जब भाषा का घमंड टूटा: इटैलियन लड़कियों की चालाकी पर मिला जबरदस्त जवाब
स्कूल के दिनों में हर किसी के साथ कभी न कभी अजीबोगरीब या चटपटी घटनाएँ तो हुई ही होंगी। लेकिन जब बात आती है विदेशी भाषा में बुराई करने की, तब कहानी में मसाला और भी बढ़ जाता है! आज की कहानी कुछ ऐसी ही है, जिसमें ‘लौंग का बदला’ स्टाइल में एक सूझ-बूझ रखने वाले छात्र ने दो इटैलियन लड़कियों को उनकी भाषा में ही जबरदस्त जवाब दिया।
स्कूल लाइफ में ‘विदेशी’ ट्विस्ट
हमारे देश में भी अक्सर ऐसा होता है कि क्लास में कोई नया बच्चा आए, तो सबकी नजर उसी पर रहती है। अब ज़रा सोचिए, अगर आपकी क्लास में दो विदेशी लड़कियाँ आएँ और आपको नज़रअंदाज़ कर, आपकी पीठ पीछे अपनी भाषा में बुराइयाँ करने लगें — तो कैसा लगेगा? Reddit यूज़र ‘u/wingless-bee’ ने भी कुछ ऐसा ही अनुभव किया।
गणित की क्लास में हमेशा की तरह उनकी सीट के पीछे दो नई इटैलियन लड़कियाँ बैठती थीं। कभी सीधे-सीधे बातें नहीं हुईं, लेकिन दोनों को पूरी छूट मिली थी अपनी भाषा में कुछ भी बोलने की, क्योंकि उन्हें लगा सामने वाला तो समझ ही नहीं सकता!
जब भाषा का घमंड टूटता है
अब आप सोचिए, आप ही की तरह, उस छात्र ने भी इटैलियन भाषा स्कूल में नहीं सीखी थी, लेकिन किसी वजह से वो बोल-पढ़ सकता था। एक दिन, जब दोनों लड़कियाँ तेज़ आवाज़ में इटैलियन में बुराई कर रही थीं — “इसका सिर हमारे सामने आ रहा है”, “मोटा सा लड़का”, “अगर ये हट जाता तो कितना अच्छा होता”, “हमें तो लगता है इसे लगता है ये बहुत सुंदर है!” — और फिर हँसी-मज़ाक, मानो सामने वाले को कुछ समझ ही न आ रहा हो।
कहते हैं, ‘सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे’ — वैसे ही, छात्र ने उस वक्त चुप्पी साध ली, क्योंकि गुस्सा भी था, हैरानी भी थी, और डर भी कि कहीं कुछ कहने पर बात उल्टी न पड़ जाए। लेकिन किस्मत का खेल देखिए — कुछ दिनों बाद मौका अपने आप सामने आ गया!
सही मौके पर सही वार
अगली क्लास में, जब सब शांत थे, तभी उन लड़कियों में से एक ने अपनी भाषा में टीचर के लिए गाली दी — “sporco stronzo” (यानी ‘गंदा कमीना’)। अब माहौल ऐसा था कि पिन भी गिरती तो आवाज़ आती, तभी हमारे नायक ने पलटकर उसी भाषा में पूछ लिया — “क्या तुमने अभी-अभी टीचर को गंदा कमीना कहा?”
बस, फिर क्या! पूरी क्लास सकते में, लड़कियाँ हक्की-बक्की, और टीचर भी चौकन्ना। आखिरकार, उन दोनों को डिटेंशन (सज़ा) मिल गई — और असली जीत ये रही कि अब वो जान चुकी थीं, सामने वाला भी उनकी भाषा समझता है!
जब दुनिया भर के लोग साझा अनुभव बताते हैं
Reddit पर इस कहानी के नीचे भारतीयों जैसा मस्त माहौल बन गया। किसी ने लिखा, "मेरी पत्नी इटली की थी, जब रोम में कुछ लड़के पर्यटकों का मज़ाक उड़ा रहे थे, तो उसने इटैलियन में डांट लगाई और सबकी बोलती बंद कर दी!"
एक फ्रेंच यूज़र ने बताया, "मैं जर्मनी में पढ़ रहा था, और वहां कुछ फ्रेंच बच्चे मुझे और मेरे दोस्तों को गालियाँ दे रहे थे। मैंने भी उनकी भाषा में झाड़ दी, तो सबका मुँह बंद!"
एक अन्य कमेंट में मज़ेदार तंज था — "कभी भी ये मत समझो कि सामने वाला तुम्हारी भाषा नहीं जानता! कई बार तो लोग शक्ल-सूरत से धोखा खा जाते हैं।"
कुछ लोगों ने ये भी कहा कि ऐसी घटनाएँ सिर्फ इटैलियन या अंग्रेज़ी तक सीमित नहीं हैं — भारत में भी कई भाषाओं के मेल-जोल में अक्सर ऐसे मज़ेदार पल आते रहते हैं।
क्या ये कहानी सच है? इंटरनेट की अदालत का फैसला
अब, जहाँ इतनी मसालेदार कहानी हो, वहाँ ‘कमेंट पुलिस’ भी जरूर आती है! कई इटैलियन यूज़र्स ने मज़ाकिया अंदाज में कहा, “हम ऐसे शब्द नहीं बोलते, कोई भी इटली में sporco stronzo नहीं कहता!” किसी ने इसे ‘गूगल ट्रांसलेट’ की उपज बता दिया। लेकिन असली मज़ा तो कहानी में ही है — चाहे सच हो या हल्की-फुल्की कल्पना!
भारतीय पाठकों के लिए भी ये सीख है — “भाषा पर घमंड नहीं करना चाहिए, कौन कब क्या समझ जाए, पता नहीं चलता!” और हाँ, मजाक-मजाक में किसी की भावनाओं को ठेस न पहुँचाएँ, वरना ऐसा ही पलटवार हो सकता है।
निष्कर्ष: हँसी-मजाक में भी रहिए सतर्क!
हमारे देश की बोली-बानी में भी ‘जुबान संभाल के’ जैसी कहावतें प्रचलित हैं। इस कहानी से ये पता चलता है कि दुनिया के किसी भी कोने में हो, लोग एक-दूसरे की भाषा-भावना का सम्मान करें तो बेहतर है।
अब आप बताइए — क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है, जब किसी ने आपकी भाषा में बुराई की हो और आपने उसे चुपचाप सुनकर सही वक्त पर जवाब दिया हो? अपने अनुभव नीचे कमेंट में जरूर साझा करें — कभी-कभी आपकी छोटी सी कहानी भी किसी को बड़ी सीख दे सकती है!
मूल रेडिट पोस्ट: I overheard two foreign students insulting me in a language they thought I couldn't speak