जब छुट्टी की नीति पर भारी पड़ा कर्मचारी का 'हैंडबुक' ज्ञान: दफ्तर के घी-तेल में फंसी मैनेजमेंट
क्या आपके ऑफिस में भी कभी ऐसा हुआ है कि छुट्टी के नाम पर बॉस एक तरफ कहते हैं – "छुट्टी ले लो, नहीं तो खत्म हो जाएगी" और दूसरी तरफ फरमान जारी हो जाता है – "कोई छुट्टी नहीं ले सकता"? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं! आज हम आपको सुनाएंगे एक ऐसे ही अजीब-ओ-गरीब ऑफिस ड्रामे की कहानी, जो न सिर्फ मजेदार है, बल्कि कामकाजी दुनिया की हकीकत भी बयां करती है।
एक कर्मचारी ने अपने ऑफिस की छुट्टी नीति का ऐसा उपयोग किया कि बॉस और HR दोनों के पसीने छूट गए। अब आप सोचेंगे – ऐसा क्या कर दिया उस बेचारे ने? चलिए, कहानी शुरू करते हैं!
'यूज़ इट ऑर लूज़ इट' – छुट्टियों का नया तुगलकी फरमान!
कहानी शुरू होती है एक बड़े कॉरपोरेट ऑफिस से, जहाँ HR ने सबको एक चमचमाता ईमेल भेजा – "USE IT OR LOSE IT" यानी महीने के अंत तक अपनी बची हुई छुट्टियाँ (PTO – Paid Time Off) ले लो, वरना ये गर्मी में वाष्पित हो जाएँगी! सारे ऑफिस में हलचल मच गई – छुट्टी न लेने का मतलब मेहनत की कमाई यूँ ही हवा में उड़ जाएगी।
लेकिन इसी दिन, सुबह-सुबह मैनेजर साहब ने स्टैंडअप मीटिंग में ऐलान कर दिया – "क्वार्टर एंड है, कोई भी 1 तारीख से पहले छुट्टी नहीं ले सकता!" अब सोचिए, एक तरफ HR का डंडा – छुट्टी लो, नहीं तो गई, दूसरी तरफ बॉस का फरमान – छुट्टी तो भूल ही जाओ!
गजब की गोटी – हैंडबुक और 48 घंटे का जादू
अब यहाँ आती है हमारे नायक की 'लाइब्रेरियन' वाली आदत – गहराई से पढ़ना! जब HR और मैनेजर दोनों ने एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल दी ("मुझे मत पूछो, उनसे पूछो"), तो हमारे हीरो ने कंपनी का हैंडबुक उठा लिया। और पन्ना नंबर 14 पर छुपा खजाना मिल गया – "अगर आपकी छुट्टी की रिक्वेस्ट को 48 बिज़नेस घंटे में लिखित रूप से मना नहीं किया जाता, तो वह अपने आप मंजूर मानी जाएगी।"
बस, फिर क्या था! नायक ने अगले दो हफ्ते के लिए 1-1 घंटे की छुट्टियों की 10 रिक्वेस्ट डाल दी – कभी सुबह, कभी दोपहर, कभी शुक्रवार को प्लंबर के लिए, और एक दिन अपनी माँ संग लंच के लिए। रिक्वेस्ट HR पोर्टल पर गई, ऑटोमेटिक ईमेल बॉस और एक ऐसी मेलबॉक्स में, जिसे कोई खोलता ही नहीं।
48 बिजनेस घंटे बीते... कोई जवाब नहीं आया। पोर्टल ने सारी छुट्टियाँ अपने आप 'अप्रूव्ड' दिखा दीं – हरे रंग की टिक और कॉन्फेटी वाली GIF के साथ! सोमवार को 9:58 बजे टीम चैट में नायक ने बड़े मजे से लिखा – "अभी निकल रहा हूँ, दोपहर में मिलेंगे!" मैनेजर का मैसेज आया – "जरूरी कॉल है, जॉइन करो!" जवाब में स्क्रीनशॉट और पॉलिसी की फोटो भेज दी गई। उधर कुछ पल के लिए सन्नाटा... फिर तीन डॉट्स... और फिर खामोशी!
