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जब ऑफिस की वैन बनी बदले की 'मछली गाड़ी' – एक नायाब पेटी रिवेंज

शहरी परिवेश में पार्क किया गया क्रिसलर वॉयेजर वैन, कार्यस्थल की गतिशीलता और साझा संसाधनों का प्रतीक।
इस सिनेमाई दृश्य में, क्रिसलर वॉयेजर वैन कार्यस्थल की भाईचारे की भावना और कार्यालय जीवन की अनपेक्षित मोड़ों को दर्शाता है, जब हमारी टीम साझा संसाधनों और प्रबंधन निर्णयों की चुनौतियों का सामना करती है।

हमारे देश की ऑफिस राजनीति भी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं होती – कभी प्रमोशन को लेकर खींचतान, तो कभी छुट्टियों के लिए जुगाड़, और कभी-कभी दफ्तर की गाड़ी को लेकर भी पूरा महाभारत छिड़ जाता है। आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं एक ऐसी ही अजब-गजब कहानी, जिसमें बदले की भावना का स्वाद भी है, मज़ेदार हरकतें भी, और अंत में "मछली" की खुशबू का तड़का भी!

जब वैन पर छिड़ा घमासान

कहानी शुरू होती है एक छोटे से ऑफिस में, जहां एक Chrysler Voyager वैन थी, जिसे कर्मचारी कभी-कभार ऑफिस के काम या दोपहर के खाने के लिए इस्तेमाल कर लिया करते थे। सब कुछ बढ़िया चल रहा था, जब तक की हमारे मैनेजर साहब नए मोहल्ले में आकर नहीं बसे। बस फिर क्या, उन्होंने वैन को अपना निजी वाहन समझ लिया – जैसे कोई सरकारी गाड़ी पर "लाल बत्ती" लगा ले! अब बाकी कर्मचारियों को वैन के लिए मिन्नतें करनी पड़ती थीं।

हमारे नायक (लेखक) ऑफिस से काफी दूर रहते थे, रोज़ लोकल ट्रेन पकड़कर आते, लेकिन एक दिन उन्हें ऑफिस के लिए ज़रूरी और महंगे उपकरण लाने थे, जो सिर्फ उसी वैन में आ सकते थे। उन्होंने वैन ले जाकर, अगली सुबह जरूरी सामान उठा लाए। जब वापिस ऑफिस पहुंचे, तो मैनेजर साहब तमतमाए हुए आए, मानो कोई पुरानी हिंदी फिल्म का खलनायक – "तुमने मुझे धोखा दिया, मेरी वैन ले गए! मुझे टैक्सी करनी पड़ी!"

बदले की दावत – मछली के तेल के संग

अब भारतीय दफ्तरों में तो ऐसे मौके पर अक्सर "चाय-समोसे" की बैठक हो जाती – लेकिन यहाँ कर्मचारी कुछ अलग ही करने की सोच रहे थे। जैसे हमारे देश में 'प्याज के बदले आम' की कहावत मशहूर है, वैसे ही यहाँ बदले का तरीका भी अनोखा था।

उन्होंने प्लान बनाया – मैनेजर को सबक सिखाना है, वो भी बिना किसी शोर-शराबे के। वे पहुंचे पौधों की नर्सरी, और वहाँ से खरीदा "फिश फर्टिलाइज़र ऑयल" – यानी मछली के गंधदार खाद का तेल! अब ज़रा सोचिए, दिल्ली की गर्मी हो, गाड़ी बंद हो, और सीटों के नीचे, दरवाजों के अंदरूनी हिस्सों में मछली का तेल छिड़का जाए। गाड़ी के अंदर की दुर्गंध ऐसी कि नाक में दम कर दे।

गाड़ी मैनेजर को सौंप दी गई, और अगले कुछ दिनों में ऑफिस में चर्चा का विषय बन गई – "ये कौन सी बदबू है? गाड़ी में घुसते ही सिर घूम जाता है!" कर्मचारी अपने दोस्त की Mercedes में बैठकर लंच जाते, और मन ही मन मुस्कराते।

कम्युनिटी की राय – कला, बदला और ह्यूमर

रेडिट पर इस कहानी ने धूम मचा दी। एक यूज़र ने तो मज़ाक में इसे "Van Go" (विन्सेंट वैन गॉग – मशहूर चित्रकार) की कला बताया। कोई बोला, "अरे वाह! ये बदले की आर्ट तो लाजवाब है!" तो किसी ने इसे "अ-वन-ट-गार्ड" (Avant-garde – प्रयोगवादी कला) कहकर तारीफ कर दी। एक ने तो यह भी लिख दिया, "मैनेजर की सवारी अब Pisces (मछली राशि) में चली गई!"

कुछ लोगों ने और भी मज़ेदार किस्से साझा किए। एक कमेंट में बताया गया कि उन्होंने अपने ऑफिस के एक 'कड़वे' सहकर्मी के ट्रक में मरी हुई केकड़ा छुपा दिया था, बदबू का पता ही नहीं चला! एक अन्य ने कहा, "गाड़ी में मछली की खूशबू वाली एयर फ्रेशनर मिलती तो कितनी अच्छी बात होती!"

भारतीय दफ्तरों में 'पेटी रिवेंज' – आखिर क्यों?

हमारे दफ्तरों में अक्सर पेटी रिवेंज यानी छोटी-छोटी शरारतों का चलन रहता है। कभी कोई चुपचाप बॉस की कुर्सी में पिन रख देता है, तो कोई मीटिंग रूम में AC बंदकर चला जाता है। असल में, जब ऊपर बैठे अधिकारी हद से ज्यादा 'तानाशाही' दिखाते हैं, तो कर्मचारियों का गुस्सा कुछ इस तरह के रचनात्मक बदले में फूटता है।

कई बार ऐसे छोटे बदले, ऑफिस के तनाव को कम कर देते हैं और टीम में एकजुटता लाते हैं। लेकिन ध्यान रहे, ये सब हद में रहकर ही मज़ेदार लगते हैं – वरना बात HR तक पहुँच जाए तो मुश्किल बढ़ सकती है!

निष्कर्ष – बदला भी हो सकता है मजेदार

इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि ऑफिस में हर बात का हल गुस्से या झगड़े से नहीं, बल्कि थोड़ा सा ह्यूमर और रचनात्मकता से भी निकाला जा सकता है। मछली के तेल से सजी इस वैन की कहानी, हर उस कर्मचारी के चेहरे पर मुस्कान ला देगी, जिसने कभी ऑफिस में बॉस की तानाशाही झेली हो।

तो अगली बार जब ऑफिस में कोई आपको परेशान करे, तो सोचिए – क्या आपके पास भी कोई 'फिशी' आइडिया है? और हाँ, बदला लेने से पहले, उसका स्वाद जरूर सोच लीजिए!

क्या आपके साथ भी कभी ऐसा कोई मज़ेदार वाकया हुआ है? कमेन्ट में जरूर बताइए, और इस कहानी को अपने ऑफिस ग्रुप में शेयर करना न भूलें – शायद किसी को अगला "पेटी रिवेंज" का आइडिया इसी से मिल जाए!


मूल रेडिट पोस्ट: Something's Fishy