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जब केविन ने ओवन को 7 घंटे तक पालतू समझकर गर्म रखा – मेरे अजीब रूममेट की गाथा

रूममेट केविन घंटों तक ओवन को गर्म कर रहा है, रसोई में अराजकता और भ्रम के बीच।
जब मेरे रूममेट केविन ने सोचा कि ओवन को पालतू की तरह लंबे "गर्म-अप" की जरूरत है, तो हमारी रसोई में हंगामा मच गया! यह फोटो-यथार्थवादी चित्र उस मजेदार पल को कैद करता है जब उसने खाना पकाने को गले लगाने से समझ लिया।

हमारे देश में तो रूममेट्स के किस्से वैसे ही फेमस हैं – कोई दूध चुपचाप पी जाता है, कोई गीजर सुबह-सुबह घंटों चला देता है, और कोई बिन बताए दोस्तों की बारात ले आता है। लेकिन भाई, मैं आज जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ, उसमें मेरा रूममेट केविन तो सारे रिकॉर्ड तोड़ गया।

केविन के साथ मैं करीब एक साल रहा, और सच बताऊँ तो मुझे अब भी समझ नहीं आता कि वो सही-सलामत जवान कैसे हो गया। उसके अंदर ऐसी आत्मविश्वास की भावना थी, जैसे कभी कोई सजा मिली ही न हो। अब सुनिए, वो क्या कारनामा कर बैठा...

केविन की ‘गरमजोशी’ – ओवन के साथ पालतू जैसा व्यवहार!

एक दिन ऑफिस से लौटा तो बाहर भीषण गर्मी थी, लेकिन हमारे फ्लैट में घुसते ही लगा जैसे किसी भट्टी में आ गया हूँ। एसी चल रहा था, फिर भी घर का तापमान बाहर से ज्यादा! मुझे लगा, एसी फिर से खराब हो गया। किचन में गया तो देखा, ओवन पूरी तरह चालू, और दरवाजा हल्का सा खुला हुआ। जैसे ही ओवन के पास गया, लगा भौंहें झुलस जाएँगी। मगर अजीब ये कि अंदर कोई खाना नहीं, कोई बरतन नहीं, बस जलता हुआ ओवन!

इतने में केविन अपने कमरे से निकला, जैसे किसी ध्यान से लौटा हो, और बोला – “अरे, उसे बंद मत करना। मैं प्रीहीट कर रहा हूँ।”

मैं अवाक! “किस चीज़ के लिए?”

वो कंधे उचकाकर बोला, “पता नहीं, शायद चिकन। ओवन को सही वाइब्स पर लाने में टाइम लगता है, इसलिए मैं सारा दिन उसे गर्म रखता हूँ।”

भाई साहब, उसने सुबह 11 बजे ओवन चालू किया था, और अब शाम के साढ़े छह बजे थे! मतलब, सात घंटे से ओवन बिना वजह तंदूर बना था, और हम सब भाप में पक रहे थे।

“अगर कुछ गलत होता, तो ओवन खुद ही बता देता!” – केविन के तर्क

जब मैंने उसे समझाया कि ये कितना खतरनाक है – आग लग सकती है, बिजली का बिल आसमान छू सकता है – तो वो उल्टा मुझे देख कर बोला, “अगर ये इतना बुरा होता, तो ओवन हमें खुद ही चेतावनी देता न?”

भाई, यही सोच तो सबसे भारी है! एक कमेंट में एक यूज़र ने मज़ाक में कहा, “ये वही लोग हैं, जिनके लिए चेनसॉ पर लिखा जाता है – ‘हाथ से चेन मत रोकें’ और वो सोचते हैं, अच्छा हुआ बताया!” सच पूछिए तो, हमारे आस-पास ऐसे कई ‘केविन’ होते हैं, जिनके लिए हर इलेक्ट्रॉनिक चीज़ पर चेतावनी लिखनी पड़ती है। एक और कमेंट में लिखा था – “हर चेतावनी, खून से लिखी जाती है।” सोचिए, अगर ऐसे लोग चेतावनी न पढ़ें, तो क्या हो!

