अमेज़न रिटर्न के डिब्बे की अजीब शर्त: जब ग्राहक ने UPS को उनकी ही चाल में फंसा दिया

UPS स्टोर में कैरी बैग में अमेज़न वापसी पैकेज, वापसी नीति की चुनौतियों को उजागर करता है।
अमेज़न की वापसी की जटिलताओं को समझना आसान नहीं है! यह सिनेमाई छवि UPS काउंटर पर गलत तरीके से पैक किए गए आइटम को लौटाते समय उत्पन्न भ्रम के क्षण को दर्शाती है। जानें कि सही बॉक्स का उपयोग आपके वापसी अनुभव में कितना फर्क डाल सकता है।

क्या आपने कभी ऑनलाइन सामान लौटाते वक्त इतनी अजीब शर्तें सुनी हैं कि दिमाग चकरा जाए? अमेज़न से सामान लौटाने का अपना ही झंझट है। एक तरफ अमेज़न का ‘नो क्वेश्चन रिटर्न’, दूसरी तरफ UPS या लोकल कूरियर वाले अपनी ही शर्तें थोपते हैं। आज की कहानी कुछ ऐसी ही है – जब एक ग्राहक को सिर्फ डिब्बा बदलने के कहने पर, उसने ऐसी चालाकी दिखाई कि UPS वाले भी सोच में पड़ गए।

अब सोचिए, आप अमेज़न से कोई चीज़ मंगवाते हैं – जैसे कोई नया जूता या गैजेट – वो चीज़ एक बड़े पैकेट में आती है, जिसमें कई छोटे-छोटे डिब्बे होते हैं। सामान पसंद नहीं आया, रिटर्न का कोड लिया, और पैक करके UPS स्टोर पहुँच गए। वहाँ काउंटर पर बैठा बाबू, बारकोड स्कैन करके बोलता है – “भाईसाहब, ये तो आइटम के अपने डिब्बे में है, हमें अलग डिब्बे में चाहिए।”

अब डिब्बा तो वही है जिसमें अमेज़न ने भेजा था, ऊपर-नीचे कोई लेबल नहीं, बिलकुल सादा भूरा डिब्बा – फिर भी नहीं चलेगा! ग्राहक भी परेशान, मगर हार नहीं मानी। घर जाकर पुराने पैकेट्स में से सबसे बड़ा डिब्बा निकाला, सामान उसी में डाल दिया – अब न वजन बढ़ा, न सामान बदला, बस डिब्बा तीन गुना बड़ा हो गया। वापस UPS स्टोर पहुँचे, और भारी-भरकम डिब्बा काउंटर पर रखकर बोले – “लो भाई, अब तो नियम पूरे हो गए!”

यह किस्सा जितना मजेदार है, उतना ही आम भी है। अमेज़न और UPS जैसी कंपनियाँ जहां हर चीज़ की ‘प्रोसेस’ और ‘पॉलिसी’ पर टिकी हैं, वहीं ग्राहक भारतीय जुगाड़ की तरह हल निकाल ही लेते हैं। Reddit पर इस पोस्ट को 500 से ज्यादा लोगों ने पसंद किया और 100 से ऊपर कमेंट्स आए।

अब जरा देखिए, लोगों की राय क्या थी – एक कमेंट करने वाले ने लिखा, “भाई, इतना तो अमेज़न भी पैकिंग नहीं करता जितना आपने कर दिया!” वाकई, कई बार तो अमेज़न वाले खुद सामान के डिब्बे पर सीधा लेबल चिपका देते हैं – तो फिर रिटर्न के वक्त इतनी सख्ती क्यों?

एक और मजेदार कमेंट में किसी ने बताया, “मेरे UPS स्टोर वाले तो बस सामान का कोड स्कैन करते हैं, एक बड़े डिब्बे में सबका माल डाल देते हैं। ऐसे में अलग-अलग डिब्बे की शर्त का क्या मतलब?” भारतीय दुकानों की तरह – जहाँ दुकानदार सामान बैग में डालकर, ‘अगले ग्राहक’ की चीज़ उसी में डाल देते हैं – अमेज़न के रिटर्न में भी ऐसा ही होना चाहिए ना!

कुछ लोगों ने यह भी बताया कि कोह्ल्स (Kohl’s) या स्टेपल्स (Staples) जैसे स्टोर पर अमेज़न रिटर्न करना बड़ा आसान है – वहाँ बस सामान दो, बाकी पैकिंग उनका सिरदर्द! एक यूज़र ने तो UPS वालों की चालाकी पर तंज कसते हुए लिखा, “मैंने एक छोटा कार्ड रिटर्न करने के लिए फ्रिज जितना बड़ा डिब्बा इस्तेमाल किया – UPS वाले की शक्ल देखने लायक थी!”

अब यहाँ एक अहम सवाल उठता है – इतनी पैकेजिंग, इतना कागज, इतना डिब्बा – आखिर किस काम का? भारत में तो लोग पुराने अखबार में चीज़ लपेट कर भेज देते हैं। एक कमेंट में लिखा था, “अगर असली डिब्बा ठीक है और कोई लेबल नहीं बचा, तो और डिब्बे की जरूरत ही क्या है? सारा झंझट तो इनकी अपनी प्रक्रिया का है।”

ऐसे ही किसी ने UPS की शर्तों पर भी सवाल उठाया – “कई बार ये लोग सिर्फ इसलिए मना कर देते हैं कि आपको उनसे नया डिब्बा खरीदना पड़े। ये तो वही बात हुई कि सरकारी दफ्तर वाले हर फॉर्म में एक नया दस्तावेज़ मांग लेते हैं – ‘फॉर्म का फॉर्म’!”

कई यूज़र्स ने सलाह दी – “भैया, घर में जितने भी पुराने डिब्बे, पेपर, कार्डबोर्ड पड़े हैं, सबको एक ही रिटर्न में ठूंस दो – न कूड़ा बचेगा, न डिब्बे तोड़ने का झंझट!” भारत में वैसे ही हर त्यौहार के बाद घर में डिब्बों का अंबार लग जाता है, तो ये तरीका तो एकदम देसी जुगाड़ वाला हो गया।

अब ज़रा सोचिए, अगर यही किस्सा किसी भारतीय शहर की गली में होता – ग्राहक UPS काउंटर पर पहुँचता, भारी-भरकम डिब्बा कंधे पर, और सामने बैठा बाबू चाय की चुस्की लेते हुए कहता, “सही है साहब, अब तो मजा आ गया!”

आखिर में यही कहना है – चाहे अमेज़न हो या UPS, कंपनियों की प्रक्रिया हो या कर्मचारियों की मनमानी, जुगाड़ और थोड़ी सी समझदारी से हर समस्या का हल है। अगली बार जब कोई कूरियर वाला आपको डिब्बे के चक्कर में फँसाए, तो याद रखिए – डिब्बा बड़ा हो या छोटा, असली मजा तो अपनी चालाकी में है!

तो मित्रों, आपके साथ भी कभी ऐसी कोई अमेज़न रिटर्न या पैकेजिंग की अजीब घटना हुई हो? अपने अनुभव ज़रूर साझा करें – आखिर, मिल-बाँट कर हँसना और सीखना, यही तो हमारी भारतीयता है!


मूल रेडिट पोस्ट: Amazon return needs to be in a different box? Sure thing.