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जब आईटी की ‘पॉलिसी’ पर भारी पड़ी जुगाड़ू जुगाड़: एक टिकट, सौ झंझट

आईटी सपोर्ट को तकनीकी वातावरण में सब-डायरेक्टरी टिकटों को नेविगेट करते हुए दर्शाने वाला कार्टून-3डी चित्र।
इस जीवंत कार्टून-3डी चित्र के साथ आईटी सपोर्ट की दुनिया में प्रवेश करें, जो तकनीकी कंपनी में सब-डायरेक्टरी टिकटों के प्रबंधन की चुनौतियों को दर्शाता है। जानें कि एक छोटी स्थानीय टीम कैसे एक वैश्विक हेल्पडेस्क प्रणाली के अनुकूल होती है!

ऑफिस की जिंदगी भी किसी टीवी सीरियल से कम नहीं होती। कभी फाइलें खो जाती हैं, तो कभी कंप्यूटर ऐसे अड़ियल बन जाते हैं कि IT टीम को याद करना ही पड़ता है। लेकिन सोचिए, जब खुद IT टीम ही ऐसी पॉलिसी थोप दे कि आदमी को अपना सिर पकड़ना पड़ जाए, तब क्या होता है? आज की कहानी इसी दंगल की है, जिसमें एक कर्मचारी ने IT की नियमावली को उसी के अंदाज में मात दी!

कहानी का तड़का: एक टिकट, असंख्य डायरेक्ट्री

हमारे नायक एक पावर-इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में काम करते हैं, जो पिछले 40 सालों से टिके हुए हैं – बिलकुल वैसे ही जैसे आपके मोहल्ले के पुराने पंखे! कंपनी हाल ही में एक अमेरिकन कंपनी के हाथों बिक गई, और साथ ही आईटी सपोर्ट भी ग्लोबल हो गया। हमारे भाई का काम है, वो यूनिट्स सुधारना जो ग्राहक बार-बार बिगाड़ देते हैं – चाहे वो यूनिट नई हो या बीस साल पुरानी, हर किसी की मरम्मत उन्हीं के जिम्मे।

अब एक दिन इन्हें एक पुरानी मशीन ठीक करनी थी। उसके लिए जरूरी था – डाटा शीट्स, सर्किट डायग्राम और टेस्ट डॉक्युमेंट्स। लेकिन ये सब एक ऐसे सर्वर में पड़े थे, जहां बिना परमिशन के जाना मना था। जैसे घर में तिजोरी की चाबी सिर्फ दादी के पास होती है, वैसे ही IT के पास सर्वर की चाबी थी।

इन साहब ने IT से एक्सेस मांगा। हफ्ता गुजर गया, IT ने जवाब दिया – ‘हमने आपको “XR_Series” फोल्डर में एक्सेस दे दिया है।’ लेकिन असली दिक्कत तो ये थी कि सिर्फ उस डायरेक्ट्री में एंट्री मिली, उसके अंदर की 12-15 सब-डायरेक्ट्रीज में नहीं! मतलब, बारात में बुलाया पर खाने का दरवाजा बंद।

IT की पॉलिसी और जुगाड़ का मुकाबला

अब भला कोई भारतीय कर्मचारी इतनी आसानी से हार मान ले? इन्होंने फिर से विनम्रता से – और थोड़ा तंज कसते हुए – लिखा, “भाई साहब, मुझे पूरी डायरेक्ट्री और सब-डायरेक्ट्रीज का एक्सेस चाहिए।” IT की तरफ से जवाब आया – “आईटी पॉलिसी के अनुसार, हर डायरेक्ट्री के लिए अलग टिकट डालनी पड़ेगी।”

जैसे ही ये सुना, हमारे नायक ने सोच लिया – चलो, ‘जो मांगोगे, वही दूँगा!’ बस, शुरू हो गई टिकटों की बारिश। हर सबडायरेक्ट्री के लिए अलग-अलग टिकट, फिर बाकी प्रोडक्ट रेंज के लिए भी, एक-एक कर के दर्जनों टिकट फाइल कर डाले। खुद की ईमेल बंद कर दी, ताकि IT वाले पकड़ न पाएं – थोड़ी शरारत तो बनती है!

ऑफिस की राजनीति: KPI, मैनेजर और कॉर्पोरेट कल्चर

अब IT टीम के होश उड़ गए। उनकी KPI (Key Performance Indicator) रिपोर्टिंग गड़बड़ा गई। एक कमेंट करने वाले (u/Justsomedudeonthenet) ने बढ़िया कहा – “अगर टीम पर टोटल टिकट्स के हिसाब से दबाव है तो बुरा, लेकिन अगर टिकट क्लोज करने पर इनाम मिलता है तो अगले महीने IT वाले सुपरस्टार बन जाएंगे – 3000 टिकट्स, हर एक मिनट में सॉल्व!”

कोई और बोला – “ये सिर्फ तात्कालिक फायदा है, अगली बार मैनेजमेंट और ऊंचे टारगेट दे देगा, जैसे सरकारी स्कूल में हर साल नया सिलेबस आ जाए।”

एक मजेदार कमेंट में बताया गया – “IT को लगा, इतनी टिकटें देखकर बंदा खुद हार मान लेगा, पर यहां तो IT ही घुटने टेक गई।” एक और ने कहा – “कभी-कभी पॉलिसी सिर्फ इसलिए होती है कि लोग परेशान होकर मांग ही न करें, लेकिन जब कोई जिद्दी मिल जाए, तब पॉलिसी खुद ही चित हो जाती है।”

IT की दुनिया के मजेदार किस्से और सीख

कई पाठकों ने अपने अनुभव शेयर किए – किसी ने बताया कि उनके ऑफिस में हर एक्सेस के लिए अलग टिकट डालना पड़ता है, चाहे 500 लोगों के लिए क्यों न हो। एक ने लिखा, “हमारे यहां IT की पॉलिसी ऐसी है कि HR से दुश्मनी निकालने के लिए बनाई गई है – ‘एक टिकट, एक काम’!”

एक और ने कहा – “ऑटोमेशन कर लो, स्क्रिप्ट लिख दो – एक साथ सौ टिकट डाल दो, IT के छक्के छुड़ा दो!”

कईयों ने यही राय दी कि कॉमन सेंस की जगह जब सिर्फ पॉलिसी ही पॉलिसी हो, तो नतीजा यही निकलता है – फिजूल का काम बढ़ जाता है, किसी का भला नहीं होता।

निष्कर्ष: ऑफिस का दंगल और आपकी राय

कहानी का अंत भी मजेदार था – आखिरकार IT टीम ने मान लिया कि एक ही टिकट काफी है। एक घंटे की मेहनत, दर्जनों टिकट और थोड़ा सा ‘मालिशियस कंप्लायंस’ – और जीत हमारे नायक की!

अब आप बताइए, क्या आपके ऑफिस में भी ऐसी IT पॉलिसी है जिससे आप सिर पकड़ बैठते हैं? या कभी आपने भी कोई जुगाड़ आजमाया है? अपनी मजेदार कहानियां नीचे कमेंट में जरूर शेयर करें! आखिर, ऑफिस की असली ‘मालिश’ तो इन्हीं किस्सों में छुपी है!


मूल रेडिट पोस्ट: IT wanted a ticket per sub-directory