जब पूरी टीम ने पकड़ी छुट्टी की राह: 'ऑफिस का पनीर' बन गया कैलेंडर
बुधवार आते-आते तो ऑफिस का कैलेंडर पनीर जैसा छेद-छेद हो गया! बाकी टीम के लोग भी जाग गए – "अरे, हमारी भी PTO बची है!" सबने छुट्टियाँ ब्लॉक्स में लेना शुरू कर दिया। मीटिंग्स PTO की हरी पट्टियों से टकराने लगीं। फाइनेंस वालों की चिंता बढ़ी – अगर सबने छुट्टी नहीं ली, तो जब कोई रिजाइन करेगा, पॉकेट से पैसे देने पड़ेंगे।
HR ने तुरंत नया फरमान जारी किया – "भविष्य में समन्वय बनाओ, लेकिन जो अप्रूव हो गईं, वो अब रद्द नहीं होंगी।" मैनेजर ने टीम हडल बुलाया – "प्रोडक्टिविटी क्यों गिर रही है?" नायक ने मुस्कुरा कर कहा – "हम तो HR के आदेश का पालन कर रहे हैं, PTO यूज़ कर रहे हैं।" बॉस बोले – "मेरा मतलब था नवंबर में छुट्टी लेना!" फिर नायक ने वह ईमेल भेज दी जिसमें साफ लिखा था – इसी महीने की डेडलाइन है। बॉस ने थका-सा जवाब दिया – "मुझे नहीं लगा था कि कोई हैंडबुक सच में पढ़ेगा!"
कम्युनिटी की राय: 'भारत में भी काश ऐसे नियम होते!'
इस कहानी पर Reddit कम्युनिटी की प्रतिक्रियाएँ भी कम दिलचस्प नहीं। कोई कहता है – "यूरोप में तो छुट्टियाँ लेना हक है, कोई रोक नहीं सकता!" (सोचिए, हमारे यहाँ कितनी जद्दोजहद करनी पड़ती है!) एक और यूज़र मज़ाकिया अंदाज़ में लिखता है – "PTO मतलब 'Paid Time Off' नहीं, 'Prepare The Others' – यानी बाकी लोगों को संभलने का वक्त दे दो कि मैं नहीं रहूँगा!"
किसी ने लिखा – "मैं अपने कर्मचारियों को छुट्टियाँ लेने के लिए प्रेरित करता हूँ, वरना पूरी टीम जलकर राख हो जाएगी!" एक HR प्रोफेशनल ने सलाह दी – "छुट्टियाँ खत्म करने से अच्छा है, लोग उन्हें ज़रूरत के समय बचाकर रखें।"
सबसे मजेदार टिप्पणी रही – "मैनेजर ने कहा, 'मुझे नहीं लगा था कोई हैंडबुक सच में पढ़ेगा' – जैसे हमारे यहाँ कोई सरकारी नोटिस बोर्ड पढ़ता है!"
अंत भला तो सब भला – अब नियम और भी सख्त!
कहानी का क्लाइमेक्स यह रहा कि अब कंपनी ने नियम बदल दिए – क्वार्टर एंड में छुट्टी सिर्फ पूरे दिन के ब्लॉक में ही मिलेगी और मैनेजर को 24 घंटे में जवाब देना ही होगा। यानी loophole बंद!
पर असली जीत तो नायक की रही – माँ को लंच पर ले गए, प्लंबर ने सिंक सुधार दिया, और छुट्टियों का पूरा आनंद उठाया।
क्या आपके ऑफिस में भी ऐसे अजीब नियम हैं? या कभी आपने भी हैंडबुक का कोई छुपा नियम निकालकर बॉस को चौंका दिया? अपने अनुभव हमें कमेंट में ज़रूर बताएँ! और हाँ, अगली बार छुट्टी लेने से पहले ऑफिस की नीति अच्छे से पढ़ लें – शायद कोई छुपा खजाना आपको भी मिल जाए!
मूल रेडिट पोस्ट: Boss said I must use my vacation before month end but also “no one can take time off”, so I read the policy