जब दो 'केविन' बने कॉलेज के आतंक: एक सनकी, दूसरा हैवान
कहते हैं कि कॉलेज की जिंदगी मस्ती, दोस्ती और सीखने की जगह होती है। लेकिन कभी-कभी कुछ लोग अपनी हरकतों से पूरे माहौल का सत्यानाश कर देते हैं। आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें दो 'केविन' नाम के लड़कों ने मिलकर कॉलेज को रणभूमि बना डाला। इनका नाम सुनते ही वहाँ के लोग सिर पकड़ लेते थे—एक था 'नाजी केविन', दूसरा 'सेक्स केविन'। इनकी जोड़ी ने जो किया, वो जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
दो सिरफिरे, एक मिशन: बदमाशी का नया अध्याय
अब देखिए, हमारे यहाँ फिल्मों में भी कई बार दो शैतान मिलकर सबका जीना दुश्वार कर देते हैं। लेकिन ये दोनों असली जिंदगी के 'गुंडे' थे। नाजी केविन तो वैसे ही नफरत फैलाने वाला और जबरदस्ती करने वाला था, ऊपर से सेक्स केविन को छेड़छाड़ और बेशर्मी का कीड़ा काटा हुआ था। कॉलेज के छोटे-बड़े हर इंसान को इनकी करतूतों की खबर थी, लेकिन दोनों में अक्ल नाम की चीज़ शायद थी ही नहीं।
एक दिन दोनों ने मिलकर नशे में धुत्त होकर लैटिनो स्टूडेंट्स के एक प्रोग्राम में जमकर हंगामा मचाया। कॉलेज के इस इवेंट में लड़कियाँ आमतौर पर नए दोस्त या बॉयफ्रेंड ढूंढने आती थीं, लेकिन इन दोनों ने मौके को अपने गंदे इरादों के लिए इस्तेमाल किया। अरे भैया, ये तो वहाँ मौजूद लड़कियों और लड़कों तक को छेड़ने लगे—किसी की कमर, किसी की जांघ, किसी का शरीर—कहीं भी हाथ डालना इनके लिए खेल था।
जब शेर पर शिकार उल्टा पड़ गया
जैसा कि हमारे गाँव में कहते हैं, "कर भला तो हो भला, कर बुरा तो हो बुरा"—दोनों केविनों की बुरी करतूतें आखिरकार उन पर ही भारी पड़ गईं। उस दिन इवेंट में एक लड़का आया, जिसने पहले ही नाजी केविन पर छेड़छाड़ का केस कर रखा था। कोर्ट का आदेश था कि नाजी केविन उस लड़के के पास नहीं जाएगा। लेकिन नशे में धुत्त नाजी केविन ने हद पार कर दी और उस लड़के पर हाथ साफ करने लगा।
अब आगे देखिए, जैसे ही लड़के ने देखा कि उसके साथ फिर वही हरकत हो रही है, उसने नाजी केविन को ऐसा घूंसा मारा कि बेचारा धड़ाम से गिर पड़ा। उसके दोस्त, जो फौज में भर्ती होने की तैयारी कर रहे थे, उन्होंने भी केविन की जमकर धुनाई कर दी। इधर सेक्स केविन तो मौके की नज़ाकत भांपते ही वहाँ से नौ दो ग्यारह हो गया।
कॉलेज की लापरवाही और समाज की सीख
अब सोचिए, इतने बड़े कांड के बावजूद कॉलेज ने क्या किया? जैसा अक्सर हमारे यहाँ बड़े-बड़े संस्थानों में होता है—उनकी बदनामी न हो, बस इसी चिंता में वो सब चुप्पी साधे रहे। Reddit के एक यूज़र ने भी लिखा, "अगर ये दोनों जेल नहीं गए तो फिर किस बात के कानून?" और सच कहें तो ऐसे लोग हमारे समाज में कहीं भी हों, सख्त सज़ा मिलनी ही चाहिए।
यहाँ तक कि Reddit पर भी कई लोगों ने कहा कि ये दोनों 'केविन' असल में 'केविन' नहीं, सीधे-सीधे हैवान और दरिंदे थे। एक यूज़र ने तो लिखा, "भाई, ये दोनों मिलकर जैसे छेड़छाड़ की फैक्ट्री चला रहे थे।" वहीं कुछ ने कॉलेज की ढीली पकड़ पर भी सवाल उठाए—"अगर कॉलेज टाइम पर सख्ती करता, तो शायद ये सब नहीं होता।"
सेक्स केविन तो आखिरकार चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बच्चों का पीछा करने के आरोपों से बचने के लिए लैटिन अमेरिका भाग गया। नाजी केविन को कोर्ट ने पीड़ित के पिता की निगरानी में एक महीने की कम्युनिटी सर्विस की सज़ा सुनाई। लेकिन यही है असली विडंबना—इतनी बड़ी बदमाशी के बाद भी दोनों खुलेआम घूमते रहे, क्योंकि कॉलेज का 'इज्ज़त बचाओ' अभियान उनकी सबसे बड़ी ढाल बन गया था।
समाज को जागना होगा
हमारे यहाँ भी, चाहे स्कूल हो या कॉलेज, ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो दूसरों की इज्ज़त से खिलवाड़ करते हैं। ज़रूरत है कि समाज, संस्थान और हर जागरूक नागरिक मिलकर ऐसे लोगों को सख्त सज़ा दिलवाए और बेटियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाए। Reddit की चर्चा में एक कमेंट बहुत सटीक था—"कॉलेज पढ़ाई का मंदिर है, डर और शर्म का अड्डा नहीं।"
अगर हम सब मिलकर आवाज़ उठाएंगे, तो ऐसे 'केविन'—चाहे किसी भी नाम से हों—कभी भी हमारे बच्चों की जिंदगी में जहर नहीं घोल पाएंगे। और हाँ, अगर किसी को लगता है कि मज़ाक-मज़ाक में छेड़छाड़ करना 'मर्दानगी' है, तो उनसे बड़ा कायर कोई नहीं।
आपकी राय क्या है?
क्या आपके कॉलेज या ऑफिस में भी कभी ऐसे 'केविन' टाइप लोग मिले हैं? क्या आपने या आपके जानने वालों ने कभी ऐसे हालात का सामना किया? नीचे कमेंट में अपनी कहानी या राय ज़रूर लिखें। समाज तभी बदलेगा, जब हम मिलकर ऐसी कहानियों को सामने लाएंगे और सच्चाई को उजागर करेंगे।
चलते-चलते, याद रखिए—इज्ज़त सबकी बराबर!
मूल रेडिट पोस्ट: NAZI Kevin teams up with SEX Kevin