जब एक्स को मिशनरीज़ के चक्कर में फँसाया – छोटी बदला-लीला पर बड़ी हँसी
कहते हैं ना, “बदला लेना हो तो मज़ेदार और थोड़ा सा नटखट होना चाहिए!” सोशल मीडिया के ज़माने में तो लोग बदला लेने के ऐसे-ऐसे अनोखे तरीके ढूंढ लेते हैं कि सुनकर हँसी छूट जाए। ऐसी ही एक दिलचस्प कहानी Reddit पर वायरल हुई, जिसमें एक लड़की ने अपने एक्स-ब्वॉयफ्रेंड को ज़िंदगी भर के लिए ‘मिशनरी’ कॉल्स की सौगात दे डाली।
सोचिए, आपका एक्स – जिसे किसी से बात करना ही पसंद नहीं – अब आए दिन अनजान लोगों की कॉल्स, मेल्स और दस्तकें झेल रहा है! और ये सब हुआ, एक क्लिक के बदले। इस कहानी में मज़ा भी है, सीख भी, और इंटरनेट के लोगों का गज़ब का रिएक्शन भी।
मिशनरीज़ का रिकॉर्ड प्रेम: जो एक बार फँसा, हमेशा के लिए फँसा
इंटरनेट पर u/mariposayrosa नाम की यूज़र ने शेयर किया कि मॉर्मन चर्च (LDS – Latter Day Saints) का रिकॉर्ड रखने का जुनून किसी सरकारी दफ्तर से कम नहीं। एक बार आपने उनके फॉर्म में नाम-नंबर डाल दिया, तो समझिए आपकी डीटेल उनके पास जिंदगी भर के लिए कैद हो गई। जब-तब मिशनरीज़ आपके पास ‘धर्म-प्रचार’ के लिए पहुँच जाते हैं – कभी कॉल, कभी ईमेल, कभी सीधे घर की घंटी बजाकर।
अब इस कहानी की हीरोइन ने अपने एक्स का नाम, नंबर, ईमेल और एड्रेस सब डाल दिए – और दिल में ये संतोष कि अब उसका एक्स हमेशा मिशनरीज़ के डेटा में रहेगा और कभी न कभी कोई न कोई उसे पकड़ेगा ही!
बदला तो छोटा, लेकिन मज़ा लाजवाब!
कई बार हम सोचते हैं – “इतनी छोटी सी हरकत से क्या फर्क पड़ेगा?” लेकिन असली मज़ा तो इसी में है! जिस इंसान को अनजान लोगों से बात करना सबसे ज़्यादा खलता हो, उसके लिए ये सज़ा किसी ‘कर्मा’ से कम नहीं। खुद OP (original poster) ने लिखा, “मुझे थोड़ा बुरा लगता अगर ये इतना बेवकूफी भरा न होता, लेकिन उसने जैसा किया, वैसा पाया!”
यहाँ पर एक कमेंट करने वाले ने तो और भी मजेदार किस्सा सुनाया – “मेरा दोस्त कलेक्शन एजेंसी के कॉल्स से परेशान था, तो उसने उस एजेंट का नाम-नंबर साइंटोलॉजिस्ट्स, मॉर्मन्स, हेयर क्लब फॉर मेन वगैरह सब जगह डाल दिया! शायद एजेंसी पर असर न पड़ा, लेकिन दोस्त को चैन मिल गया।”
भारतीय नज़रिए से: ‘पेटी रिवेंज’ का देसी तड़का
अब सोचिए, अगर ये भारत में होता? यहाँ तो नाते-रिश्तेदार, इंश्योरेंस एजेंट, बैंक लोन वाले – सबका डेटा एक बार किसी के हाथ लग जाए तो ‘हमेशा के लिए’ पीछा नहीं छोड़ते! और अगर किसी ने आपके नाम पर ‘धार्मिक प्रचार’ वाले लोगों को लगा दिया, तो मोहल्ले में चर्चा ही अलग हो जाती। कई बार तो लोग ऐसे फ़ोन कॉल्स को काटने के लिए मजेदार तरीके ढूंढते हैं – जैसे, कोई कहता है “हमारे घर में पहले से ही 33 करोड़ देवी-देवता हैं, अब जगह नहीं बची”, तो कोई सीधा बोल देता है, “अभी पूजा चल रही है, बाद में बात करेंगे।”
रेडिट पर एक यूज़र ने तो ये भी कहा, “मेरी माँ को इन मिशनरीज़ को भगाने का तरीका बखूबी आता है – बस ‘बुक ऑफ मॉर्मन’ को धार्मिक कल्पना कह दो और जोसेफ स्मिथ व गोल्डन टैबलेट्स पर सवाल दाग दो। पाँच मिनट में एड्रेस ब्लैकलिस्ट हो जाएगा!”
