जब पड़ोसी बना सिरदर्द: एक छोटी सी बदला और पड़ोसन की थैंकगिविंग का बंटाधार
कहते हैं कि अच्छे पड़ोसी भगवान का वरदान होते हैं, लेकिन कभी-कभी ये वरदान उल्टा भी पड़ जाता है। सोचिए, अगर आपके घर की दीवार के उस पार कोई ऐसा रहता हो, जिसकी हरकतें आपकी नींद, चैन और दिमाग, तीनों पर भारी पड़ जाएँ—तो क्या करेंगे आप? आज की कहानी अमेरिका के एक अपार्टमेंट की है, लेकिन इसकी झलक हिंदुस्तानी मोहल्लों में भी देखने को मिल जाती है।
यह कहानी है एक ऐसे पड़ोसी की, जिसने अपने झगड़ालू, टोकाटाकी और अजीब हरकतों से लेखक और उसके पार्टनर की जिंदगी नर्क बना दी। लेकिन कहते हैं न, "जैसे को तैसा", आखिरकार लेखक ने भी अपनी ‘छोटी सी बदला’ से उस पड़ोसन की थैंकगिविंग का सारा मज़ा बिगाड़ दिया।