जब मेरी पसंदीदा चटनी चुरा ली गई: आंटियों के सामने हिंदुस्तानी 'पेटी रिवेंज
हमारे हिंदुस्तान में परिवार का मतलब सिर्फ साथ रहना ही नहीं, बल्कि रसोई की हर चीज़ का हक भी बराबर बांटना होता है। लेकिन क्या हो जब आपके मनपसंद खाने की चीज़ पर बार-बार डाका डाला जाए? आज की कहानी एक ऐसे ही 'पेटी रिवेंज' (छोटी सी बदले की कहानी) की है, जो सोशल मीडिया पर छाई रही। पढ़िए, कैसे एक युवक ने अपनी आंटी को चटनी के लिए सबक सिखाया, और कैसे एक मामूली सी सॉस की बोतल ने पूरे घर में तूफान ला दिया!