विषय पर बढ़ें

जब बॉस साहब ने 'सब जानते हैं' का राग अलापा, तो IT टीम ने भी पूरा मज़ा चखा!

एक दृढ़ समर्थन इंजीनियर करियर विकास और चुनौतियों पर विचार करते हुए, आधुनिक कार्यालय में।
इस फोटोरियलिस्टिक छवि में, हमारा समर्पित समर्थन इंजीनियर जूनियर एजेंट से अनुभवी पेशेवर बनने की यात्रा पर विचार कर रहा है। आइए हम तकनीकी क्षेत्र में काम करने के साथ जुड़े सबक और मजेदार लम्हों की खोज करें!

ऑफिस में काम करते हुए आपने भी कई बार सुना होगा — “हमारे बॉस साहब तो सब जानते हैं!” लेकिन जब तकनीक की बात आती है, तो 'सिर्फ नाम बड़े और दर्शन छोटे' वाली कहावत सटीक बैठती है। आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं एक ऐसी आईटी टीम की सच्ची घटना, जिसमें बॉस की 'सब पता है' वाली सोच ने ऑफिस में ऐसा बवाल मचाया कि सबको पसीना आ गया।

छुट्टी पर जाने से पहले, हमारे नायक (जो जूनियर से सीनियर बनने की राह पर थे) ने पूरी ईमानदारी से बॉस को समझाया, “देखिए, सर, ये जो ऑफिस का फोन है, इसमें छोटे क्लाइंट्स के Microsoft 365 के MFA (मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन) की सारी चाबियाँ हैं। अगर फोन मेरे साथ नहीं होगा, तो मैं चाहकर भी आपकी मदद नहीं कर पाऊँगा।” लेकिन बॉस साहब! उनकी तो अलग ही जिद्द थी — "फोन घर छोड़कर जाओ, सिम कार्ड ले जाओ, और अगर कुछ गड़बड़ हो जाए तो कॉल कर लेना!"

अब भाई, आदेश बॉस का था, तो किया भी वही। नायक ने ऑफिस फोन अपने बैग में रख दिया, सिम कार्ड निजी फोन में डाल लिया, और निकल पड़े छुट्टी मनाने।

छुट्टी का मजा और ऑफिस में मची भगदड़

कहते हैं ना, “चोर की दाढ़ी में तिनका” — छुट्टी का पहला हफ्ता तो बिल्कुल शांति से बीता। न कोई फोन, न कोई सिरदर्द! लेकिन दूसरा हफ्ता आते ही ऑफिस में बवाल मच गया। एक सहकर्मी ने, जो खुद को थोड़ा-बहुत कंप्यूटर का उस्ताद समझता था, बिना पूछे कुछ सिस्टम सेटिंग्स में झाँक लिया, और फिर जो हुआ — आधे से ज्यादा छोटे क्लाइंट्स के सिस्टम डाउन!

अब समस्या ये थी कि सबकुछ ठीक करने के लिए सीधे ग्लोबल एडमिन अकाउंट से लॉगिन करना पड़ता, जिसमें MFA की जरूरत थी — और वो MFA चाबी तो 500 किलोमीटर दूर, छुट्टी पर गए इंजीनियर के बैग में थी!

पासवर्ड की सुरक्षा पर 'एक्सेल शीट' का जुगाड़

यहाँ पर Reddit कम्युनिटी के सदस्य भी खूब मजे ले रहे थे। एक कमेंट पढ़कर तो हँसी छूट पड़ी — “भैया, पासवर्ड मैनेजर होता तो TOTP (Time-based One Time Password) सेट कर लेते, लेकिन अफसोस! तब तो पासवर्ड मैनेजर के नाम पर सिर्फ पासवर्ड से प्रोटेक्टेड Excel शीट थी, वो भी Dropbox में पड़ी!”

यानी हमारे यहाँ भी जैसे कई ऑफिसों में 'सिस्टम' के नाम पर Excel और 'सीक्रेट' के नाम पर फोल्डर में छुपी फाइलें ही सबसे बड़ा सहारा होती हैं! एक और कमेंट ने तो तंज कसते हुए पूछा — “Excel में कोई TOTP प्लगइन है क्या?” भाई, जुगाड़ की भी हद होती है!

जब सबक मिला, तब बदली व्यवस्था

आखिरकार एक और सहकर्मी, जिसने 'ब्रेक ग्लास' यानी इमरजेंसी अकाउंट बना रखे थे (लेकिन गुप्त रखा था कि कहीं कोई बेवजह इस्तेमाल न कर ले), अगले दिन ऑफिस आया और सब संभाला। क्लाइंट्स को तो ज़्यादा फर्क नहीं पड़ा, लेकिन बॉस की हालत देखिए — तीस मिनट तक घबराकर चिल्लाते रहे! हमारे नायक ने भी पूरी तसल्ली से समझा दिया — "सर, आपकी ही बात मानी थी, फोन घर छोड़ दिया था, अब क्या करूँ?"

इस हादसे के बाद ऑफिस में पहली बार सेंट्रलाइज्ड पासवर्ड वॉल्ट लागू हुआ, जिसमें MFA भी था। और अबसे अगर छुट्टी पर जाना हो, तो फोन साथ ले जाने की पूरी छूट! यानी, 'डूबते को तिनके का सहारा' वाली बात अब बीते जमाने की हो गई।

छुट्टी का मतलब सच में छुट्टी!

Reddit पर एक सदस्य ने सही लिखा — “अगर ऑफिस वाले छुट्टी में भी कॉल करना चाहते हैं, तो फोन साथ ले जाना पड़ेगा और ऑन-कॉल का पैसा भी मिलेगा। वरना भैया, छुट्टी मतलब छुट्टी!”
हमारे नायक ने भी बताया, अब ऑफिस में माहौल बदल गया है। कोई जबरदस्ती फोन या लैपटॉप साथ लाने के लिए नहीं कहता, और छुट्टी का मतलब सच में छुट्टी! हाँ, कभी-कभी नई टीम हो या कोई मुश्किल हालात हो, तो अपनी मर्जी से मदद कर लेते हैं।

एक और कमेंट ने बहुत सही लिखा — “ऑफिस का असली ज्ञान तो वहीं छुपा होता है, जो एक या दो लोगों के दिमाग में ही रहता है। जब वो छुट्टी पर हों, तभी पता चलता है कि असली 'बस फैक्टर' क्या होता है!”

निष्कर्ष: तकनीक का जुगाड़ नहीं, सुरक्षा जरूरी!

तो साथियों, इस कहानी से क्या सीख मिलती है? ऑफिस में कितना भी जुगाड़ कर लीजिए, लेकिन पासवर्ड, MFA और सिक्योरिटी का कोई शॉर्टकट नहीं! और सबसे जरूरी — छुट्टी पर गए कर्मचारी को जबरदस्ती परेशान करना छोड़िए, वरना अगली बार 'गोलगप्पे वाले' छुट्टी पर चले गए तो आफत आ जाएगी!

आपकी ऑफिस लाइफ में भी अगर ऐसे कोई जुगाड़ू बॉस या मजेदार IT किस्से हैं, तो कमेंट में जरूर बताइए। और हाँ, अपने पासवर्ड Excel शीट में मत छुपाइए — क्योंकि कहीं ऐसा न हो कि अगली छुट्टी आपकी भी यादगार बन जाए!


मूल रेडिट पोस्ट: Bossman knows better? OK!