जब बदमाशों को मिला इंटरनेट का स्वाद – एक डिजिटल बदला की दिलचस्प कहानी
कहते हैं, “जैसा करोगे, वैसा भरोगे।” लेकिन जब बात बच्चों की सुरक्षा की हो और सिस्टम हाथ बांधे बैठा हो, तो फिर इंसान क्या करे? आज की कहानी कुछ ऐसी ही है – जहां एक बड़े भाई ने अपने छोटे भाई को सताने वालों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया, वो भी इंटरनेट के ज़रिए! और मज़े की बात ये कि उसे रत्तीभर भी पछतावा नहीं।