जब पड़ोसी का कुत्ता बना मुसीबत, पर बदला मिला पेट भर चिकनाई से!

एक नाराज गृहस्वामी अपने आंगन में पड़ोसी के कुत्ते को देखते हुए, सीमा मुद्दों को उजागर करता है।
इस जीवंत एनीमे दृश्य में, एक निराश गृहस्वामी देखता है कि कैसे पड़ोसी का कुत्ता उनके आंगन में स्वतंत्रता से घूम रहा है। यह असामाजिक पड़ोसियों के साथ चल रही लड़ाई और एक समुदाय में सीमाओं को बनाए रखने की चुनौतियों को दर्शाता है, जहाँ हर कोई उनका सम्मान नहीं करता।

कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसे पड़ोसी मिल जाते हैं, जिनका व्यवहार देखकर बस यही मन करता है—“हे भगवान, ये किस ग्रह से आए हैं?” चाहे वो आपकी पार्किंग में अपनी गाड़ी अड़ा दें, आधी रात तक शोर मचाएं या फिर अपना पालतू जानवर आपकी बगिया में छोड़ दें... हर कोई ऐसे अनुभवों से कभी न कभी गुज़रा ही है। आज की कहानी बिलकुल ऐसी ही एक पड़ोसनुमा सिरदर्द और उसकी ‘प्यारी’ कुत्ते वाली लीला की है, जिसे पढ़कर आप हँसते-हँसते पेट पकड़ लेंगे!

तो जनाब, कहानी कुछ यूँ है—एक सज्जन Reddit यूजर (u/Key_Slide_7302) के शांतिपूर्ण आँगन में उनकी पड़ोसन चोरी-चुपके गेट खोल देती थी, ताकि उनका कुत्ता वहीं आकर अपना सारा बोझ हल्का कर सके। वैसे तो ये पड़ोसी कोई दोस्ती निभाने वाले नहीं थे, उल्टा दूसरों की नींद हराम करना, गैरकानूनी ढंग से पार्टी करना, और गेट खोलना—इनकी पुरानी आदत थी। मजे की बात, कुत्ता भी ऐसा जिसे अपार्टमेंट में रखने की अनुमति ही नहीं थी, पर हमारे भले आदमी ने कभी मकान मालिक से शिकायत नहीं की—‘ना तुम्हारा, ना मेरा’ वाला रवैया अपनाया!

एक दिन, BBQ की महक पूरे मोहल्ले में फैल रही थी। 14 घंटे की मेहनत के बाद ब्रिस्केट तैयार हुआ और उसका चिकनाई से भरा बाल्टी बाहर रख दिया गया। अब आप सोच रहे होंगे, आगे क्या हुआ? अगले ही दिन, आँगन में बिखरी हुई एल्युमिनियम फॉइल, कागज़ के टुकड़े और बाल्टी खाली! ऊपर से कुत्ते के पंजों के निशान—पूरी फिल्मी सीन! पता चला, पड़ोसी का भूखा कुत्ता 1 लीटर से भी ज्यादा शुद्ध चिकनाई गटक गया!

अब यहाँ मज़ा यहीं नहीं खत्म होता। Reddit कम्युनिटी के एक सदस्य ने हँसते-हँसते लिखा, “अब तो इन पड़ोसियों को अपने कुत्ते की पैंक्रियाटाइटिस (पेट की गंभीर बीमारी) का सामना करना पड़ेगा।” वहीं, कुछ और लोगों ने चिंता जताई कि ऐसे गैर-जिम्मेदार मालिक अपने जानवर की तकलीफ पर ध्यान ही नहीं देंगे। एक और सदस्य ने लिखा, “कुत्ते की हालत तो खराब होगी, पर मालिक को गंदगी साफ करनी पड़ेगी, वो भी अपने घर में! अब आएगा असली मज़ा।”

कुछ पाठकों ने तो अपने-अपने अनुभव भी साझा किए—“हमारे मुहल्ले में तो एक बार पड़ोसी का कुत्ता बार-बार गंदगी करता था, हमने एक दिन सारा इकट्ठा करके उन्हीं के दरवाजे पर डाल दिया। फिर कभी ऐसा नहीं हुआ!” एक और ने सलाह दी, “गेट में ताला लगाओ, और मकान मालिक को भी बता दो, ताकि अगली बार ये लोग सबक सीखें।”

लेकिन इस कहानी में सबसे प्यारी बात ये रही कि खुद लेखक ने कुत्ते से कोई दुश्मनी नहीं रखी। उन्होंने साफ लिखा, “मुझे पड़ोसियों से कोई हमदर्दी नहीं, पर कुत्ते से कोई दुश्मनी भी नहीं है। मैंने पड़ोसी को बता भी दिया कि उनके कुत्ते ने चिकनाई चट कर ली है, पर उन्होंने बस ‘थैंक्स’ कहकर बात टाल दी।”

हमारे यहाँ भी मोहल्लों में ऐसे किस्से आम हैं—कभी कोई पालतू गाय आपके बरामदे में घुस जाए, कभी पड़ोसी का बच्चा आपकी बाल्टी उठाकर ले जाए, या फिर कोई बिल्ली आपकी छत पर दूध पी जाए। लेकिन जब बात पालतू जानवरों और जिम्मेदारी की आती है, तो हमारी संस्कृति कहती है—“जानवर तो मासूम है, गलती मालिक की है।”

Reddit के एक और सदस्य का कमेंट दिल छू गया, “मालिक को तो अपने कुत्ते के इलाज पर पैसे खर्च करने पड़ेंगे, लेकिन असली सज़ा जानवर को भुगतनी पड़ेगी। ऐसे लोगों को पालतू रखने की इजाजत ही नहीं होनी चाहिए।” कोई बोला, “अगर गेट फिर से खुला मिला तो कुत्ते को रेस्क्यू करवा दो, ताकि उसे सही देखभाल मिल सके।”

अंत में, लेखक ने गेट पर ताला लगा दिया। अब ना कुत्ता आ सकता है, ना कोई पड़ोसी बहाना बना सकता है। और जो गंदगी फैली थी, उसकी सफाई का पूरा बोझ पड़ोसियों के सिर! जैसे हमारे यहाँ कहते हैं—“जैसा करोगे, वैसा भरोगे।”

तो पाठकों, आपको क्या लगता है—अगर आपके साथ ऐसा हो, तो आप क्या करते? क्या आप भी पड़ोसी को सबक सिखाते, या शांति से सब झेल जाते? अपने अनुभव और राय नीचे कमेंट में ज़रूर साझा करें। और याद रखिए, अच्छे पड़ोसी वही हैं, जिनकी दीवारें ऊँची और गेट हमेशा ताले लगे हों!

आखिर में, बस यही कहेंगे—रिश्तों में मिठास रखो, पर अपनी सीमा भी तय रखो। वरना कब आपकी चिकनाई किसी और के कुत्ते का पेट खराब कर दे, कौन जाने!


मूल रेडिट पोस्ट: Neighbor kept opening our gate so their dog could poop in our back yard