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जब 'डैन' की जिद ने उसकी छुट्टियां कर दीं बर्बाद – दफ्तर की तकनीकी लड़ाई का दिलचस्प किस्सा

व्यस्त NYC स्ट्रीट का कार्टून 3D चित्र, जिसमें एक प्रॉपर्टी मैनेजर लैपटॉप पर साइन-ऑफ चेक कर रहा है।
यह जीवंत कार्टून-3D छवि NYC की हलचल को दर्शाती है, जबकि एक प्रॉपर्टी मैनेजर भवन विभाग के पोर्टल में साइन-ऑफ के महत्वपूर्ण कार्य को संभाल रहा है। समयसीमा चूकने पर भारी जुर्माना लग सकता है, जिससे इन समय-संवेदनशील अनुमोदनों पर ध्यान रखना आवश्यक हो जाता है।

ऑफिस में हर किसी ने कभी न कभी ऐसे सीनियर के साथ ज़रूर काम किया होगा, जिसे कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी से उतना ही डर लगता है जितना बच्चों को इंजेक्शन से। ऐसे लोग न खुद सीखना चाहते हैं, न दूसरों की बात मानते हैं, पर जब गड़बड़ होती है तो फिर पूरा ऑफिस परेशान हो जाता है। आज की कहानी भी ऐसे ही एक जनाब 'डैन' की है, जिन्होंने अपनी जिद और तकनीकी अनभिज्ञता की वजह से न सिर्फ खुद की छुट्टियां खराब कर लीं, बल्कि ऑफिस में हंसी का पात्र भी बन गए।

ऑफिस की तकनीकी चुनौती – जब पुरानी सोच से टकराई नयी तकनीक

न्यूयॉर्क जैसे महानगर में प्रॉपर्टी मैनेजमेंट कंपनी में काम करना वैसे ही आसान नहीं, ऊपर से सरकारी विभाग के पोर्टल पर समय रहते काम न किया, तो जुर्माना अलग से। हमारे हीरो डैन, जिन्हें रिटायरमेंट के बाद कम्पनी ने दोबारा बुला लिया था, कंप्लायंस संभालते थे। पर तकनीक से उनका रिश्ता ठीक वैसा था जैसे दादी-नानी का स्मार्टफोन से – डर और झुंझलाहट भरा।

एक बार डैन से एक जरूरी साइन-ऑफ छूट गया और कम्पनी पर भारी जुर्माना लग गया। मीटिंग बुलाई गई, मैंने सजेशन दिया – एक साझा कंपनी लॉगिन बना लें, जिससे हमारी एडमिन असिस्टेंट को अलर्ट मिले और वह समय रहते सबको टोक सके।

लेकिन डैन को लगा कि साझा लॉगिन से सुरक्षा में सेंध लगेगी। असली वजह थी, वे काम टालते रहते और चाहते नहीं थे कि उनकी ईमेल बॉक्स में आने वाले रिमाइंडर कोई और देख ले। मालिक ने डैन की बात मान ली, पर चेतावनी भी दी – अगली गलती बोनस काट लेगी।

ऑफिस दंगल – जब ईगो बन गया आफत

डैन ने न केवल सुझाव ठुकराया, बल्कि मेरे खिलाफ लोगों से जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश भी शुरू कर दी। मैंने भी पूरे ऑफिस को ईमेल भेजकर साफ बता दिया – अब डैन की सहायता नहीं करूंगा।

यहाँ एक कमेंट में किसी ने लिखा, "पूरे ऑफिस को ईमेल भेजना तो जैसे हमारे यहां वाट्सऐप ग्रुप में किसी की शिकायत कर देना – माहौल गरमा जाता है!" सच बात है, सीनियर का पब्लिकली पर्दाफाश करना भारतीय ऑफिस में भी बड़ा तगड़ा कदम माना जाता है। पर क्या करें, जब सीनियर खुद ही पंगे ले रहा हो!