इसी बहाने, कुछ लोगों ने तो मज़ाक में कह दिया – “सिर्फ लेबल हटाओ, और समस्याएँ खुद ही सुलझ जाएँगी!” यानी, अगर चेतावनियाँ न हों, तो समझदारी अपने आप छांट जाएगी।

भारतीय परिप्रेक्ष्य में – अगर ऐसा कोई रूममेट हमारे यहाँ हो...

अब सोचिए, अगर हमारे देश में कोई रूममेट ऐसे ओवन को सात घंटे तक गर्म रखे, तो माँ तो सबसे पहले बेलन लेकर पीछे पड़ जाती! बिजली का बिल देखकर पिताजी का बीपी हाई हो जाता, और मकानमालिक दरवाजा खटखटाकर पूछता – “बेटा, घर में भट्टी खोल रखी है क्या?”

यहाँ तो कई लोग सर्दियों में रूम हीटर चलाते हैं और माँ डाँट देती हैं – “इतना बिल आएगा कि शादी में गहने बिक जाएँगे!” अगर कोई ओवन को बिना मतलब सात घंटे चलाए, वो भी सिर्फ ‘वाइब्स’ के लिए, तो समझिए पूरे मोहल्ले में चर्चा हो जाती।

कम्युनिटी के मज़ेदार कमेंट्स – हँसी का तड़का

रेडिट पर इस कहानी पर लोगों ने खूब मज़ेदार कमेंट्स किए। जैसे एक ने लिखा – “मेरी बहन ने कर्लिंग आयरन पर लिखा देखा – ‘आँखों की पलकों को कर्ल करने के लिए इस्तेमाल न करें।’ अब सोचिए, ऐसे लोगों के लिए ये भी लिखना पड़े कि ओवन में पालतू न रखें!”

एक और यूज़र ने तो यहाँ तक कह दिया – “मुझे लगता है, मेरे ओवन में भी कोई चेतावनी नहीं आती, और मैं इतना भोला नहीं हूँ।” वहीं एक ने तो भारतीय चुटकुले की तरह कहा – “अगर रूल्स बनाने वाले खुद भगवान को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो मत पूछो!”

कुछ लोगों ने अपने अनुभव भी साझा किए – जैसे एक साहब ने बताया कि उनके किराएदार ने घर गरम करने के लिए सर्दियों में पूरे दिन ओवन चालू रखा, और अंत में ओवन ही बेदम हो गया। वैसे, हमारे यहाँ कई बार लोग गैस हीटर या अंगीठी का इस्तेमाल करते हैं, मगर ओवन को तंदूर बनाना – वो भी बिना खाना बनाए – ये तो केविन जैसे ही कर सकते हैं!

निष्कर्ष – आपके आसपास भी है कोई केविन?

केविन आख़िरकार घर छोड़कर चला गया, ओवन बच गया, मगर मैं आज भी उन सात घंटों की भाप से उबर नहीं पाया हूँ। इस कहानी से एक चीज़ तो साफ है – अगर आपके आस-पास भी कोई ‘केविन’ है, तो उसे थोड़ी-सी समझाइश देना जरूरी है। वरना कभी ओवन, कभी गीजर, तो कभी माइक्रोवेव – घर के उपकरण ही नहीं, आपकी जेब भी पिघल जाएगी!

क्या आपके साथ भी कभी किसी रूममेट ने ऐसी अजीब हरकत की है? या आपके घर में भी कोई ‘केविन’ है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स को पालतू समझता है? अपने मज़ेदार अनुभव कमेंट में जरूर साझा करें!

अगर कहानी पसंद आई हो तो दोस्तों के साथ शेयर करें – ताकि अगली बार कोई अपना ओवन ‘प्रीहीट’ करे, तो वो सिर्फ 15 मिनट ही रहे, 7 घंटे नहीं!


मूल रेडिट पोस्ट: My roommate Kevin “preheated” the oven for 7 hours because he thought it needed to stay warm like a pet