ऑफिस का केविन: वही गलती, वही परेशानी – कब सुधरेगा?
क्या आपके ऑफिस में भी कोई ऐसा इंसान है, जिसे बार-बार समझाओ, फिर भी वही गलती दोहराता रहता है? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं! आज हम बात कर रहे हैं उस ऑफिस के “केविन” की, जिसकी हरकतें सुनकर आपको अपने ऑफिस की याद आ जाएगी, और हँसी भी आएगी, गुस्सा भी!
ऑफिस में काम करने का मतलब है – टीम वर्क, टाइम मैनेजमेंट और सबसे ज़रूरी, एक-दूसरे को समय रहते जानकारी देना। लेकिन जब टीम में कोई “केविन” जैसा बंदा आ जाए, तो समझ लीजिए, सारा सिस्टम गड़बड़ाने वाला है। चलिए, जानते हैं क्या कारनामा किया केविन ने इस बार!
क्या है “केविन” सिंड्रोम? – वही गलती, बार-बार!
अब बात करते हैं इस किस्से की जड़ की। हमारे नायक (या कहें, खलनायक!) केविन, जिसे दो साल पहले सख़्ती से समझाया गया था – “भैया, अगर लंबी छुट्टी चाहिए, तो मैनेजमेंट को पहले से बता देना।” मगर केविन के कानों में ये बात घुसती ही नहीं! जैसे हमारे यहाँ कहते हैं – “एक कान से सुना, दूसरे से निकाल दिया।”
पिछली बार की गलती के बाद, केविन को पूरा लेक्चर दिया गया था। लेकिन हाल ही में फिर वही हुआ – सोमवार को अचानक केविन ने ऐलान कर दिया, “मैं इस शुक्रवार से कई महीनों के लिए छुट्टी पर जा रहा हूँ, मेरी सर्जरी है।” अब सोचिए, ऑफिस में सबके होश उड़ गए! सब अपने-अपने सिर पकड़कर बैठे रह गए।
ऑफिस में हड़कंप – जब केविन ने सबको चौंका दिया
केविन की गैरहाज़िरी की खबर सुनकर ऑफिस के सारे प्लान धरे के धरे रह गए। मैनेजर, सुपरवाइज़र, हर कोई परेशान – “अब उसके शिफ्ट कौन संभालेगा?” एक सहकर्मी का कमेंट था, “अब तो लग रहा है, ऑफिस को नया केविन ढूँढ लेना चाहिए!” सोचिए, कितनी बार कोई एक ही गलती करे, तो लोग मज़ाक उड़ाने लगते हैं।
हमारे यहाँ भी तो ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें हर छोटी-बड़ी बात दोहरानी पड़ती है – “बेटा, दूध गैस पर रखकर भूल मत जाना”, “ऑफिस में एप्प्लिकेशन पहले ही दे देना”। लेकिन केविन जैसे लोग सोचते हैं – जो मुझे पता है, वो सबको पता होगा! एक Reddit यूज़र ने इसी पर मज़ेदार बात कही, “कुछ लोगों को Theory of Mind ही नहीं आती – उन्हें लगता है, जो उनके दिमाग में है, वही सबके दिमाग में है!”
“थ्योरी ऑफ माइंड” और केविन की सोच – सभी को सब पता है?
अब ज़रा सोचिए, अगर किसी को महीने पहले से पता था कि उसे छुट्टी चाहिए, तो क्या ये सामान्य समझदारी नहीं है कि मैनेजमेंट को बताए? लेकिन केविन जैसे लोग, जैसे ‘प्याज के छिलके’, समझाने पर भी नहीं समझते। एक कमेंट में किसी ने लिखा, “हमारे ऑफिस के केविन के लिए तो मैंने पूरा मैन्युअल ही बना डाला – तब जाकर कुछ कंट्रोल हुआ।”
यहाँ एक भारतीय मुहावरे की याद आती है – “ऊँट के मुँह में जीरा।” यानि, जितनी बार समझाओ, उतना ही बेअसर! Reddit पर किसी ने लिखा – “दो बार मूर्ख बनाना, शर्म केविन की!” और सच कहें, तो ऑफिस वालों की हालत भी ऐसी ही थी।
केविन का असर – सबकी प्लानिंग चौपट!
केविन की इस लेटलतीफी का असर सिर्फ ऑफिस तक सीमित नहीं रहा। पोस्ट लिखने वाले ने लिखा, “मेरे फैमिली के प्लान थे, जो अब मुझे कैंसिल करने पड़ेंगे!” अब बताइए, हमारे यहाँ तो शादी-ब्याह, तीज-त्योहार, छुट्टी के लिए महीनों पहले से ऑफिस में बताना पड़ता है। अगर कोई आखिरी वक्त पर छुट्टी मांगे, तो बॉस का तो पारा सातवें आसमान पर चला जाता है!
एक कमेंट में किसी ने हंसी में लिखा, “अब तो लग रहा है, केविन को नौकरी से निकाल ही देना चाहिए।” कोई और बोला, “कहीं ऑफिस में HR है भी या नहीं? अगर होता, तो कम-से-कम केविन की छुट्टी का कुछ सिस्टम होता।” और भाई, अगर ऐसे केविन हर ऑफिस में होने लगे, तो तो सबकी शामत आ जाएगी!
सीख और समाधान – क्या करें ऐसे “केविन” के साथ?
हमारे देश में भी, ऑफिस में काम करने वाले ऐसे कई “केविन” मिल जाते हैं – जो बार-बार गलती दोहराते हैं, और कोई सज़ा नहीं मिलती। कोई कमेंट कहता है, “अब तो केविन को सबसे नीचे लिस्ट में डाल दो, ताकि उसकी जिम्मेदारी कम से कम हो।” एक और उपाय हमारे यहाँ चलता है – “एक बार लिखित में नोटिस दे दो, और सख्ती से लागू कराओ।”
वैसे, यह भी सच है कि हर इंसान की सोच और समझ अलग होती है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि किसी को सच में समझ नहीं आता, या उसकी मानसिकता ही ऐसी हो। फिर भी, प्रोफेशनल लाइफ में एक-दूसरे को समय पर जानकारी देना, टीम की जिम्मेदारी है – वरना पूरे ऑफिस का काम ठप हो सकता है।
निष्कर्ष – क्या आपके आस-पास भी कोई केविन है?
दोस्तों, इस कहानी से हमें एक सीख मिलती है – ऑफिस (या घर) में टीम वर्क चलाने के लिए सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अगर कोई बार-बार वही गलती करे, तो ज़रूरी है कि उसे प्यार से, लेकिन सख्ती से समझाया जाए। और अगर फिर भी बात न बने, तो पॉलिसी और सिस्टम से ही काम लेना चाहिए – जैसा कई कमेंट्स में सुझाया गया।
आपके ऑफिस में भी कोई “केविन” है? क्या आपने भी कभी ऐसी परेशानी झेली है? अपने अनुभव और मज़ेदार किस्से कमेंट में ज़रूर साझा करें!
आखिर में, एक ही बात – “केविन” चाहे अमेरिका में हो या भारत में, उसकी हरकतें सब जगह एक जैसी ही हैं – और ऑफिस वालों की हालत भी!
मूल रेडिट पोस्ट: Oops Kevin Did It Again