पाठकों की प्रतिक्रियाएँ: हँसी-ठिठोली और थोड़ी सी सहानुभूति
इस पोस्ट पर एक से बढ़कर एक कमेंट्स आए। किसी ने OP को ‘शैतानी की मिसाल’ बता दिया, तो किसी ने कहा, “पेटी रिवेंज का असली मज़ा ही कुछ और है।” कुछ लोगों ने अपने अनुभव शेयर किए – जैसे एक ने लिखा, “मिशनरीज़ से पीछा छुड़ाना है तो दरवाज़ा खोलते ही ‘ना’ बोल के दरवाज़ा बंद कर दो या मज़ेदार सवाल पूछो, वो खुद ही भाग जाएंगे।”
एक और यूज़र ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, “मेरे पापा हमेशा दुखी रहते थे कि मिशनरीज़ कभी हमारे घर क्यों नहीं आए। मेरे भाई ने पापा के जन्मदिन पर दो मिशनरीज़ बुला लिए, पापा ने उन्हें घंटों घुमाया, आखिर में वो खुद कन्फ्यूज़ होकर चले गए!”
कुछ लोगों ने इसे ‘क़ानूनी’ नजरिए से भी देखा – एक ऑस्ट्रेलियाई यूज़र ने लिखा, “यहाँ ऐसा करना गैर-कानूनी है, क्योंकि डेटा प्राइवेसी के कड़े नियम हैं।”
क्या बदला जरूरी था? या बस मन की शांति?
कई लोगों ने पूछा कि क्या ऐसे छोटे-छोटे बदले सच में कोई फर्क लाते हैं? खुद OP ने जवाब दिया, “ये छोटा सा बदला है, लेकिन मुझे बहुत सुकून मिला। कभी-कभी दिल की भड़ास निकालना भी जरूरी है।”
दरअसल, जीवन में कभी-कभी ऐसी हल्की-फुल्की शरारतें हमें मुस्कुराने का मौका देती हैं – बशर्ते किसी को असल नुकसान न पहुँचे। Reddit की इस पोस्ट ने तो हजारों लोगों को हँसने का मौका दे दिया, साथ ही ये भी दिखा दिया कि बदला लेना हो, तो थोड़ा सा नटखटपन उसमें ज़रूर होना चाहिए!
निष्कर्ष: आपकी पेटी रिवेंज की कहानी क्या है?
तो दोस्तों, इस कहानी से एक बात तो साफ़ है – बदला हमेशा बड़ा या भयानक नहीं होना चाहिए, कभी-कभी हल्का-फुल्का मज़ाक भी मन को सुकून दे सकता है। और अगर आपको भी कभी अपने दोस्त, रिश्तेदार या एक्स से कोई छोटी सी शरारत करनी हो, तो ये तरीका ध्यान में रखिए – लेकिन सीमा में रहकर!
आपकी ज़िंदगी में भी कोई ऐसी मज़ेदार ‘पेटी रिवेंज’ हुई है? नीचे कमेंट में ज़रूर बताइए – कौन जाने, आपकी कहानी भी किसी का दिन बना दे!
मूल रेडिट पोस्ट: Signing People Up To Talk To Missionaries