जब एक्स-बॉयफ्रेंड की गंदगी ने मोहल्ले को हिला दिया: एक छोटी सी बदले की बड़ी कहानी

फोन पर distressed महिला, अपने पूर्व के मकान मालिक से दुर्व्यवहार के बारे में सामना कर रही है।
एक दिलचस्प दृश्य में, एक महिला अपने दुर्व्यवहार करने वाले पूर्व के खिलाफ खड़ी होती है, उसके मकान मालिक से संपर्क कर के, घरेलू हिंसा के शिकारों की संघर्ष और सहनशीलता को उजागर करती है।

कहते हैं कि मोहब्बत में इंसान अंधा हो जाता है, लेकिन जब प्यार के बदले अपमान, धोखा और हिंसा मिले तो वह आंखें खुल भी जाती हैं और दिल भी तंग आ जाता है। ऐसी ही एक कहानी है एक साहसी लड़की की, जिसने न केवल अपने ज़ख्मों पर मरहम लगाया, बल्कि अपने मोहल्ले और मासूम मकानमालिकों की भी भलाई कर दी – वो भी एकदम ‘देसी स्टाइल’ में, बिना कोई हंगामा किए!

अब ज़रा सोचिए, अगर आपके पड़ोस में कोई ऐसा पड़ोसी रहे, जिसकी वजह से पूरी बिल्डिंग में बदबू और गंदगी का बुरा हाल हो जाए, और ऊपर से वो इंसान गाली-गलौज, धोखे और हिंसा के लिए मशहूर हो – तो आप क्या करेंगे? यही तो हुआ Reddit यूज़र ‘u/ThrowingDoots’ के साथ, जिन्होंने पांच साल अपने ऐसे ही एक्स-बॉयफ्रेंड के साथ झेले।

शुरुआत में प्यार था, उम्मीद थी कि शायद लड़का सुधर जाएगा। लेकिन शराब, मानसिक बीमारी और गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने सब चौपट कर दिया। नतीजा – गाली-गलौज, कभी-कभी मारपीट, और सबसे बड़ी बात, इंसानी रिश्तों की कदर ना करना। एक समय ऐसा भी आया जब लड़की ने उसे साफ-साफ कह दिया – पहले इलाज करवाओ, तब ही साथ रहूंगी। लेकिन एक्स साहब को तो मम्मी की ममता और सस्ती रेंट वाली घर ही प्यारी थी, सुधारने का कोई नाम नहीं।

कहावत है – ‘आसमान से गिरे, खजूर में अटके’। रिश्ता टूटने के बाद भी, लड़की खुद को उस साइकिल से बाहर नहीं निकाल पाई – कभी-कभी वो फिर से बात करने लगती, उम्मीद करती कि शायद इस बार सब ठीक हो जाए। लेकिन इस बार एक्स ने हद ही पार कर दी – लड़की से पैसे मांगे, फिर उसी पर चोरी का इल्ज़ाम लगा दिया! तीन दिन की उठा-पटक के बाद, लड़की का सब्र जवाब दे गया।

अब आता है असली ट्विस्ट – जब लड़की फिर से उसके घर गई, तो वहां का हाल देखकर उसके होश उड़ गए। सोचिए, एक बड़ा बाथटब जिसे कैट की टॉयलेट बना दिया गया हो, छह इंच मोटी गंदगी की परत, चारों तरफ कूड़ा, बदबू, दीवारों और छत पर पानी का रिसाव, और इतना गंदा टॉयलेट कि उसकी असली रंगत तक मालूम ना पड़े।

यह हाल देखकर तो ‘क्लीनिंग इंडिया मिशन’ भी शर्म से पानी-पानी हो जाए! ऊपर से मकान का मालिक – एक आम जोड़ा, जिनकी यही एक आमदनी थी, और जो पांच साल से बिना जांचे-परखे बस भरोसे पर घर दिए बैठे थे। पांचों बाकी अपार्टमेंट्स चमचमाते, और एक ये घर कि जैसे कूड़े का अड्डा हो!

लड़की को अहसास हुआ कि सिर्फ उसका दिल ही नहीं टूटा, बल्कि एक मासूम परिवार की मेहनत की कमाई भी बर्बाद हो रही है। और इस गंदगी का असर सिर्फ घर तक नहीं, बल्कि पूरे मोहल्ले में फैल सकता है – कॉकरोच, बदबू, बीमारियां, सबका खतरा!

यहीं लड़की ने लिया ‘पेटी रिवेंज’ यानी छोटा सा बदला, लेकिन बड़ा असरदार। उसने मकानमालिक और हाउसिंग अथॉरिटी को शिकायत कर दी। Reddit कम्युनिटी में कई लोगों ने इसे सही ठहराया – ‘जिसने घर को कूड़े का ढेर बना दिया, उसे सजा मिलनी ही चाहिए।’ एक कमेंट था – “अगर ऐसे आदमी से नाता नहीं तोड़ोगी, तो ये साइकिल कभी नहीं टूटेगी!” बिल्कुल सही कहा, हिंदी में भी तो कहते हैं – ‘पलट के देखोगे, तो फिर वहीं के वहीं रह जाओगे।’

कुछ लोगों ने सहानुभूति भी जताई – “शराब की बीमारी बहुत मारक होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि दूसरों की जिंदगी भी तबाह कर दो।” एक और कमेंट ने दिल को छू लिया – “पहली बार गलती से शिकार बनते हैं, दूसरी बार खुद जिम्मेदार होते हैं।”

कई यूज़र्स ने सलाह दी कि अब इस चक्र से बाहर निकलो, हर जगह से उसे ब्लॉक कर दो। एक भारतीय यूज़र ने लिखा, “पांच साल बहुत होते हैं, अब खुद की मेंटल हेल्थ का ख्याल रखो।”

किसी ने तो मजाक में यहां तक कह दिया – “अगर उस घर में कॉकरोच हैं, तो पूरे मोहल्ले में फैल जाएंगे; अच्छा किया जो रिपोर्ट कर दी!”

इस पूरी कहानी से एक बात साफ होती है – कई बार ‘पेटी रिवेंज’ भी समाज के लिए ज़रूरी हो जाता है। अपने दर्द का बदला लेना गलत हो सकता है, लेकिन जब वो किसी की मेहनत, मोहल्ले की शांति और लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने लगे, तब आवाज़ उठाना जरूरी है।

आखिर में, लड़की ने जो किया, वो न सिर्फ खुद के लिए, बल्कि पूरे मोहल्ले और मकानमालिकों के लिए था। Reddit कम्युनिटी ने भी यही कहा – “ये सिर्फ बदला नहीं, जिम्मेदारी थी।”

तो दोस्तों, अगर आपके आस-पास भी कोई ऐसा ‘किराएदार’ या रिश्तेदार है, जो सबकुछ बरबाद कर रहा है – तो चुप मत रहिए, सही कदम उठाइए। और हां, अगर कभी खुद ऐसे रिश्ते में फंस जाएं, तो खुद को दोषी मत मानिए – बाहर निकलना मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं।

आपकी क्या राय है? क्या आपने कभी किसी को ऐसा सबक सिखाया है? कमेंट में जरूर बताइए, और अगर आपको ये कहानी पसंद आई हो तो शेयर करना न भूलें!

कहानी से सीख – कभी-कभी ‘छोटी सी बदला’ भी बड़ी भलाई बन सकता है।


मूल रेडिट पोस्ट: My ex was abusive, so I called his landlord.