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जब डाटा सेंटर बना स्विमिंग पूल: एक IT कर्मी की शनिवार की चमत्कारी कहानी

एक फटते स्प्रिंकलर पाइप के कारण डेटा सेंटर में बाढ़ आ गई, जो आईटी संकट प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर करता है।
यह चित्रण डेटा सेंटर में अराजकता को दर्शाता है, जब एक स्प्रिंकलर पाइप फटता है, जो आईटी पेशेवरों को सामना करने वाली अप्रत्याशित चुनौतियों को स्पष्ट करता है। यह पल तकनीकी माहौल में आपदाओं को कम करने के लिए तेजी से कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाता है।

सोचिए, आप शनिवार के दिन अपनी बेटी को स्विमिंग पूल ले जाने की तैयारी में हों, और तभी आपके बॉस का फोन आ जाए — “डाटा सेंटर में पानी भर गया है!” क्या-क्या न हो जाए इस IT की दुनिया में! कुछ कह नहीं सकते। IT वालों की किस्मत भी बड़ी अजीब है। जब पूरा देश परिवार के साथ छुट्टी मना रहा होता है, तब इनकी मुसीबतें शुरू होती हैं।

जब डाटा सेंटर बना तालाब

इस कहानी के हीरो हैं Reddit यूज़र u/Ok_Pomelo_2685, जिनकी शनिवार की सुबह बिल्कुल वैसी नहीं रही जैसी उन्होंने सोची थी। पूल के कपड़ों में तैयार, बेटी के साथ फुरसत के पल बिताने की आस लिए, तभी बॉस का कॉल आया — “स्प्रिंकलर पाइप फट गया है, और ठीक हमारे स्टोरेज रैक के ऊपर!” पहले तो उन्होंने सोचा बॉस मज़ाक कर रहे हैं। लेकिन IT वालों को पता है, बॉस के मज़ाक में भी खतरे की घंटी छिपी हो सकती है।

फिर क्या था, बिना समय गंवाए, जैसे-जैसे थे, दफ्तर पहुंच गए। वहां देखा, पूरा IT और मेंटेनेंस स्टाफ एक छोटी सी क्लोसेट में जमा है। पानी बंद हो चुका था, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। एक NetApp शेल्फ पूरा पानी से भर गया था। उसे खींचकर बाहर निकाला और करीब दो लीटर पानी डस्टबिन में उंडेल दिया।

जुगाड़ का देसी तड़का: बॉयलर रूम की गर्मी

अब सवाल यह था कि इतने ज़रूरी डाटा वाली मशीन को कैसे बचाया जाए? यहां आया देसी जुगाड़ काम! मेंटेनेंस टीम के एक सदस्य ने कहा, “इसे सुखाना है तो बॉयलर रूम ले चलते हैं।” भारतीयों को जुगाड़ में महारत हासिल है, तो विदेशों में भी इसका जलवा दिख ही जाता है।

शेल्फ को दो घंटे तक बॉयलर रूम में रखा, ताकि पूरी नमी उड़ जाए। फिर दुआओं के साथ मशीन को वापस रैक में स्लाइड किया। और देखिए चमत्कार, मशीन ऐसे चालू हुई जैसे कुछ हुआ ही न हो! एक भी डिस्क नहीं गई, NetApp सपोर्ट ने पूरे सिस्टम को वेरिफाई किया, और सारे वर्चुअल मशीन भी सही सलामत निकले।

शनिवार का झटका और IT कर्मियों की किस्मत

अब सोचिए, जिस दिन छुट्टी मनानी थी, वह दिन पानी में चला गया। एक यूज़र ने कमेंट में लिखा, "भैया, जब पाइप burst हो जाए और आप स्विमिंग ट्रंक में डाटा सेंटर पहुंच जाएं, बस वही लोचा है!" सच में, कभी-कभी तो लगता है जैसे ये सब IT वालों के लिए ही होता है।

एक और कमेंट में किसी ने लिखा, “हमारे ऑफिस में भी A/C की ट्रे में पानी भर गया और पूरा सिस्टम बैठ गया। लेकिन फिर भी लोग समझ ही नहीं पाए कि दिक्कत कहां है!” ऐसा लगता है जैसे भारत के ऑफिसों में भी ऐसे जुगाड़ और मुश्किलें आम बात हैं — कभी UPS फेल, कभी वॉटर लीकेज, कभी अचानक से बिजली चली जाए!

एक और पुराने ज़माने की कहानी सामने आई — “साठ के दशक में कैलीफोर्निया के एक ऑफिस में बारिश के बाद पानी भर गया था। IBM वाले आए और बोले, ‘पानी सूख जाए तब फोन करना,’ और निकल लिए। उस समय बिना सर्विस इंजीनियर के सिस्टम चालू भी नहीं हो सकता था!”

जुगाड़, हिम्मत और IT का चमत्कार

कमेंट सेक्शन में एक ने मज़ाकिया लहज़े में कहा, “ऐसा दो-तीन बार और हो जाए तो संत की उपाधि मिल जाएगी!” वहीं, किसी ने यह भी कहा कि शायद पानी बहुत शुद्ध था, तभी मशीनें बच गईं। भारत में तो अक्सर लोग कहते हैं — “बच गया तो चमत्कार, नहीं तो भगवान की मर्जी!”

इस पूरे किस्से से एक बात साफ है — IT वाले सिर्फ टेक्नोलॉजी के ही माहिर नहीं, बल्कि जुगाड़ और हिम्मत के भी उस्ताद हैं। जब मशीनें डूबने लगती हैं, तब यही टीम अपनी सूझ-बूझ से डूबती नैया पार लगाती है।

पाठकों के लिए सवाल

कभी आपके ऑफिस में भी ऐसी कोई अनोखी या मज़ेदार घटना हुई है? या फिर ऐसा कोई जुगाड़, जो आज भी याद आता हो? नीचे कमेंट में अपनी कहानी ज़रूर शेयर करें। और हां, अगली बार जब शनिवार को छुट्टी प्लान करें, तो मन में यह दुआ ज़रूर कर लें — “हे भगवान, आज डाटा सेंटर को बख्श देना!”

समाप्ति पर, IT की दुनिया के इन अनसुने हीरो को हमारा सलाम!

आपकी कोई IT जुगाड़ वाली कहानी हो, तो हमें जरूर बताएं — कौन जाने अगली बार आपका किस्सा इस ब्लॉग में छप जाए!


मूल रेडिट पोस्ट: IT Miracles