगीं।
दीवारों के बिना कमरा? ये कौन सा नया ट्रेंड है!
अब जरा सोचिए, हमारे यहाँ तो खुले में सोना यानी छत पर चारपाई डालना या खेत की मेड़ पर लेट जाना ही 'बिना दीवारों' वाला कमरा है! Reddit पर एक मजेदार कमेंट था, "बिना दीवारों वाला होटल रूम तो असल में मैदान या पार्किंग लॉट है – बस टेंट भी नहीं!"
एक अन्य ने लिखा, "काश, होटल स्टाफ उसे छत पर चारपाई डालकर कह देता – लीजिए, सबसे ऊँची मंज़िल, शानदार व्यू और बिल्कुल कोई दीवार नहीं!"
कई लोगों ने मजाक में कहा कि अगर मैडम को सच में बिना दीवारों का अनुभव चाहिए तो उन्हें गाँव के खेत या राजस्थान के मरुस्थल में भेज देना चाहिए, जहाँ रात में तारों के नीचे सोने का असली मजा है – वो भी फ्री में!
कुछ ने तो यहाँ तक कहा कि शायद मैडम को कमरे में फर्श से छत तक काँच की खिड़कियाँ चाहिए थीं, या फिर उनका मतलब था कि बाथरूम और बेडरूम के बीच कोई दीवार न हो – वैसे, ऐसे 'ओपन शावर' वाले होटल रूम अब मेट्रो सिटी में देखने को मिल भी जाते हैं, मगर वहाँ भी चारों तरफ से खुला कमरा तो नहीं मिलता!
क्या था मेहमान का असली इरादा?
Reddit कम्युनिटी में बहुतों को लगा कि शायद मैडम का असली मकसद होटल से कुछ मुफ्त में लेना था। एक ने लिखा, "कुछ लोग बस मुफ्त नाश्ते या सुविधा के लिए ऐसी अजीब शिकायत करते हैं।"
एक और कमेंट में बड़ा दिलचस्प विश्लेषण था – "शायद भाषा का फर्क था, या उन्होंने 'खुला व्यू' (unobstructed view) की जगह गलती से 'बिना दीवार' लिख दिया हो।"
दूसरों ने भी साझा किया कि कुछ ट्रॉपिकल देशों में सचमुच ऐसे रिसॉर्ट्स होते हैं, जहाँ कमरों की एक दीवार खुली होती है ताकि समुद्र का नज़ारा दिखे – मगर पूरी तरह बिना दीवार का कमरा तो कहीं नहीं!
कुछ यूज़र्स ने होटल मार्केटिंग पर भी तंज कसा – "आजकल विज्ञापन में कमरा इतना बड़ा और खुला दिखाते हैं कि असली में लोग सोच लेते हैं कि दीवारें ही नहीं हैं!"
भारतीय नजरिए से: दीवारें तो घर की शान हैं!
हमारे भारतीय समाज में तो दीवारें ही घर की असली सुरक्षा मानी जाती हैं। दादी-नानी हमेशा कहती थीं, "दीवारें न हों तो घर-घर नहीं, चौपाल हो जाता है!"
सोचिए, दिल्ली की सर्दी या मुंबई की बारिश में बिना दीवार के कमरा! रात में छत पर सोना भी मौसम की मेहरबानी पर है, नहीं तो मच्छरों की पार्टी लग जाती है।
इसीलिए, होटल में 'बिना दीवारों' का सवाल ही नहीं उठता – ये तो हमारी संस्कृति के भी खिलाफ है। हाँ, गाँवों में अब भी लोग खुले में सोना पसंद करते हैं, लेकिन वहाँ भी सुरक्षा, निजता और मौसम का ध्यान रखा जाता है।
निष्कर्ष: होटल स्टाफ की सूझबूझ और मेहमानों की फरमाइशें
आखिरकार, रिसेप्शनिस्ट ने होटल की ओर से मैडम को मुफ्त नाश्ते का ऑफर दिया ताकि बात बढ़े नहीं और बाकी मेहमानों की नींद न खराब हो।
इस किस्से से हमें ये सिखने को मिलता है कि होटल के कर्मचारी कितने संयम और समझदारी से काम लेते हैं। साथ ही, कभी-कभी मेहमानों की मांगें इतनी अजीब होती हैं कि खुद भगवान भी सोच में पड़ जाएँ।
तो अगली बार अगर आप होटल जाएँ, तो याद रखिए – दीवारें न सिर्फ कमरे की, बल्कि आपकी सुरक्षा, निजता और चैन की भी गारंटी हैं!
आपकी क्या राय है? क्या आपके साथ भी कभी किसी होटल में ऐसा कोई अजीब किस्सा हुआ है? कॉमेंट में जरूर साझा करें – और हाँ, दीवारों का सम्मान करें, ये ही असली घर की पहचान हैं!
मूल रेडिट पोस्ट: When a guest demands a room with 'no walls'