छुट्टी के दिन की आफत – 6 घंटे की 'डैनी' यात्रा

कुछ महीने बीत गए। डैन छुट्टी पर थे, तभी एक इंजीनियर ने मुझे कॉल कर पूछा – डैन हैं कहाँ? दो हफ्ते से कॉल कर रहा हूँ, कोई जवाब नहीं, कल तक साइन-ऑफ जरूरी है। मैंने बोला – डैन छुट्टी पर हैं, फिर भी उन्हें मैसेज कर दूँगा।

अगले दिन डैन घबराकर खुद कॉल करते हैं – "क्या तुम मेरे लिए साइन-ऑफ कर सकते हो?" मैंने याद दिला दिया – "आपने तो सुरक्षा का हवाला दिया था, अब कैसे मैं करूं? वैसे, आप अपने फोन से भी कर सकते हैं।" और कॉल काट दी।

अब डैन साहब का क्या! न फोन चलाना आता, न और कोई रास्ता। बेचारे ने अपनी छुट्टी बीच में छोड़ी, 6 घंटे का लंबा सफर तय किया, सिर्फ एक बॉक्स चेक करने के लिए ऑफिस आना पड़ा। इसे कहते हैं – "आ बैल मुझे मार!"

कम्युनिटी की राय – कुछ हंसी, कुछ सीख

रेडिट पर इस कहानी पर चर्चा खूब हुई। एक यूज़र ने चुटकी ली – "डैन, डैन, कंप्यूटर से अनजान इंसान!" (ठीक वैसे जैसे हमारे यहां 'रमेश बाबू फाइल गुम कर बैठे' वाला मजाक चलता है)।

कई लोगों ने कहा – साझा लॉगिन वाकई सुरक्षा के लिए खराब है। जैसा एक ने लिखा, "ऑफिस में एक ही पासवर्ड सबको देना वैसे ही है जैसे एक ही चाबी पूरे मोहल्ले में बांट देना।" सही भी है – आईटी नियमों के लिहाज से यह बड़ा रिस्क है।

एक और कमेंट था – "डैन से गलती हुई, पर कंपनी को छुट्टी के वक्त किसी और को जिम्मेदारी देनी चाहिए थी।" भारतीय दफ्तरों में भी अक्सर यही होता है – छुट्टी पर गए तो बैक-अप कौन? हर जगह 'मुझे सब आता है' वाले लोग ही ये भूल कर बैठते हैं।

कुछ ने डैन की हरकत को 'इडियट टैक्स' कहा – यानी खुद की गलती की कीमत खुद ही चुकानी पड़ी। एक यूज़र ने लिखा, "अच्छा हुआ डैन ड्राइव कर के आ सका, सोचो अगर फ्लाइट लेनी पड़ती तो?" भारतीय परिवेश में कहें तो – 'पानी सिर से ऊपर गया तो खुद ही घड़ा उठाना पड़ा!'

सबक – दफ्तर में तकनीकी बदलाव से ना डरें

इस कहानी का सबसे बड़ा सबक यही है – चाहे ऑफिस पुराना हो या नया, तकनीक से दूरी बनाकर रखना आज के दौर में खुद के लिए मुसीबत बुलाने जैसा है। और अगर टीमवर्क में विश्वास नहीं, तो 'डैन' की तरह छुट्टियों की जगह सिर्फ ऑफिस के चक्कर ही काटने पड़ेंगे।

तो पाठकों, अगली बार जब ऑफिस में कोई 'डैन' जैसा पुराना खिलाड़ी तकनीक से भागे या अपनी जिद में टीम को मुश्किल में डाले, तो हंसते-हंसते ये कहानी सुना देना। और हां, कभी खुद की छुट्टी बर्बाद न हो, इसका भी इंतजाम कर लेना!

आपके ऑफिस में भी कोई 'डैन' है? या कभी ऐसी तकनीकी जद्दोजहद झेली है? कमेंट में जरूर बताएं – और अपनी मस्त कहानियां साझा करें!


मूल रेडिट पोस्ट: Hope you enjoyed your drive!