जब पापा ने बेटे को बीच बाज़ार में सबके सामने ‘कोन्डोम’ दिलवाए – बदला या बापू का प्यार?
भारतीय परिवारों में आमतौर पर पापा-बेटे की बातचीत बड़ी साधारण, सीधी-सादी होती है। लेकिन जब बात शरारत और मज़ाक की हो, तो कई बार ये रिश्ता दोस्ती से भी आगे निकल जाता है। आज मैं आपको एक ऐसी सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ, जिसने सोशल मीडिया पर सबको पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर दिया। क्या हो जब बेटा पापा की टांग खींचे, और पापा सामनेवाले को मैदान में ही धूल चटा दें?
जन्मदिन की पार्टी, और बेटे की शरारत
किसी भी भारतीय घर में पापा का जन्मदिन यानी पूरा खानदान, दोस्त-रिश्तेदार और ढेर सारी मस्ती। Reddit पर एक युवक ने अपनी कहानी साझा की – उसके पापा का जन्मदिन था और उसने अपने भाषण में सबके सामने वो ‘संजीवनी’ किस्सा सुना दिया, जब उसके पापा ने छोटे भाई को 'वो’ वाली बात (sex talk) समझाई थी।
पापा ने भाई से कहा था – "तेरी मौजूदगी इस बात का सबूत है कि सेक्स महँगा पड़ सकता है, इसलिए कंडोम सस्ते हैं, उसी का इस्तेमाल करना।”
पूरा हॉल हँसी से गूंज उठा! बेटे ने बाद में पापा की तारीफ भी कर दी, लेकिन पापा के चेहरे पर वो ‘ठहर जा बेटा, तुझे बताता हूँ’ वाली मुस्कान थी।
बाप-बेटे की भिड़ंत – पेटी रिवेंज का असली मज़ा
कुछ दिन बाद, जब बेटा और पापा सामान लाने पेट्रोल पंप गए, तब बेटे ने सोचा कि बाहर रहकर मोबाइल चलाएगा। लेकिन पापा ने ऐसे देखा जैसे कह रहे हों – "अरे, इतनी शर्म किस बात की?"
बेटा भी चला साथ।
अब असली तमाशा शुरू हुआ। पापा ने काउंटर पर पहुँचते ही अचानक बोले – “भैया, एक डिब्बा कंडोम भी दे देना, बेटे के लिए चाहिए।”
कैशियर की आँखें फटी, बेटा पानी-पानी कि “पापा, मज़ाक कर रहे हैं।”
पापा बोले – “अरे, सुरक्षित संबंध मज़ाक की चीज़ नहीं बेटा, ये देखो इसकी गर्लफ्रेंड की फोटो, अभी बच्चा है, अनुभव नहीं है, मैं चाहता हूँ कि कोई गलती न हो..."
इतने में बेटा भाग के गाड़ी में जा छुपा।
कुछ देर बाद पापा बाहर निकले – हाथ में तरह-तरह के कंडोम के डिब्बे, और स्नैक्स एक अलग थैली में! पूरा पेट्रोल पंप घूर रहा था।
पापा बोले – “मुझे पता नहीं था कौन सा ब्रांड पसंद है, सारे ले आया!”
अब बेटे के पास हँसने के अलावा और चारा ही क्या था।
कमेंट्स में बवाल – सबने कहा, “ऐसा बाप हर किसी को मिले!”
इस कहानी पर Reddit की जनता ने ऐसे रिएक्शन दिए कि भारतीय सोशल मीडिया पर भी वायरल हो जाए!
एक यूज़र ने लिखा, “भाई, तेरे पापा तो लीजेंड हैं। अगली बार उन्हें डायपर दिला देना, देखो कैसे झेंपते हैं!”
एक और कमेंट – “भाई, अगर पापा की जगह होते, तो सबसे छोटा साइज माँग लेता!”
किसी ने सलाह दी – “अब हर त्योहार पर पापा को गिफ्ट में कंडोम देना, ताकि वो कभी न भूलें।”
एक दिल छू लेने वाली टिप्पणी – “जब पापा नहीं रहेंगे, तब ये यादें सबसे ज्यादा हँसाएँगी। उनकी मज़ाकिया बातें ही सबसे बड़ी विरासत होती हैं।”
यहाँ तक कि खुद पोस्ट करने वाले ने लिखा, “अब जब भी कंडोम पहनूँगा, पापा की याद जरूर आएगी!”
किसी ने कहा, “भाई, अब तो पेटी रिवेंज का नया राउंड शुरू कर दो – अगली बार मम्मी के सामने बोल देना, ‘पापा, आधे कंडोम कहाँ गए?’”
रिश्ते, शर्म और हँसी – भारतीय परिवारों की असली तस्वीर
हमारे यहाँ खुले में सेक्स या कंडोम पर बात करना आज भी थोड़ी झिझक भरी बात है। लेकिन जब बाप-बेटे के बीच ऐसी मस्ती हो, तो रिश्ते दोस्ती में बदल जाते हैं।
समझदारी, प्यार और हल्का-फुल्का मज़ाक – यही है एक अच्छे पिता का निशान।
कई घरों में आज भी ‘वो’ वाली बातें छुप-छुपकर की जाती हैं, जबकि असल में ऐसे संवाद ही बच्चों को सही राह दिखाते हैं – और जब इसमें हँसी-ठहाका जुड़ जाए, तो क्या ही कहना!
निष्कर्ष – आपका क्या कहना है?
तो दोस्तों, क्या आपके पापा भी कभी ऐसे मज़ाक करते हैं? या आप कभी ऐसे शर्मिंदा हुए हैं?
शायद हर बेटे को अपने पापा के साथ ऐसा दोस्ताना रिश्ता बनाना चाहिए – जहाँ मज़ाक भी हो, सीख भी, और ढेर सारी यादें भी।
नीचे कमेंट में बताइए, आपके घर का सबसे मज़ेदार पापा-बेटा किस्सा कौन सा है?
अगर आपको ये कहानी पसंद आई हो, तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें – और हाँ, अगली बार पापा की टांग खींचने से पहले दो बार सोच लेना, वरना कहीं आपके साथ भी ऐसा ही न हो जाए!
मूल रेडिट पोस्ट: Paid the price for making people laugh at my dad's expense