जब कनाडाई मेहमान ने होटल के रिसेप्शनिस्ट की परीक्षा ले ली
होटल के रिसेप्शन पर काम करना वैसे ही कोई आसान काम नहीं है। ऊपर से अगर देर रात कोई घमंडी मेहमान आ जाए, तो समझिए आपकी किस्मत ही खुल गई! आज मैं आपको एक ऐसी ही कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें एक कनाडाई मेहमान ने न सिर्फ अपने देश का नाम गलत तरीके से पेश किया, बल्कि रिसेप्शनिस्ट की सहनशीलता की भी हदें परखी।
रात का सन्नाटा, और घमंडी मेहमान का आगमन
सोचिए, आपकी शिफ्ट खत्म होने में सिर्फ एक घंटा बचा है। आप दिनभर की थकान के बाद उस आखिरी घड़ी का इंतज़ार कर रहे हैं, तभी एक भारी-भरकम पिकअप ट्रक लेकर एक साहब होटल में दाखिल होते हैं। सामान्य तौर पर, कनाडाई लोगों की छवि हमारे यहाँ 'बहुत सभ्य और विनम्र' की होती है—जैसे हमारे यहाँ पंजाबी या बंगाली मेहमानों के बारे में कहा जाता है कि दिल से बड़े होते हैं। पर यह जनाब तो अलग ही रंग में थे।
जैसे ही चेक-इन हुआ, थोड़ी बहुत ठंड की चर्चा, कनाडा की बातें, दोस्ती-दारी का माहौल बना। लेकिन असली ड्रामा तो इसके बाद शुरू हुआ। रिसेप्शनिस्ट थोड़ा सा काम निपटाने गए—कपड़े, तौलिया, किसी मेहमान का टीवी दुरुस्त करना और एक-दो फोन कॉल्स। लौटे तो देखा, जनाब का ट्रक होटल के मुख्य द्वार के ठीक सामने, आग बुझाने के रास्ते (फायर लेन) में खड़ा है!
"मैं तो यहीं गाड़ी लगाऊँगा!" – घमंड की हद
रिसेप्शनिस्ट ने शालीनता से कमरे में फोन किया—"सर, कृपया अपनी गाड़ी हटा लें, यह फायर लेन है, इमरजेंसी में यहाँ रास्ता खाली रहना जरूरी है।" लेकिन सामने से जवाब आया, "मैं तो हफ्ते में चार दिन होटल में ही रहता हूँ, कभी किसी ने टोका नहीं। और ये बाकी ट्रक वाले क्यों नहीं हटाते?"
अब, बाकी ट्रक वाले होटल के पीछे, सही जगह पर खड़े थे, लेकिन हमारे कनाडाई साहब को नियमों से कोई लेना-देना नहीं था। ऊपर से धमकी दी—"मैं हेड ऑफिस में शिकायत करूँगा, तुम्हारी नौकरी जाएगी!"
यहाँ एक कमेंट की याद आती है—"हर देश में ऐसे लोग मिल जाते हैं, जो अपने देश का नाम खराब कर देते हैं।" ठीक वैसे ही जैसे भारत में भी हर जगह 'जुगाड़ू' टाइप लोग होते हैं, जो नियमों को हल्के में ले लेते हैं।
कम्युनिटी की चटपटी प्रतिक्रियाएँ – हँसी, गुस्सा और सलाह
Reddit पर इस कहानी को पढ़ कर लोगों ने खूब मज़े लिए। एक कनाडा के ही पाठक ने लिखा—"लगता है बंदा अल्बर्टा से है, वहाँ के लोगों को लेकर हम अक्सर माफ़ी माँगते रहते हैं!" किसी ने झट से जवाब दिया—"बड़ी पिकअप, अल्बर्टा का अंदाज!" एक और ने लिखा—"हर देश में ऐसे 'मूर्ख' मिल जाते हैं। आप चाहें तो इसे कुछ दिन अपने पास रख लीजिए!"
किसी ने तो यह तक कह दिया, "अगर गाड़ी गलत जगह खड़ी है, तो टो करवा दो!" हमारे यहाँ भी तो यही होता है—गलत पार्किंग में गाड़ी देखी नहीं कि ट्रैफिक पुलिस का चालान तैयार। लेकिन होटल के नियम ऐसे थे कि बिना मालिक की इजाजत गाड़ी टो नहीं कर सकते थे। एक पाठक ने सलाह भी दी—"गुपचुप पुलिस को फोन कर दो, नाम मत बताओ!"
एक मज़ेदार कमेंट था—"काश, कनाडा के हंसों का झुंड आके इस ट्रक पर गंदगी कर जाए!" इसे पढ़कर मुझे अपने बचपन की याद आई, जब मोहल्ले के शरारती लड़के स्कूल के सामने खड़ी गाड़ियों पर पतंग की डोर से निशान बना जाते थे!
सबक – विनम्रता बनाम घमंड
इस पूरी घटना से एक बात साफ है—देश, जाति, धर्म कुछ भी हो, घमंडी लोग हर जगह मिल जाते हैं। रिसेप्शनिस्ट ने नियम पालन कराने की पूरी कोशिश की, फोटो खींचकर मैनेजर को भेजी, और सब्र रखा। लेकिन हर बार नियमों को तोड़ने वाले, अपनी सुविधा के लिए दूसरों को परेशान करने वाले को हम क्या कहें?
एक कमेंट में किसी ने लिखा—"ऐसे घमंडी लोगों को थोड़ा सबक सिखाना चाहिए, ताकि अगली बार सोचें कि विनम्रता से कितनी आसानी से काम निकल सकता है।" यही बात हमारे यहाँ भी कितनी बार दोहराई जाती है—"नम्रता में बड़ी ताकत है।"
अंत में – आपकी राय?
मुझे बताइए, अगर आपके साथ ऐसी कोई घटना हो जाए तो आप क्या करेंगे? क्या आप पुलिस बुलाएँगे, या होटल मालिक से शिकायत करेंगे, या फिर सीधे-सादी हिंदी में डांट लगा देंगे?
और हाँ, अगली बार कोई मेहमान या ग्राहक नियम तोड़े, तो याद रखिए—भले ही वह कनाडा से हो या कहीं और से, नियम सबके लिए बराबर हैं। और विनम्रता, चाहे कनाडाई हो या भारतीय, सबसे बड़ी पूँजी है।
आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा—क्या आपके साथ भी कभी किसी 'विशेष' मेहमान ने ऐसा कुछ किया है? कमेंट में जरूर साझा करें!
मूल रेडिट पोस्ट: Entitled dude giving Canadians a bad name