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जब ऑफिस में 'केविन' को रमन नूडल्स से इतनी नफरत थी कि सबका दिमाग चकरा गया!

केविन नूडल्स के बारे में शिकायत करते हुए, जबकि उसका दोस्त नूडल्स का आनंद ले रहा है।
इस जीवंत एनीमे दृश्य में, केविन रेमन नूडल्स के प्रति अपनी नापसंदगी व्यक्त कर रहा है, जबकि उसका दोस्त स्वादिष्ट नूडल्स का मजा ले रहा है। यह एक मजेदार पल है जो भोजन की पसंद को दर्शाता है!

ऑफिस की कैंटीन हो या ब्रेक रूम, वहाँ खाने-पीने की बातें तो आम हैं। कभी कोई छोले-भटूरे लाता है, तो कोई मैगी या रमन नूडल्स। मगर सोचिए, अगर कोई आपके खाने के चुनाव पर रोज़ टोकाटाक करे तो? आज हम आपको सुनाएंगे एक ऐसे 'केविन' की कहानी, जिसे रमन नूडल्स से इतनी चिढ़ थी कि उसने ऑफिस का माहौल ही सिर पर उठा लिया!

ऑफिस का 'केविन': हर बात में टांग अड़ाने वाला

हमारे ऑफिसों में भी एक-दो ऐसे 'केविन' जरूर होते हैं, जिन्हें दूसरों की पसंद-नापसंद से ज्यादा दिक्कत होती है। Reddit पर ‘u/Dragon_Crystal’ नाम के यूज़र ने अपनी कहानी शेयर की, जिसमें उनके ऑफिस के केविन नाम के सहकर्मी को नूडल्स से इतनी घृणा थी कि वो हर बार कमेंट किए बिना रह ही नहीं पाता था।

"तुम हर बार रमन क्यों खाते हो?" – केविन का रोज़ का सवाल।
"क्योंकि जल्दी बन जाता है, ऊपर से सर्दी में गर्म-गर्म मज़ा भी आ जाता है," – u/Dragon_Crystal का जवाब।
मगर केविन को चैन कहां! "पर क्यों?"
यहाँ तक कि एक और सहकर्मी भी बोल पड़ा, "तुम्हें क्यों फर्क पड़ता है, खा तो वही रही हैं ना।"

चटपटी बहस: नूडल्स बनाम केविन

जैसे हमारे यहां चाय-कॉफी पर बहस हो जाती है, वैसे ही यहाँ नूडल्स को लेकर केविन का बखेड़ा खड़ा हो गया। Reddit पर एक कमेंट में किसी ने खूब लिखा, "कुछ लोगों को ये समझ ही नहीं आता कि सबकी पसंद अलग होती है। केविन तो जैसे किसी और ग्रह से आया था!"

ऐसा नहीं कि केविन ने सिर्फ नूडल्स पर टोकाटाक की। OP ने बताया, "वो हर चीज़ में अपनी राय ठूंसता था – चाहे गेम्स हो, फिल्में या खाने की बातें। दूसरों की पसंद को हमेशा घटिया बताता और कहता, 'तुम लोग अजीब हो जो ये सब पसंद करते हो।'"
यानी, केविन वो शख्स था जो सबको अपने जैसा बनाना चाहता था, जैसे हमारे मोहल्ले के शर्मा जी हर बात में सलाह देने लगते हैं – "बेटा, आलू के पराठे छोड़ो, दही खाओ!"

दही-चटनी की तरह ताने भी सुनने मिले

कुछ लोगों ने तो केविन की तुलना उस व्यक्ति से कर दी जो ऑफिस में सड़ी-गली मछली या अचार लाकर पूरे कमरे में बदबू फैला देता है। एक कमेंट में मज़ाकिया लहजे में कहा गया, "कम से कम तुम तो कोई बदबूदार चीज़ नहीं खा रही थीं, वरना केविन का दिमाग ही घूम जाता!"

OP ने भी जवाब दिया, "मैं तो खुद कभी भी ऐसी चीज़ लाने की हिम्मत नहीं करती, जिससे सबको परेशानी हो। मुझे लगता है केविन बस सबका ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता था। सबको जब 'रमन' की खुशबू अच्छी लगती थी, तो उसे चिढ़ होने लगती थी।"

केविन की आदतें – बच्चा या बॉस?

कुछ लोगों ने तो केविन की हरकतों को बच्चा समझ लिया। एक कमेंट में लिखा गया, "लगता है केविन कभी बड़ा ही नहीं हुआ, जैसे छोटे बच्चे जिद करके अपनी बात मनवाते हैं!"
OP ने बताया, "वो Star Wars, Halo, Gears of War जैसी गेम्स और एनिमे में भी खुद को एक्सपर्ट समझता था और दूसरों को हमेशा नीचा दिखाता।"

ऐसे लोग हमारे आसपास भी खूब मिलते हैं – जो अपनी पसंद-नापसंद को ही दुनिया की सबसे बड़ी बात मानते हैं। जैसे, शादी-ब्याह में कोई बोले, "तुमने गुलाब जामुन क्यों खाया, रसगुल्ला ही असली मिठाई है!"

अंत भला तो सब भला: केविन हुआ बाय-बाय

कहानी का सबसे मजेदार हिस्सा – आखिरकार केविन को उसकी हरकतों की वजह से नौकरी से निकाल दिया गया। OP ने बताया कि उसने ऑफिस में सिर्फ खाने पर ही नहीं, बल्कि काम, ग्राहकों और सहकर्मियों पर भी बेहूदा कमेंट किए। आखिरकार, सबकी झुंझलाहट एक जगह आकर फूट ही गई।

कमेंट्स में किसी ने लिखा, "भला हुआ केविन गया, सबसे ज्यादा राहत तो ब्रेंडी को मिली, क्योंकि केविन की अजीब मुस्कान और बकवास से वही सबसे ज्यादा परेशान रहती थी।"

आपकी राय – क्या आपके ऑफिस में भी है कोई केविन?

शायद आपके ऑफिस या कॉलेज में भी कोई 'केविन' होगा, जो हमेशा दूसरों की पसंद-नापसंद में टांग अड़ाता है। ऐसे लोगों को कैसे हैंडल करते हैं आप? क्या आपको भी कभी अपने खाने या पसंद पर ताने सुनने पड़े हैं?

नीचे कमेंट में ज़रूर बताइए – और हाँ, अगली बार जब कोई आपके खाने पर बिना वजह बखेड़ा करे, तो मुस्कुरा कर कहिए, "भइया, आपको क्या फर्क पड़ता है, खा तो मैं रही हूँ!"


दोस्तों, ऐसी और भी मजेदार ऑफिस किस्सों के लिए जुड़े रहिए। और हाँ, अगली बार रमन नूडल्स खाते वक्त किसी के ताने की परवाह मत करना – क्योंकि असली स्वाद तो अपनी पसंद में है!


मूल रेडिट पोस्ट: Kevin's hate for ramen noodle