क्रिसमस की छोटी सी मीठी बदला: जब मेहमान ने मेज़बानी का मज़ाक उड़ाया
हमारे समाज में मेहमान-नवाज़ी को बहुत ऊँचा दर्जा दिया जाता है। चाहे शादी-ब्याह का मौका हो या त्योहार, हम किसी भी अतिथि को "अतिथि देवो भव:" मानते हैं। लेकिन सोचिए, जब कोई बार-बार आपकी मेज़बानी का मज़ाक उड़ाए, तो आप क्या करेंगे? आज मैं आपको एक ऐसी ही कहानी सुनाने जा रही हूँ, जिसमें क्रिसमस के मौके पर एक मेज़बान ने अपने 'अन्होनी' मेहमान को एक बिल्कुल अलग अंदाज़ में सबक सिखाया।
दोस्ती, जलन और बेइज्जती - कहानी की शुरुआत
करीब दस साल पुरानी यह घटना है। कहानी की नायिका अपनी सबसे प्यारी दोस्त के साथ बहुत अच्छी दोस्ती निभाती थी। लेकिन उसकी दोस्त के पति का व्यवहार थोड़ा अजीब था—कभी-कभी तो बिल्कुल बच्चों जैसा! उसे लगता कि वह हर चीज़ में माहिर है, जैसे बिना पढ़े-लिखे ही उसे सब आता है। और सबसे बड़ी बात—वह अपनी पत्नी की दोस्ती से इतना असुरक्षित महसूस करता कि बार-बार उसे तोड़ने की कोशिश करता।
हम सबके जीवन में कभी न कभी ऐसा कोई 'जामाई राजा' या 'दूल्हा मियां' जरूर आता है, जो खुद को बड़ा ज्ञानी और दूसरों को छोटा साबित करने में ही खुश रहता है। कुछ पाठकों ने तो मज़ाक में कहा—"ये तो हमारे छह साल के बच्चे जैसा है!" असल में, उम्र बढ़ती है, लेकिन अक्ल... वो तो भगवान जाने कब आती है!
मेज़बानी का अपमान और सब्र का बाँध
एक बार नायिका ने अपने घर पर एक बड़ी पार्टी रखी थी। उनके पति को ऑफिस के किसी साथी से दो बहुत महंगे वाइन की बोतलें गिफ्ट में मिली थीं, जिन्हें वे इस खास मौके के लिए बचाकर रखे थे। नायिका को गर्व था कि वो अपने दोस्तों के साथ कुछ अच्छा बाँट रही है, न कि दिखावा कर रही है।
लेकिन तभी, उनकी दोस्त का वही पति—जिसे हम "श्रीमान रूड" कहें—दो-दो गिलास वाइन गटक जाता है और फिर उल्टा बोलता है, "इतनी महंगी वाइन खरीदना बेवकूफी है, मैं तो कभी नहीं खरीदूंगा!" फिर एक और गिलास पी जाता है। उस समय नायिका की दोस्त उसे चुप कराने की कोशिश करती है, लेकिन श्रीमान को फर्क ही नहीं पड़ता।
इतालवी ही नहीं, भारतीय संस्कृति में भी मेज़बानी का अपमान करना बहुत बड़ा अपराध माना जाता है। किसी ने ठीक ही कहा है—"जिस थाली में खाते हो, उसमें छेद नहीं करना चाहिए।" लेकिन श्रीमान रूड ने तो सारी हदें पार कर दी थीं।
ठंडी बदले की गर्माहट: हर क्रिसमस पर खास तोहफा
उस दिन के बाद नायिका और उसके पति ने तय किया कि अब इस व्यक्ति को कभी भी अपने घर आमंत्रित नहीं करेंगे। लेकिन दोस्ती तो आखिर दोस्ती है—नायिका अपनी सबसे अच्छी दोस्त से मिलने का कोई मौका नहीं छोड़ती।
अब आती है बदले की असली कहानी! हर साल क्रिसमस के मौके पर नायिका श्रीमान रूड के लिए एक खास तोहफा बचाकर रखती है—सस्ती से सस्ती स्पार्कलिंग वाइन 'स्पुमांते' की बोतल और उसके साथ एक सस्ते से कार्ड के साथ। बाकी सब दोस्तों को अच्छे-अच्छे तोहफे, लेकिन श्रीमान रूड को वही 'स्पुमांते'! मज़ेदार बात ये है कि इस वाइन को ऑस्ट्रेलिया में लोग 'स्प्यूमांते' (यानि उल्टी वाली वाइन) भी कहते हैं, क्योंकि उसका स्वाद वाकई ऐसा है कि कोई भी मुँह बना ले।
एक पाठक ने हँसते हुए लिखा—"अगर मुझे भी स्पुमांते की बोतल गिफ्ट मिले, तो मैं तो खुशी-खुशी पी जाऊँ!" किसी और ने तो यहाँ तक कह दिया, "मेरे ससुराल में तो कोई 'पैशन पॉप' पीता है, जो स्पुमांते से भी खराब है!" ऐसे कटाक्ष और मज़ाक हिंदी समाज में भी खूब चलते हैं—जैसे किसी को 'देशी शराब' की बोतल तोहफे में देना।
पाठकों की प्रतिक्रियाएँ और मेज़बानी की अहमियत
इस कहानी पर कई लोगों ने अपनी राय रखी। एक पाठक ने लिखा—"इतनी अच्छी वाइन को जो दो मिनट में गटक जाए, उसे तो सच में अलग से सस्ती बोतल देनी चाहिए।" एक और ने कहा—"हमारे यहाँ भी अगर कोई मेहमान खाने की सारी मलाई या बिरयानी का सारा तड़का चट कर जाए, तो अगली बार उसके लिए अलग से सादा दाल-चावल ही रखना चाहिए!"
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि सच्ची मेज़बानी किसी एक देश की खासियत नहीं, बल्कि हर जगह की है। लेकिन इतालवी (और भारतीय) मेज़बानी में जो अपनापन और 'ना' सुनने की ताकत है, वो वाकई खास है। एक पाठक ने तो यहाँ तक लिख दिया—"हम इटालियन तो बदले की भी उतनी ही दिल से सेवा करते हैं, जितनी प्यार की!"
इस कहानी से जुड़ा एक सबक यह है—मेज़बान के सम्मान का ध्यान रखना चाहिए। चाहे महंगी वाइन हो या साधारण स्पुमांते, असली स्वाद तो रिश्ते और व्यवहार में है।
निष्कर्ष: आपकी कहानी क्या है?
कभी-कभी छोटी-छोटी बदले की कहानियाँ ज़िंदगी को दिलचस्प बना देती हैं। और क्या पता, अगले क्रिसमस पर आपको भी कोई 'स्पुमांते' जैसी तोहफा मिले! तो अगली बार जब आप किसी के घर जाएँ, मेज़बान की भावनाओं का जरूर ख्याल रखें—क्योंकि एक दिन बदला भी उसी प्यार और चुटकीले अंदाज़ में लौट सकता है।
क्या आपके साथ भी कभी किसी मेहमान या दोस्त ने ऐसा कुछ किया है? या आपने किसी को इसी तरह मीठा बदला दिया हो? अपनी मज़ेदार कहानियाँ नीचे कमेंट में जरूर बाँटें—शायद आपकी कहानी भी किसी का दिन बना दे!
मूल रेडिट पोस्ट: Christmas Revenge